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खण्ड : द्वितीय
जैन धर्म में ध्यान का ऐतिहासिक विकास क्रम
खण्ड : - द्वितीय
प्राचीन जैन अर्धमागधी वाङ्मय में ध्यान
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योग और ध्यान की भारतीय परम्परा आगम-कर्त्ता- अंगप्रविष्ट- अंगबाह्य आचारांग सूत्र और उसके व्याख्या साहित्य में ध्यान
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