SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 244
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ 214/संस्कार एवं व्रतारोपण सम्बन्धी साहित्य प्रवेदन विधि ३. आवश्यकसूत्र के तृतीय दिन की विधि- ३.१ आवश्यक श्रुतस्कंध के तीसरे अध्ययन की उद्देश विधि, समुद्देश विधि, वाचना विधि, अनुज्ञाविधि और प्रवेदन विधि ४. आवश्यकसूत्र के चतुर्थ दिन की विधि- ४.१ आवश्यक श्रुतस्कंध के चौथे अध्ययन की उद्देश विधि, समुद्देश विधि, वाचन विधि, अनुज्ञाविधि और प्रवेदन विधि ५. आवश्यकसूत्र के पंचम दिन की विधि- ५.१ समुद्देश विधि, वाचना विधि, अनुज्ञाविधि और प्रवेदन विधि ६. आवश्यकसूत्र के षष्ठम दिन की विधि, समुद्देश विधि, वाचना विधि, अनुज्ञाविधि और प्रवेदन विधि ७. आवश्यकसूत्र के सप्तम दिन की विधि- ७.१ आवश्यक श्रुतस्कंध की समुद्देश विधि, वाचना विधि एवं प्रवेदन विधि ८. आवश्यकसूत्र के अष्टम दिन की विधि८.१ आवश्यक श्रुतस्कंध की अनुज्ञानंदी विधि, आवश्यक श्रुतस्कंध की अनुज्ञा विधि और प्रवेदन विधि ६. पाली प्रवेदन (पवेयणा) विधि- आवश्यक सूत्र योग के मूल दिन पूर्ण होने के बाद वृद्धि के चार दिन तथा अन्य दिन गिरे हों, तो उन दिनों में करने की विधि ८. श्री दशवैकालिकसूत्र योग विधि- इस सूत्र के योग पन्द्रह दिन में पूरे होते हैं। प्रत्येक दिन की पृथक्-पृथक् विधि इस प्रकार है १. दशवैकालिकसूत्र के पहले दिन की विधि- १.१ दशवैकालिकसूत्र के योग में प्रवेश करने की विधि १.२ दशवैकालिक श्रुतस्कंध के उद्देश-नंदी की विधि १.३ दशवकालिक श्रुतस्कंध की उद्देश विधि १.४ दशवैकालिक श्रुतस्कंध के प्रथम अध्ययन की उद्देश विधि १.५ दशवैकालिक श्रुतस्कंध के प्रथम अध्ययन की समुद्देश विधि १.६ दशवैकालिक श्रुतस्कंध के प्रथम अध्ययन की वाचना विधि १. ७ दशवकालिक श्रुतस्कंध के प्रथम अध्ययन की अनुज्ञा विधि १.८ प्रवेदन विधि। २. दशवैकालिकसूत्र के दूसरे दिन की विधि- २.१ दशवैकालिक श्रुतस्कंध के दूसरे अध्ययन की उद्देश विधि, समुद्देश विधि, वाचना विधि, अनुज्ञा विधि और प्रवेदन विधि। ३. दशवकालिक सूत्र के तीसरे दिन की विधि- ३.१ दशवकालिक सूत्र के तीसरे अध्ययन की उद्देश विधि, समद्देश विधि, अनुज्ञाविधि और प्रवेदन विधि। ४. दशवैकालिकसूत्र के चौथे दिन की विधि- ४.१ दशवैकालिक श्रुतस्कंध के चौथे अध्ययन की उद्देश विधि, समुद्देश विधि, वाचना विधि, अनुज्ञा विधि और प्रवेदन विधि। ५. दशवैकालिकसूत्र के पाँचवे दिन की विधि- ५.१ दशवकालिक श्रुतस्कंध के पाँचवे अध्ययन की उद्देश विधि, पाँचवें अध्ययन के प्रथम उद्देशक की उद्देश विधि, द्वितीय उद्देशक की उद्देश विधि, प्रथम-द्वितीय उद्देशक की समुद्देश विधि, पाँचवें अध्ययन की समुद्देश विधि, वाचना विधि, प्रथम-द्वितीय उद्देशक की अनुज्ञा विधि, पाँचवे अध्ययन की अनुज्ञा विधि और प्रवेदन विधि। ६. दशवैकालिक सूत्र के छठे दिन की विधि- ६.१ दशवकालिक श्रुतस्कंध के छठे अध्ययन की उद्देश विधि, समुद्देश विधि, वाचना विधि, अनुज्ञा विधि और प्रवेदन विधि ७. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001679
Book TitleJain Vidhi Vidhan Sambandhi Sahitya ka Bruhad Itihas Part 1
Original Sutra AuthorN/A
AuthorSaumyagunashreeji
PublisherPrachya Vidyapith Shajapur
Publication Year2006
Total Pages704
LanguageHindi
ClassificationBook_Devnagari, Ritual_text, Ritual, History, Literature, & Vidhi
File Size11 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy