SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 364
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ अभिधान (शब्दकोष) दैत्य भेद कणअ (कनक) १.२१. प्रथम द्विकल गण कि ज्जही २.५८, किज्जिअ | काअर (कातर) १.१५७, दीन १.१९३ कायर (5) का नाम १.१९५, किज्जिआ २.१६२, | काआ १.१८१ कणउ (कनक) १.१३३ छप्पय छंद का कारिज्जसु १.४०, किअ २.१४४, | काइँ (किंकानि) १.६, १.१३२, काइँ भेद किउ १.८८, किअउ १.९२, करिअ (संदेश० १२४), रा० काइँ) गु० "कण्ण (कर्णः) १.१७, द्विगुरु चतुष्कल २.१९२, करि १.२०४ काँ-काँइ गण का नाम (55) २.८८ *करहंच (करहंच छंद) २.६२ *कांती १.६० गाथा छंद का भेद (अनेकशः) "करही १.१३६ रड्डा छंद का भेद | काणण (कानन) १.१३५ वन, उपवन कण्ण (कर्ण) १.९६ राजा का नाम *करहु (करभः) १.८० दोहा छन्द का भेद | काणा (काण:) १.११६ काना (रा० काणू) कण्णला २.१२८ कर्णाट देश के लोग कदंबअ (कदंबक) १.१८८ कदंब के फूल | कान्ह (कृष्ण) १.९, हि० कान्ह, रा० कान्हू कण्हो (कृष्णः) २.४९ कल (सं० कला) १.१६ कलआ २.९६ (उ० का'। कत्थ (कुत्र) १.४. कहीं-कहाँ मात्रा Vकाम (सं० कामय्) कामंती (वर्त० कर्तृ० कत्थवि (कुत्रापि) १.७६ कहीं भी कलचुलि १.१८५ कलचुरि वंश का राजा कृ० स्त्री०) (कामयंती) १.३ Vकप्प (Vकल्प) कल्पित करना, काटना | कलत्त (कलत्र) २.११७ पत्नी *काम २.३ छन्द का नाम कप्पे २.२०७, कप्पे २.२०७, कलरुद्दाणी (कालरुद्राणी) १.८९ रसिका | काम (काम:) १.६७, २.१२२ कामदेव कप्पिआ २.१६१, कप्पि १.७१ | छंद का भेद कामराअ (कामराज) २.१२६ कबंध २.१८३, २.२११ धड़, कबंध नामक | *कलस (कलश) १.७५ स्कंधक छंद का | कामरूअ (कामरूप) २.१११ कामावआर कामावतार नामक छन्द २.५० कमठ १.९२ कछुआ कलहारिणि (कलहकारिणी) १.१६९ Vकाम (Vकाम्) इच्छा करना, कामंत १.३ कमण २.२६, २.१६७ कौन कला १.१२ मात्रा कामिणी (कामिनी) २.१५८ स्त्री कमल १.८२ कमल कलाभरण २.१५५ चन्द्रमा कालंजर १.१२८ कालिंजर, देश का नाम "कमल १.१५ षट्कल गण का नाम कलिंगा १.१४५ कलिंग देश कालपुरी २.१०३ कमलाअरु १.१२३ छप्पय छंद का भेद *कलि १.१५ षट्कल गण का नाम (551) काला २.२७ कला, मात्रा *कमलु (कमल) १.९३ रोला छंद का भेद | कलेवर १.१०६ शरीर कालिअ १.२०७ कालिय नाग कम्म (कर्म) २.१६९ काम कवहु १.२०२ कब कालिका २.४२ कालिका "करअल (करतल) १.१७ अंतगुरु चतुष्कल कव्व (काव्य) १.११, १.१०८, (अनेकशः), *काली १.१९ रसिका छंद का भेद (115) कविता कालो (कालः) १.३४ कर १.७४ २.५५, २.९५ हाथ, किरण कव्ववर (काव्यवर) २.१६० श्रेष्ठ काव्य कास (काशः) १.७७, २.६४, २.२०४, करअल (करतल) २.१५२ कवित्त (कवित्व) २.३२ कविता, पद्य काशपुष्प *करअल १.९३ 'रोला छंद का भेद' कविल (कपिल) २.९७ भूरा कासीस (काशीश) १.७७, २.१३१ करअल १.१४४ गुर्वत चतुष्कल, सगण | कहं (कथं) अव्यय १.६९ कैसे कासीसर (काशीश्वर) १.१४५ (515) Vकह(Vक)हि० कहना, रा० कहबो-वो; काहल १.३१, १.३२, २.९२, २.२०६ *करअलु १.१२३ छप्पय छंद का भेद गु० कहेर्नु; कह १.१५९, २.१६६ | लघु (1) करताल (करताल:) १.१९ अंतलघु त्रिकल कहइ (वर्त० प्र० ए०) १.२०, | काहे २.१४२ क्यों, किस लिये का नाम (5) १.४१, कहेहि १.१७३, कहा कि (किं) १.६ की, २.१३२, के २.११७, करवाल १.१०६, १.१८२ तलवार (आज्ञा) १.१३१, कहु २.१३७, केण २.१०१, कस्स २.१०७ Vकर (कृ) हि० करना, रा० करखो-बो, कहू २.९४, कहेहु १.१९७, कहीजे | किंपि (किमपि) १.१०५, २.११५ कुछ भी गु० करवू करहि १.२०५, करु २.९१, कहिज्जइ १.१४६, कहिअ | किछु (कश्चित्) १.३८ हि० कुछ १.४३, करे १.२०७, करिज्जसु २.८१, कहिओ (भूत० कर्म० | Vकिणीस तीक्ष्ण करना, किणीसइ १.१८८. १.४३, करिह १.१२५, करहु कृदंत) १.१६, २.१७, कहिअउ | कित्ति (कीर्ति) १.२०१, १.२०७, २.११९, १.१३४, करेहु १.२०६, करिए १.११६, कहिआ २.८१, कही २.१३५, २.१७३ (अनेकशः) यश (क्रियते) १.६, करिअइ २.२०३, २.७, २.४२, २.१२९ किम १.१३५ कैसे किज्जे २.२८, करीज १.१७७, | कहुँ १.१८९ कहाँ किर (किल) १.६७ निश्चयार्थक अव्यय करीजे २.२०२, किज्जड १.३७, का २.१२० संबंधबोधक परसर्ग किरण १.३६ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001440
Book TitlePrakritpaingalam
Original Sutra AuthorN/A
AuthorBholashankar Vyas, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
PublisherPrakrit Text Society Ahmedabad
Publication Year2007
Total Pages690
LanguagePrakrit, Sanskrit, Hindi, Apbhramsa
ClassificationBook_Devnagari & Literature
File Size18 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy