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________________ १२ द्वार नामावली :00-5000041255101 ७. जिन-नाम ८. गणधर-नाम ९. प्रवर्तिनी नाम १०. बीसस्थानक ११. माता-पिता नाम १२. जिन जननी-जनक गति १३. विहरमानजिन १४. जन्मसंख्या १५. गणधर संख्या १६. श्रमण संख्या १७. श्रमणी संख्या १८. वैक्रियलब्धिधारी संख्या १९. वादी संख्या - भरतक्षेत्र सम्बन्धी भूत, भावी और वर्तमान तीर्थंकरों के तथा ऐरावतक्षेत्र सम्बन्धी वर्तमान व भावी तीर्थंकरों के नाम। --- ऋषभ आदि चौबीस जिनेश्वरों के प्रथम गणधरों के नाम । - ऋषभ आदि चौबीस जिनेश्वरों की आद्य प्रवर्तिनियों के नाम । - तीर्थंकर नामकर्म के बंधन के निमित्तभूत बीसपदों के नाम । -- ऋषभ आदि चौबीस जिनेश्वरों के माता-पिता के नाम । - माता-पिता की मरणोपरांत गति । - एक समय में जघन्य व उत्कृष्ट कितने तीर्थंकर परमात्मा विचरण करते हैं इनकी संख्या। - कर्मभूमि में एक साथ कितने तीर्थंकर जघन्य व उत्कृष्ट से जन्म लेते हैं? इसका वर्णन । - चौबीस तीर्थंकरों के गणधरों की संख्या। - चौबीस तीर्थंकरों का मुनि परिवार । -- चौबीस तीर्थंकरों का साध्वी परिवार । - चौबीस तीर्थंकरों के वैक्रियलब्धिधारी मुनियों की संख्या। - चौबीस तीर्थंकरों के देवता व असुरों से भी अजेय ऐसे वादियों की संख्या। चौबीस तीर्थंकरों के अवधिज्ञानी मुनियों की संख्या । - चौबीस तीर्थंकरों के केवलज्ञानियों की संख्या। -- चौबीस तीर्थंकरों के मनपर्यवज्ञानियों की संख्या। - चौबीस तीर्थंकरों के चौदहपूर्वियों की संख्या । - तीर्थंकर परमात्मा के श्रावकों की संख्या। तीर्थंकरों की श्राविकाओं की संख्या । -- जिनेश्वरों के अधिष्ठायकों की संख्या । - जिनेश्वरों की अधिष्ठायिकाओं की संख्या । - जिनेश्वरों के शरीर का प्रमाण । - जिनेश्वरों के लांछन। - जिनेश्वरों का वर्ण। - किस तीर्थंकर ने कितने परिवार के साथ दीक्षा ग्रहण की। -- चौबीस तीर्थंकर परमात्मा का आयु प्रमाण।। - कितने परिवारों के साथ चौबीसों परमात्मा मोक्ष गये? - परमात्मा का निर्वाण स्थान । २०. अवधिज्ञानी संख्या २१. केवलज्ञानी संख्या २२. मन:पर्यवज्ञानी संख्या २३. चौदहपूर्वी संख्या २४. श्रावक संख्या २५. श्राविका संख्या २६. अधिष्ठायक २७. अधिष्ठायिका २८. शरीरपरिमाण २९. लांछन ३०. जिन वर्ण ३१. व्रती-परिवार ३२. आयु-प्रमाण ३३. मोक्ष-परिवार ३४. निर्वाण-स्थल Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001716
Book TitlePravachana Saroddhar Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorHemprabhashreeji
PublisherPrakrit Bharti Academy
Publication Year1999
Total Pages504
LanguageHindi, Prakrit
ClassificationBook_Devnagari, Religion, & Principle
File Size8 MB
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