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करुणा-स्रोतः आचरण में अहिंसा
उन्हें दूध में आर्सेनिक, रांगा (कलई की धातु), शीशा (रांगा) के तत्त्व मिले । इससे किडनी में दूषण, हृदयरोग, मस्तिष्क की कोशिकाओं का नाश एवं कैंसर भी हो सकता है। उन्होंने इस संशोधन हेतु ५० हजार दूध के नमूने लिए थे एवं उसका विवरण पत्रकार परिषद में प्रस्तुत किया था ।
प्रश्नः
इस संदर्भ में डॉ. कुरियन एवं श्वेत क्रांति के समर्थक क्या कहते हैं ? उत्तरः अधिक नमने लेकर परीक्षण करना चाहिए। नमूनों में दूध में गटर के पानी, वनस्पति तेल एवं प्रवाही साबून के अंश भी दिखाई दिए। कुछ नमूनों में केंचुए भी देखने को मिले क्योंकि दूध में वे लोग चूना, सफेद मिट्टी भी मिलाते हैं जिससे कि दूधकी घनता में वृद्धि होती है।
प्रश्नः
आपने कहा कि दूध पीना अर्थात् गाय-भैंस का रक्त पीना है, वह कैसे ? उत्तर: दूध और रक्त के स्रोत एक ही हैं और वे हैं गाय-भैंसों के शरीर के कोष । स्मरण रहे कि दूध का प्रत्येक कप जिसे आप पी रहे हैं उसमें खिन्नता, उदासी एवं पूर्ण रूप से पीडा प्राप्त करती माता स्वरूप गाय-भैंस से ही आता है। अरे। जिसका बछड़ा उसी की आँखों के सामने मार डाला गया हो, और उसे स्वयं जब वह दूध देना बंध कर देती हो तब उसे भी मार डाला जाता हो। एसे निरासावाली गाय-भैंस का दूध रक्त के बराबर ही है।
प्रश्नः
यदि दूध एवं डेयरी का उद्योग बंद कर दिया जाये तो हजारों लोग बेकार नहीं हो जायेंगे ?
उत्तरः अनेक लोग जो तस्करी, भीख, चोरी, नशीले पदार्थ का व्यापार, बंदूक चलाने वाले एवं आतंकवाद पर ही जी रहे हैं, क्या हम उन्हें मदद करने हेतु उनसे ये वस्तुयें खरीदेंगे ?
दूध का विकल्प क्या ?
प्रश्नः
उत्तरः प्लासीबो (Placebo ) अर्थात् गलत वस्तुओं का विकल्प क्या ? दूध के विकल्प में सोयाबीन का दूध, अन्य हरीशाक सब्जियाँ, दाल, दलहन आदि का उपयोग कर सकते हैं । मेरे पुत्र ने कभी भी दूध नहीं पिया फिर भी वह ६ फूट लंबा स्वस्थ युवक है- वह कभी एक दिन भी बीमार नहीं हुआ ।
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