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अप्प ( अल्प ) = अल्प, थोड़ा। अणाइअ (अनादिक )= जिसकी आदि नहीं ।
अव्यय कत्तो, कुत्तो, कुओ, कओ (कुतः) = क्यों, कहाँ से, किस ओर से । जहा, जह, ( यथा) = जैसे, यथा, जिस प्रकार । एव, एवं ( एवम् ) = एवं, इस प्रकार । सव्वत्तो, सव्वतो, सव्वओ ( सर्वतः) = सब प्रकार से, चारों ओर से,
__ सर्वतः। तहा, तह ( तथा ) = तथा, वैसे, उस प्रकार से । अन्तो ( अन्तर )= अन्दर । खलु (खलु ) = निश्चय ।
धातुएँ जाण ( ज्ञा)-जानना, मालूम करना, ज्ञात करना । प+ मत्थ् (प्र+ मत्थ् )-मन्यन करना, नाश करना । कील, कोड् ( क्रोड्)-खेलना, क्रीड़ा करना। रम् ( रम् ) = खेलना, रमना, रमाना । गम्, नम् ( नम् )-नमस्कार करना, झुकना। दह, डह, ( दह, )-दग्ध होना, जलना, जलाना। सह ( सह )-सहन करना। पास ( पश्य )-देखना । परि + अट्ट (परि+वर्त)-घूमना, पर्यटन करन' । आ+ इक्ख (पा + चक्ष )-कहना, बोलना ।
वाक्य ( हिन्दी में) सभी को सदा सुख प्रिय है।
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