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क्र. अभिलेख
की पंक्ति
मूल स्थान
वेद अध्ययन गोत्र की शाख
प्रवर
३
पितामह
पिता
दान प्राप्तकर्ता ब्राह्मण का नाम
प्राप्त । भाग
१. २२-२४
आश्रम स्थान वाजिमाध्यंदिन पराशर
२. २४-२६ महावन स्थान
आश्वलायन, पवित्र
औदल्य
३. २६-२७ ४. २७-२८ ५. २९-३० ६. ३०-३१ टकारी स्थान
माध्यंदिन सामवेद कौथुम
कात्यायन भारद्वाज
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माध्यंदिन
भारद्वाज
७. ३१-३३ ८, ३३-३४ त्रिपुरी स्थान ९. ३४-३६ मुतवथू
पराशर शक्तृ श्रोत्रि. दामोदर श्रोत्रि. ब्रह्म श्रोत्रि. गंगाधर शर्मा १ वसिष्ट गार्गय गौरि दी. गंगाधर आवस्थिक शुक्ल भद्रेश्वर शर्मा १ वीतांगिरस
महादित्य दी. सिंहकण्ठ शु. मधुकण्ठ शु. चन्द्रकण्ठ शर्मा १ दी. पद्मस्वामि दी. त्रिलोचन दी. नारायण शर्मा १॥
त्रि. रामेश्वर त्रि. जसोधर त्रि. सूर शर्मा १ भारद्वाज आंगिरस त्रि. डालण त्रि. आशाधर त्रि. विश्वेश्वर शर्मा १ वार्हस्पत्य
दी. केल्हण दी. मधु दी. राम शर्मा पं. हरिधर पं. महीधर पं. भृगु शर्मा
१॥ काश्यप वत्सार च. पृथ्वीधर च. आशाधर अग्नि. नारायण शर्मा १ नैध्रुव परावसु कांकायन ठ. भरतपाल ठ. डाल्लण राज. गोसल शर्मा १ कैकस काश्यप वत्सार चतुर्वेद जनार्दन चतुर्वेद धरणीधर महाराज पंडित २ वसिष्ठ
श्री गोसे शर्मा भार्गव च्यवन च. ... च. विष्णु च. रामेश्वर शर्मा आप्नुवान और्च जामदग्नी
आश्वलायन
काश्यप
१०. ३६-३७ अकोला
परावसु
११. ३७-३९ मथुरा
आश्वलायन
वसिष्ठ
१२. ३९-४१ मथरा स्थान
आश्वलायन
भार्गव
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