________________ 48 ब 324 पोट = पोटली, गठरी। 62 / फैन = पानीके फैनके समान निस्सा पोत = बच्चा, पुत्र। 394 बातें। 372 पोत = दफा, बार / 591 फोक = व्यर्थ, निस्सार। 80 पोतदार = पोत अर्थात् मालगुजारी, लगान | पोतदार (फारसी : लगानका बन्द = कविताका पद (फारसी) 386 रुपया जमा करनेवाला खजांची / 50 बकसा = फारसी बख्शसे बना है। पोसह = प्रोषध / अष्टमी चतुर्दशी माफ कराके। 165 आदि पर्वतिथियों में करने योग्य बकसीस = फारसी बख्शिश, मेंट, जैन गृहस्थका एक प्रत / आहार उपहार, इनाम / 300 आदिके त्यागपूर्वक किया हआ बणज - वणिज व्यापार करता है। 39 अनुष्ठान / बनज :- वाणिज्य, व्यापार / 74 बागे = अँगरखा जैसा पुराना लम्बा पौसाल -- प्रोषधशाला. उपाश्रय, पहिनावा। उपासरा, जनसाघु जिसमें ठहरत बादई - बदई, सतार, लकडीका काम , .. हैं / 175, 196. 202 करनेवाला / पौन, पौनिया, पउनिया = व्याह बार = पत्तल-दोने बनानेवाला / 29 शादी के अवसरोंपर नेगके रूपमें बाल - बाला, पत्नी। 440 कुछ पानेवाली विविध पेशोंवाली वा अंग। शूद्र जातियाँ। 29 किमी मीम = धनकी सीमा या हद, प्रदेस = परदेश, अन्यत्र, दूसरी बड़ा भारी धनी। 224 जगह / 215 / निरीवितीर्ण कर दी, बाँट दी। 204 निदरा-मोती आदि बींधनेवाला, छेद नेवाला। 29 फरजंद -- पुत्र, लड़का / 3.4 सम - विश्वास, भरोसा / 51 फरि - फड़पर, माल बेचनेकी यह ..: खरीदे। 254 जगह पर / 391 : बलियन = बीहड़, जन-शून्य बन 414 फारकतीफारखती, चुकती, बेबाकी। नीतक -- बीतक, घटना, बीती हुई 51 बात / फावा = फाहा, धुनी हुई रुई, सुगचा : बुकचा (फारसी), कपड़ोंकी फिरते फिरते धुन गए। 294 गठरी / 324 Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org