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कंदोई, कहार, काछी, कलाल, कुलाल, माली,
कुंदीगर, कागदी, किसान, पटबुनियां ॥ चितेरा, बिंधेरा, बारी, लखेरा, ठठेरा, राज,
पटुवा, छप्परबंध, नाई, भार-भुनियां । सुनार, लुहार, सिकलीगर, हवाईगर, धीवर, चमार एई छत्तीस पैउनियां ॥ २९
चौपई नगर जौनपुर भूमि सुचंग । मठ मंडप प्रासाद उतंग । सोभित सपतखने गृह घने । सघन पताका तंबू तने ॥ ३० जहां बावन सराइ पुरकने । आसपास बावन परगने ।
नगरमाहिं बावन बाजार । अरु बावन मंडई उदार ॥ ३१ अनुक्रम भए तहां नव साहि। तिनके नांउ कहौं निरबाहि । प्रथम साहि जौनासह जानि । दुतिय बवक्करसाहि बखानि ॥ ३२ त्रितिय भयौ सुरहर सुलतान । चौथा दोस महम्मद जान ।। पंचम भूपति साहि निजाम । छटम साहि बिराहिम नाम ॥ ३३ सत्तम साहिब साहि हुसैन । अट्ठम गाजी सज्जित सैन । नवम साहि बख्या सुलतान । बरती जाँसु अखंडित आन ॥ ३४॥ ए नव साहि भए तिस ठांउ । यात तखत जौनपुर नांउ ॥ पूरब दिसि पटनालौं आन । पच्छिम हद्द इटावा थान ॥३५॥ ... १ स छपरबंद ! २ अ धीमर । ३ जायसीने पदमावतमें गोहन पउनियोंके ३६ कुलोंका संकेत किया है। ४ स साजत । ५ई ताहि । ६ अ पश्चिम।
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