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श्रीमद्विद्यानन्दस्वामि-विरचिता
आप्त-परीक्षा
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[स्वोपज्ञाप्तपरीक्षालङ्कति टीकायुता]
सम्पादक और अनुवादक न्यायाचार्य डॉ. पं० दरबारीलाल जैन कोठिया
मा
विद्वता
भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद
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