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छब्बीस
सूक्ति त्रिवेणी
११५. अणुवीइ भासी से निग्गंथे ।
--२।३।१५।२ ११६. अणणुवीइ भासी से निग्गंथे समावइज्जा मोसं वयणाए ।
-२।३।१५।२ ११७. लोभपत्ते लोभी समावइज्जा मोसं वयणाए ।
--२।३।१५।२ ११८. अणणुनविय पाणभोयणभोई से निग्गंथे अदिन्नं भुंजिज्जा।
-२।३।१५।३ ११९. नाइमत्तपाणभोयणभोई से निग्गंथे ।
---२।३।१५।४ १२०. न सक्का न सोउं सद्दा, सोतविसयमागया। रागदोसा उ जे तत्थ, ते भिक्खू परिवज्जए ।
__ --२।३।१५।१३१ १२१. नो सक्का रूवमट्ठ, चक्खुविसयमागयं । रागदोसा उ जे तत्थ, ते भिक्खू परिवज्जए ।
--२।३।१५।१३२ १२२. न सक्का गंधमुग्धाउं, नासाविसयमागयं । रागदोसा उ जे तत्थ, ते भिक्खू परिवज्जए ।
--२।३।१५।१३३ १२३. न सक्का रसमस्साउं जीहाविसयमागयं । रागदोसा उ जे तत्थ, ते भिक्खू परिवज्जए ।
--२।३।१५।१३४ १२४. न सक्का फासमवेएउ, फासविसयमागयं । रागदोसा उ जे तत्थ, ते भिक्खू परिवज्जए ।
--२।३।१५।१३५ १२५. समाहियस्सऽग्गिसिहा व तेयसा, तवो य पन्ना न जस्सो य वड्ढइ ।
--२।४।१६।१४०
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