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विशेष-विवरण
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क्रम सं| दीक्षा क्रम. साध्वी-नाम जन्मसंवत् स्थान | पिता-नाम गोत्र | दीक्षा संवत् स्थान | स्वर्गवास
| 134 10 श्री कुन्नणांजी | जूवाला पोरवाल 1903 चै. शु. 10 माधोपुर
1128.
129.
In श्री मैनां जी | सूरवाल
तेरापंथ परम्परा की श्रमणियाँ
1903 चै. शु. 10
पोरवाल
माधोपुर
1130.
136
पीतलिया
131.
137
- श्री नोजांजी
| मोखुणंदा 0 श्री आशांजी
श्री मगनांजी | पाली । श्री रुकमांजी | बेनाथा
1903 फा. शु. 5 | गंगापुर 1904 - 1904 मृ. शु. 8 पाली 1904 मा. शु. 2 बीदासर
1132.
138
सकलेचा आरी
133.
139
0000000
134.
141
चन्दूजी | सुजानगढ़
कुन्नणांजी| पाली nश्री जीऊजी | गोठासर
श्री अमरुजी | राजलदेसर
* चोरडिया लुंकड़
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| 1904 चै. शु. 8 1905 आसो.शु. 10 1905 मृ. शु. 3 1905 वै. कृ. 8
नाहटा
चूरू बीदासर
तप-29, 30, 30. संवत् 1912 कंटालिया में स्वर्गस्थ तप बेले से ऊपर की संख्या-404, अनेक वर्ष दस प्रत्याख्यान, संवत 1946-64 के मध्य दिवंगत संवत् 1911 में दिवंगत संवत् 1906 में दिवंगत |तप-13,30 उपवास,संवत् 1937 में दिवंगत | दो मासखमण किये, संवत् 1916 के
बाद जययुग में दिवंगत | संवत् 1913 में समाधिमरण
सजोड़े दीक्षा, संवत् 1912 रायपुर में स्वर्गस्थ | संवत् 1909 पादू में दिवंगत तप-10, 11 उपवास, संवत् 1946-64 के मध्य दिवंगत तप-15, 17, 22, 45, 13 उपवास,
संवत् 1924 में स्वर्गस्थ | संवत् 1956 में स्वर्गस्थ तप-12, 15 उपवास, स्वहस्त से दो दीक्षाएं दीं, संवत् 1943 में दिवंगत ऋषिराय युग में दिवंगत तप-5 से 13 तक तप के दिन 261 तथा 14, 15, 19, 20, 22, 23 का तप, संवत् 1939 के बाद मघवायुग में दिवंगत
144
बछावत
अमृतांजी | पाली
पोरवाल
1905 ज्ये. शु. 1
|
पाली
139.
146
सुजानगढ़
| श्री सिरदारांजी | सुजानगढ़
श्री सिरदारांजी बोरावड़
बोथरा पगारिया
1906 मृ. कृ. 1 1906 म. कृ.4
140.
147
बोरावड़
141.
148
नाहर
श्री चांदूजी 10 श्री दोलांजी
बाजोली | सिरियारी
1906 मृ. कृ. 12 | बाजोली 1906 मृ. शु. 9 | हींगोला
142.
149
कटारिया
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