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5.1. 'हे' प्रत्यय : बालहे 5.2. 'हुँ' प्रत्यय : वयंसिअहुँ । 4/6 1. 'हे' प्रत्यय : अलहंतिअहे', जंपिरहे, तहे, तिसहे', धणहे, मज झहे,
मुद्धडहे, °हासहे; जोअंतिहे, मेल्लंतिहे, रोमावलिहे; कंगुहे; गणंतिए
(333) हासो जायतजेपिरहे, तो
प्रथम
बहुवचन
4/6,2. 'हु' प्रत्यय : वयंसिअहु; 'हँ' प्रत्यय : मायहँ । 7.1. 'हिं' प्रत्यय : एक्कहि”, उजेणिहि", वाराणसिहि , सल्लइहि , संघिहि
इहि”; 'हि' प्रत्यय : महिहि । 7.2. 'हि' प्रत्यय : दिसिहि । 8.1. अप्रत्यय : दूइ, घणि, पुत्ति, बहिणि, सहि, गोरि; 'ए' प्रत्यय : अम्मिएँ,
बहिणुएँ, बिट्टीए; 'ई' प्रत्यय : अम्मि, मुद्धि । 8.2 'हो' प्रत्यय : तरुणिहों. संबोधन एकवचन का 'ए' 'बिट्टीए' में छंद के कारण दीर्घ किया गया है।
प्रथम और द्वितीय पुरुष सर्वनाम एकवचन प्रथम पुरुष द्वितीय पुरुष प्रथम पुरुष द्वितीय पुरुष 1. हउँ तुहुँ
अम्हे, अम्हइँ, तुम्हे, तुम्हइँ 2. म. तइँ, पइँ
अम्हेहि 4/5/6. महु, मञ्झु, तुह, तउ अम्हाहँ तुम्हहँ
तुज्झ, तुघ्र 7. मइँ तइँ, पइँ अम्हासु तुम्हासु __ छन्द के कारण 'अम्हहँ' का 'अम्हाहँ हुआ है ।
___ अन्य विशिष्ट सार्वनामिक रूप प्रथमा/द्वितीया एक व. प्रत्यय
अंग
रूप
ज, त (नपुं.) ध्रु त्रं " , बहु व. ए (अ, इ) त, ए, ओ ।
ते, ते, ति; एइ, ओइ ।
3.
,
तुम्हेहि
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