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[कल्याण-कलिका-प्रथमखण्डे ग्रन्थविषय
पृष्टाङ्क आय लाववानी रीति अने नामादि देवालयोमा अने अधमालयोमा शुभ आय काल परक आयोनी श्रेष्ठता वर्ण विशेषने आय विशेषनी श्रेष्ठता आयोनुं फल कार्यविशेषे आय विशेष ध्वज प्रतिनिधि आयो आयोना मुखनी दिशाओ आय ज्ञानार्थक कोष्टक नक्षत्रत्रिविध नक्षत्रगण अंगुलात्मक क्षेत्रा नक्षत्र ज्ञानार्थक कोष्टक ९६-९७ হহি चातुर्वर्ण्य राशि राशिकूट
९९ चन्द्र चन्द्रनो वासो जाणवानी रीति व्यय आयस्थाने व्यय प्रदान कोष्टक অন্ধ अंशक प्रदान स्थान तारा अधिपति
१०८ मतांतरे अधिपति
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