________________
१७७
१९२
परमात्मप्रकाश में बहिरात्मा योगसार में बहिरात्मा
१८२ ३.२.५ मुनि रामसिंह के पाहुडदोहा में बहिरात्मा के लक्षण
१८२ ३.२.६ आचार्य शुभचन्द्र के ज्ञानार्णव में बहिरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण १८७ ३.२.७ आचार्य अमितगति के योगसारप्राभृत में
बहिरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण ३.२.८ आचार्य गुणभद्र के अनुसार बहिरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण १९५ ३.२.९ योगशास्त्र में बहिरात्मा का स्वरूप
१९६ ३.२.१० बनारसीदास की रचनाओं में बहिरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण ३.२.११ श्रीमद् राजचन्द्रजी के अनुसार बहिरात्मा ३.२.१२ आनन्दघनजी के अनुसार बहिरात्मा का स्वरूप
२०१ ३.२.१३ देवचन्द्रजी के अनुसार बहिरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण
२०३ बहिरात्मा के प्रकार एवं अवस्थाएँ ३.४ क्या अविरतसम्यग्दृष्टि बहिरात्मा है ? बहिरात्मा और लेश्या
२०६ ३.६ बहिरात्मा और कषाय
१९७
२००
३.३
२०४
२०५
३.५
२०७
अध्याय ४ : अन्तरात्मा का स्वरूप, लक्षण और प्रकार ४.१ अन्तरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण
२०९ ४.२.१ कुन्दकुन्ददेव की दृष्टि में अन्तरात्मा का स्वरूप
२०९ (क) मोक्षप्राभृत में अन्तरात्मा का स्वरूप
२०९ (ख) नियमसार में आत्मा का स्वरूप
२११ ४.२.२ स्वामी कार्तिकेय के अनुसार अन्तरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण २१३ ४.२.३ आचार्य पूज्यपाद देवनन्दी के अनुसार अन्तरात्मा का स्वरूप २१७ ४.२.४ योगीन्दुदेव के अनुसार अन्तरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण २१९
(क) परमात्मप्रकाश में आत्मा का स्वरूप (ख) योगसार में आत्मा का स्वरूप
२२८ ४.२.५ मुनि रामसिंह की दृष्टि में अन्तरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण २३० ४.२.६ आचार्य शुभचन्द्र के ज्ञानार्णव में अन्तरात्मा का स्वरूप एवं लक्षण २३४
२१९
Jain Education International
For Private & Personal Use Only
www.jainelibrary.org