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________________ २०५ (८) शाकिनी-डाकिनियोंका उपद्रव । - प्रश्न-शान्ति-स्तव में किसकी स्तुति की गयी है ? उत्तर-शान्ति-स्तवमें श्रीशान्तिनाथ भगवान् तथा विजया-जयादेवीकी स्तुति की गयी है। प्रश्न-शान्ति-स्तवमें श्रीशान्तिनाथ भगवान्की स्तुति किस प्रकार की गयी है। उत्तर-शान्ति-स्तवमें प्रथम श्रीशान्तिनाथ भगवान्के सामान्य गुणोंको स्तुति की गयी है, जैसे कि:-वे शान्तिके गृहसमान हैं, प्रशमरसमें निमग्न हैं, अशिवका नाश करनेवाले हैं, आदि । तदनन्तर पाँच गाथाओंसे नाम-मन्त्र-स्तुति की गयी है। · प्रश्न-नाम-मन्त्र स्तुतिमें क्या आता है ? उत्तर-नाम-मन्त्र स्तुतिमें सोलह नाम-मन्त्र आते हैं; जो इस प्रकार हैं: (१) ॐ निश्चितवचसे शान्तिनाथाय नमो नमः ।। (२) ॐ भगवते शान्तिजिनाय नमो नमः ।। (३) ॐ अर्हते शान्तिजिनाय नमो नमः ॥ (४) ॐ जयवते शान्तिजिनाय नमो नमः ।। (५) ॐ यशस्विने शान्तिजिनाय नमो नमः ॥ (६) ॐ दमिनां स्वामिने शान्तिजिनाय नमो नमः ॥ (७) ॐ सकलातिशेषक-महासम्पत्ति-समन्विताय शान्तिजिनाय नमो नमः ॥ (८) ॐ शस्याय शान्तिजिनाय नमो नमः ॥ (९) ॐ शान्तिदेवाय शान्तिजिनाय नमो नमः ॥ (१०) ॐ त्रैलोक्यपूजिताय शान्तिजिनाय नमो नमः ॥ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001521
Book TitlePanchpratikramansutra tatha Navsmaran
Original Sutra AuthorN/A
AuthorJain Sahitya Vikas Mandal Vileparle Mumbai
PublisherJain Sahitya Vikas Mandal
Publication Year
Total Pages642
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Ritual_text, Ritual, Worship, religion, & Paryushan
File Size23 MB
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