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________________ (७) स्कंधके परमाणुओंको उपचारसे प्रदेश कहकर बहुप्रदेशी कहा गया है। ७ चेतनत्व- अनेक जीवोमे समानरूपसें रहनेवाला चेत. नत्व सामान्य गुण है ८ अचेतनत्व- पुद्गल धर्म अधर्म आकाश काल इन द्रव्योमे समानरूपसे रहनेवाला अचेतनत्व सामान्य गुण है। ९ मूर्तत्व- अनेक पुद्गल परमाणुओमे समानरूपसे रहनेवाला मूर्तत्व सामान्य गुण है।। १० अमूर्तत्व- जीव धर्म अधर्म काल द्रव्योमे समान रहनेवाला अमूर्तत्व सामान्य गुण है । प्रत्येक अष्टौ अष्टौ सर्वेषाम् ॥ १० ॥ प्रत्येक द्रव्यमे अपने अपने आठ आठ सामान्य गुण रहते है। १ जीवद्रव्यमे अस्तित्वादि छह ७ चेतनत्व ८ अमूर्तत्व ( अचेतनत्व मूर्तत्व नही ) २ पुद्गल द्रव्यमे अस्तित्वादि छह ७ अचेतनत्व ८ रूपित्व ( चेतनत्व अरूपित्व नहीं ) ३ धर्म द्रव्यमे अस्तित्वादि ६ ७ अचेतनत्व ८ अरूपित्व (चेतनत्व रूपित्व नही ) ४ अधर्म द्रव्यमे अस्तित्वादि छह ७ अचेतनत्व ८ अरूपित्व ( चेतनत्व रूपित्व नहीं ) ५ आकाश द्रव्यमे अस्तित्वादि छह ७ अचेतनत्व ८ अरूपित्व (चेतनत्व रूपित्व नही ) Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001365
Book TitleAalappaddhati
Original Sutra AuthorDevsen Acharya
AuthorBhuvnendrakumar Shastri
PublisherJain Sanskruti Samrakshak Sangh Solapur
Publication Year1989
Total Pages168
LanguageHindi, Sanskrit
ClassificationBook_Devnagari & Nyay
File Size7 MB
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