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________________ ३४८ . प्राकृतपैंगलम् धारा २.८९ नगरी का नाम पअलिअ (प्रकटित) २.९८ कर्म० कृ०) १.८, पढि (पूर्वका० धाला १.१८ धारा नगरी पअट्ठ (प्रदष्ट) २.१७९ कि०) १.१४६ धिक्कदलण १.२०१ शब्दानुकृति पआ २.५२, २.१६८ पढम (प्रथम) १.१, १.१४, १.८४, १.९१ धिज्जं (धैर्य) १.४ हि० रा० धीरज पआणा (प्रयाण) १.१४५ सेनाप्रयाण अनेकश: पहला धिट्ठ (धृष्ट) १.१४५ Vपआस ( प्रकाश) प्रकाशित करना, | Vपणम (प्र + Vनम्) पणमह (प्रणमत) धीर २.१६९ पआसइ १.९७, पआसंति १.५३, २.१०९ प्रणाम करना धुअ (ध्रुव) १.१६, १.३९, १.७१ (अव्यय) पआसउ २.२०८, पआसहु २.२१०, | पण्णरह (पंचदश) १.१०५, १.१४०, निश्चय ही पआसिअ २.१७०, पआसिओ २.१५६ पन्द्रह *धुअ (ध्रुव) १.१५ षट्कल गण का नाम १.१९१, १.१४९, पआसे इ | पताका १.५५ वर्णपताका, मात्रापताका (15III) (प्रकाशयति) १.६५, १.८४ पत्त (पत्र) १.१८ आदि लघु त्रिकलगण *धुअ (ध्रुव) १.१२३ छप्पअ छन्द का भेद | पड़ (प्रति) पइ (-गणं) १.२२ का नाम (15) (तु० हि० पत्ताधुत्त (धूर्त) १.१६९, २.२८ पइपओ (प्रतिपद) २.८२ पात, राज० पत्तो) धुल्लि (धूली) १.९२ धूल पइक १.२०४ पदाति सेना | पत्तो (प्राप्तः) १.१ पत्ता (प्राप्ता) १.९३ धूलि १.१४७, १.१५५, १.२०१, २.५९ | | पइक्क १.१९७, २.१६८, पायक, पैदल सेना | पत्ति (पंक्ति) २.१३२ धूल पइज्ज (पतितः, प्राप्तः) २.१५० पाया हुआ | पत्ति १.२०७, २.१११ पदाति सेना धोअ(धौत) धुला हुआ, धोअंजण (धौतांजन) पड़ २.१८ स्वामी, पति पत्थर (प्रस्तर) १.१६६ पत्थर २.१८९ *'पउमावत्ती (पद्मावती) १.१४४ छंद का | पत्थरसंख (प्रस्तारसंख्या) १.४५ छंद के नाम प्रस्तार की गणना *पओहर (पयोधर) १.१७, २.३१, १.१४४ | पत्थरि (प्रस्तारे) १.१२३ *पंकअवालिअ (पंकावली छंद) २.१४८ | | मध्यगुरु चतुष्कल गण (151) पत्थार (प्रस्तार) १.१०८ पंगु १.११६ (रा० पाँगलो) | *पओहरु (पयोधरः) १.८० दोहा छंद का | पफुल्लिअ (प्रफुल्लित) २.५५ पंच (पञ्च) १.१२ हि० रा० गु० पाँच, तु० पबंधो (प्रबंधः) १.११४ पाञ्च (वर्णर० २४ क) पंच (-कले) | पाअ (पाद) पाअं (पाद) कर्म ए० १.१७१ | पबल (प्रबल) १.२०१ १.१७ पंचा २.४५ पंचउ २.१७० चरण पभण (प्र+V भण्) कहना, पभणइ २.१४८, पंचम २.८७ पाँचवाँ Vपकाव (Vपाचय) पकावउँ १.१३० पभणेइ १.७०, १.१८७, २.८६. पंचाल २.१९ पकाना, पकवाना पभणति २.१५४, पभण २.१५, पंडव (पांडव) २.१०७ पक्खर १.१०६ पाखर घोड़े की झूल २.१५२, पभणिज्जइ १.११६ पंडिअ (पंडित) १.९४ पक्खरिअ १.१५७ झूलवाले, सजे हुए पभणिज्जे २.२०६, पभणीजे पंफुल्ला (प्रफुल्ल) २.८९ पक्खि (पक्षी) १.२०१ २.१०४ पंति (पंक्तिका) १.१४ हि० पाँत-पाँति रा० पच्छिम (पश्चिम) १.६६ दूसरा *पमाणि (प्रमाणी) २.६८ वर्णिक छंद का पंगत; पाँत *पज्झडिअ १.११५ पज्झटिका छंद नाम पअंगम (प्लवंगम) १.१८६ मात्रिक छंद | *पटव्व (पटहः) १.१९ अंतलघु त्रिकल | पमाण (प्रमाणं) प्रमाण राज० परमाण (एह) का नाम का नाम () प्पमाणेण (प्रमाणेन) करण ए० व० पअंत (पदांत) २.१३९ | Vपड (सं. Vपत् =*पट्) हि० पड़ना गु० १.१९ पअंड (प्रचंड) २.६९ पडवू रा० पडवो-पड़वो पडु (भू० पमाण (प्र+Vमान्) पमाणहु १.१३१ प्रमाणित Vपअ (पत्) गिरना, पअंति (पतंति) वर्त० कर्म० कृ० ए० व०) १.६, पाडिओ __ करना प्र० ब० १.८५ (भू० कर्म० कृ०) १.२ परहि (परं) १.४८ दूसरे को पअ १.७, १.५२, १.९२, १.११६, १.१३७ | *पडिवक्खो (प्रतिपक्षः) १.११३ काव्य छंद | परद्धंमि (परार्धे) १.५७ उत्तरार्ध में आदि पअणि (पदानि), १.८६ पएसुं | का भेद परसमणि (स्पर्शमणि) १.७९ पारस २.११४, चरण Vपढ (/प) हि० पढना, रा० पढबो-वो, परभरण १.४५ पअहर (पयोधरः) १.१७५ गु० पढवू, पढइ (वर्त० प्र० ए०) | परक्कम (पराक्रम) १.१२६ पअल (प्रकट) १.८६ पअलि १.१६१, १.८, १.११, पढंति २.११६, पढ | | परसण्णा (प्रसन्ना) २.४८ पअला २.१४१ १.१६१ (तुरिअ-) पढिओ (भूत०] परमत्ता (परमात्रा) १.४१ भेद मद Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001440
Book TitlePrakritpaingalam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBholashankar Vyas, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year2007
Total Pages690
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi, Apbhramsa
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size18 MB
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