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युग प्रमुख चारित्रशिरोमणि सन्मार्गदिवाकर पूज्य आचार्यश्री विमलसागरजी महाराज की हीरक जयन्ती प्रकाशन माला
तार्किकशिरोमणि श्रीमद्विद्यानन्दस्वामि-विरचिता
आप्त- परीक्षा
[ स्वोपज्ञाप्तपरीक्षालङ्कृति - टीकायुता ] ( हिन्दी अनुवाद - प्रस्तावनादि सहिता )
सम्पादक और
अनुवादक
न्यायाचार्य डॉ० पण्डित दरबारीलाल जैन, कोठिया, शास्त्राचार्य, एम. ए., पी-एच. डी.
[ जैन तर्कशास्त्र में अनुमान -विचार, जैन दर्शन और प्रमाणशास्त्र परिशीलन, जैन तत्त्वज्ञान मीमांसा आदि ग्रन्थोंके लेखक तथा सम्पादक - अनुवादक - न्यायदीपिका, अध्यात्मक मलमार्त्तण्ड, श्रीपुरपार्श्वनाथस्तोत्र और शासनचतुस्त्रिशिका ]
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तविद्वत्
परिषद
प्रकाशक
भारतवर्षीय अनेकान्त विद्वत् परिषद्
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