________________ की जगह कचहरीसे मतलब है। सीसगर = = सीसागर, काचकी चीजें 300, 524 | बनानेवाले / कचेरे / 29 सलेम = सलीम, जहाँगीर। 258, सुकीउ = स्वकीय, अपने। 668 सात खेत -- दानके सप्त क्षेत्र-जिन | सुध = खबर / 332 प्रतिमा, जिनागम और मुनि. सुखुन = सुखन ( फारसी), बातचीत, आर्यिका श्रावक-श्राविका रूप चार बात। 568 संघ। ___486 / सुपिनन्तर स्वप्नांतर, स्वप्नमें। 9. साधै पौन = पवनका साधना, नाकके | सूत = सूत्र, सिलसिला / 331 आगे उँगली रखकर श्वास खींचना। सोग - शोक, दुःख / सोवण्ण = सुवर्ण, सोना। प्राणायाम / 46 सॉज = सामग्री। सामा, साम = सामान, डौल, तैयारी / 285, 286 337-41 सौरि = सौड़, रिजाई। 212 सारंग-छाग-नंदावत-लच्छन = हरिण, खुतबोध = श्रुतबोध, छन्दशास्त्रका बकरा और नन्द्यावर्त, ये शान्ति,कुन्थु सुप्रसिद्ध ग्रन्थ / 177 है और अरनाथके चिह्न हैं। 583 हंडवाई = सोना-चांदी / 253, 334 साहिब साह किरान = शाहजहाँ। 617 सिकलीगर = तलवार, छुरी आदि हटवानी - हाट या बजारमें सौदा बेचनेवाले / हथियारोंको तेज करनेवाला, उन 252 हमाल = हम्माल (अरबी), मजदूर, पर बाढ़ या सान चढ़ानेवाला / 29 कुली। सिखर = सम्मेदशिखर, पारसनाथ हलबले = हलबलाये, घबड़ाये। 304 : पर्वत / 225 हवाईगर = हवाईगीर, आतिशबाजी सिताब-शिताब (फारसी), जल्दी। 496 बनानेवाला / 29 सिफथ = सिफत (अरबी), विशेषता, हिंदुगी = हिन्द देशकी स्थानीय गुण। भाषाके लिए मुसलमानोंद्वारा सिवमती - शैव, शिवके भक्त, शैवमतके | / रक्खा हुआ नाम। इसे ही जायउपासक / 75 सीने हिन्दुई कहा है। 13 सिवमारग - मोक्षका मार्ग 2 हेच = ( फारसी ) तुच्छ, हीन, सीर = साझेमें। 68,354 निकम्मी। सीरनी = शीरीनी (फा), मिठाई। हेठ = नीचे। 207 136 / हेम खेम = क्षेमकुशल। 379 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org