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उपक्रम
अखिल धर्म के नेताओं ने,
महिमा इसकी है गाई । और इसी के बल पर सबने,
सर्वोत्तम पदवी पाई ॥ आओ, मित्रो ! चलें जहाँ पर,
सदाचार की झलक मिले । सदाचार - वेदी पर,
बलि होने का उच्चादर्श मिले । सज्जनता की दुर्जनता पर,
विजय अखण्ड बतानी है। नर-जीवन भी देव-दैत्य
द्वन्द्वों की एक कहानी है।
अंग देश में अति सुखद, चंपापुर अभिराम; सभी भाँति समृद्धि से, शोभा अधिक ललाम ।
भारत में चंपा का भी,
क्या ही इतिहास पुराना है । लाख-लाख वर्षों का,
___ इसके पीछे ताना-बाना है । देवराज-पूजित तीर्थंकर,
वासुपूज्य त्रिभुवन-स्वामी । चंपा में निज कर्म-बंध को,
तोड़ हुए शिवगति-गामी ॥ महावीर भगवान् स्वयं,
चंपा नगरी में आए थे ।
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