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________________ ९१ ९१-९२ विषयानुक्रम ८५७-७६ (१६) पचास बाहिर पचास बाहिर अंगोंके नामों का अतिदेश, उनके स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक ८७७-९९ (१७) पचास बाहिर बाहिर ८९-९० पचास बाहिर अंगोंके नामों का अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक (१८) पचास ओवात-अवदात ९०-९१ पचास ओवात अंगोंके नामोंका अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक ९१७-३२ (१९) पचास सामोवात-श्यामावदात पचास सामोवात अंगोंके नामोंका अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक ९३३-१६ (२०) पचास श्याम पचास श्याम अंगोंके नामोंका अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक ९४७-६५ ( २१-२२ ) पचास श्यामकृष्ण और कृष्ण ९२ पचास श्यामकृष्ण और कृष्ण अंगोंके नामोंका अतिदेश, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक ( २३-२४ ) पचास अध्यवदात और अतिकृष्ण ९६६-९६ (२५) बीस उत्तम बीस उत्तम अंगोंके नामोंका अतिदेश, उनके स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक ९९७-१०१० (२६) चौदह मध्यम चौदह मध्यम अंगोंके नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और एकार्थक १०११-१४ (२७) चौदह मध्यमानन्तर चौदह मध्यमानन्तर अंगोंके नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक १०१५-३७ (२८ ) दस जघन्य दस जघन्य अंगोंके नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक १०३८-५४ (२९ ) दो उत्तम मध्यम साधारण दो उत्तम मध्यम साधारण अंगोंके नाम, उनके स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक १०५५-५८ (३०) दो मध्यम मध्यम साधार दो मध्यम मध्यम साधारण अंगोंके नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक १०५९-६६ (३१) दो मध्यमानन्तर मध्यम साधारण दो मध्यमानन्तर मध्यम साधारण अंगोंके नाम, स्पर्शानुसार फलादेश और समानार्थक ९४-९५ Jain Education Intemational For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org
SR No.001065
Book TitleAngavijja
Original Sutra AuthorN/A
AuthorPunyavijay, Vasudev S Agarwal, Dalsukh Malvania
PublisherPrakrit Granth Parishad
Publication Year1957
Total Pages487
LanguagePrakrit, Hindi
ClassificationBook_Devnagari, Agam, Canon, Jyotish, & agam_anykaalin
File Size15 MB
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