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पृष्टाक
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विषयानुक्रमणिका]
ग्रन्थविषय ८. वास्तुमण्डल विन्यास लक्षण
मासादवास्तु मण्डल-- वास्तु मण्डल चक्रम् ६४ पदे निर्वाणकलिकोक्त गृहवास्तु मण्डल वास्तुमण्डल चक्रम् ८१ पदे-निर्वाणकलिकोक्त वास्तुमंण्डलचक्रम् ६४ पदे-बृहत्संहितोक्त वास्तुमण्डल चक्रम् ८१ पदे-बृहत्संहितोक्त
वास्तुमण्डलचक्रम् ८१ पदे-शिल्पशास्त्रोक्त ९-प्रासाद लक्षण प्रासंगिकं प्रासादोत्पत्तिनो इतिहास हस्तलक्षण मानपरिभाषा-कोष्टकम् वास्तुक्षेत्र विचार वास्तुपद देवता ४९ पदात्मक मरीचिगणवास्तु (जीर्णोद्धारे) ६४ पद भद्रक वास्तु--(नगर निवेशेपू०) ८१ पद कामद वास्तु (गृहादि निवेशे) १०० पद भद्रवास्तु (प्रासाद-मण्डपादिनिवेशे) वास्तुममोपमम निर्णय वास्तुपरिभ्रमण वास्तुदोष बायाधङ्ग विचार वास्तु भूमि कोना हाथे मापवी ?
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