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________________ विशेष-विवरण Jain Education International क्रम सं| दीक्षा क्रम| साध्वी-नाम जन्मसंवत् स्थान | पिता-नाम गोत्र | दीक्षा संवत् स्थान | स्वर्गवास 143. 1500 श्री मघूजी बीदासर बैंगानी 1906 मा. कृ. 3 खानपुर 144. श्री सिरदारांजी | पालड़ी वैद मुंहता 1906 145. - श्री मोतांजी लाडनूं सरावगी 1906 फा. शु. 5 लाडनूं 146. श्री रूपांजी | लक्खासर स्वरूपचंद नाहटा | 1906 चै. कृ. 1 रतनगढ़ श्री नंदूजी बीदासर बैंगानी 1906 वै. - लाडनूं 148. मूलांजी | बीदासर कोचर 1906 ज्ये. शु. 13 कुन्नणांजी | बीदासर *बैंगानी | 1907 मृ. शु. 4 147. बीदासर 000000 0 0 I श्री हुकमांजी | बीदासर बैंगानी 1907 पौ. शु. 1 | बीदासर 151. - श्री बखतावरजी| सुजानगढ़ 1907 सुजानगढ़ प्रतापमलजी बेगवानी सांखला श्री रोडांजी 902 लांबोरी For Private & Personal Use Only | 1907 चै. कृ. 1 | दीवेड़ 0 संवत् 1921 में दिवंगत संवत् 1909 पाली में स्वर्गस्थ |संवत् 1936 में दिवंगत संवत् 1923 बीदासर में दिवंगत तप-10,31 उपवास, संवत् 1910 में स्वर्गस्थ | तप-9,9,16,29, संवत् 1922 में स्वर्गगमन तप-उपवास से पंचोले तक, स्वर्गवास1916 से 64 के मध्य तप-16, 12,21,30,30, 23 दिन का, स्वर्गवास-संवत् 1936 तप संख्या बेले से 17 तक के 802 दिन, दो मासखमण, संवत् 1952 मोमासर में स्वर्गस्थ तप-15, 16, 21, 21, 30, 37 दिन के | उपवास, संवत् 1918 बीदासर में स्वर्ग प्रस्थान |तप-5, 10, 16 उपवास, संवत् 1925 में दिवांत तप-11, 11, 13, 14 उपवास, संवत् 1918 बीदासर में दिवंगत तप-10, 10, 11, 16,21, 25 उपवास, संवत् 1942 में स्वर्गस्थ तप-5, 8, 6, 8 उपवास, संवत् 1925 ज्ये. कृ. 6 को पंडितमरण पुत्र कालूजी के साथ दीक्षा, संवत् 1909 में स्वर्गगमन |तप-11, 8, 5, 21 उपवास, संवत् 1920 में स्वर्गवास ऋषिराय की अंतिम शिष्या, संवत् 1921 में स्वर्गवास बीदासर श्री लच्छूजी In श्री गंगाजी | चाड़वास | कोशीथल *बोथरा माहेश्वरी 1907 ज्ये. कृ. 9 1907 ज्ये. शु. 12 श्री भानांजी बाघावास | गुणधर चोपड़ा 1907 ज्ये. शु. 13 बाघावास 0 156. In श्री चिमनांजी | बीदासर बैंगानी | 1907 आषा. शु. 7 | बीदासर 157. | श्री बगतूजी | *रेलमगरा सरावगी | 1908 मृ. कृ. 6 रेलमगरा 0 158. - श्री साकरजी | नाथद्वारा पोरवाल | 1908 पौ. कृ. 3 गोगुंदा जैन श्रमणियों का बृहद इतिहास 168 डागा श्री मूलांजी | बीदासर www.jainelibrary.org लाडनूं | 1908 पौ. शु. 13 0
SR No.001693
Book TitleJain Dharma ki Shramaniyo ka Bruhad Itihas
Original Sutra AuthorN/A
AuthorVijay Sadhvi Arya
PublisherBharatiya Vidya Pratishthan
Publication Year2007
Total Pages1076
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, History, & Biography
File Size24 MB
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