Book Title: Kantivijayji Shastra Sangraha Chhani Vadodara
Author(s): Kantivijayji Shastra Sangraha
Publisher: Kantivijayji Shastra Sangraha
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Page #1 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥श्री सिद्धाचलमण्डन-श्री ऋषभदेवस्वामिने नमः॥ ॥श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नमः॥ ॥श्री गौतमस्वामिप्रमुखसद्गुरुभ्यो नमः॥ વિષય प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह जैन ज्ञान मंदिर, छाणी, वडोदरा. हस्तलिखित प्रतिओनी सूची (क्रमानुसार अने अकारादिक्रमानुसार) Page #2 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ॥ श्री सिद्धाचलमण्डन-श्री ऋषभदेवस्वामिने नमः॥ ॥श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नमः॥ ॥ श्री गौतमस्वामिप्रमुखसद्गुरुभ्यो नमः॥ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह जैन ज्ञान मंदिर, छाणी, वडोदरा. हस्तलिखित प्रतिओनी सूची (क्रमानुसार) Page #3 -------------------------------------------------------------------------- ________________ नोंध १/२ । २ ३ . प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमानुसार सूची क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र १/१ | निशीथसूत्रचूर्णी प्रथम खंड नं. १/१ । १-२३२ | निशीथचूर्णी द्वितीय खंड नं. १/२ १-२४५ त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्रम् ऋषभदेव| नेमिनाथ-चरित्राभ्यां रहितम् १-३८१ मुनिसुव्रतस्वामी चरित्र २११मुं कोरुं छे प्राकृतगाथाबद्ध । १-२११ | संवत १९६० प्रथमपंचाशकचूर्णि नं. ४थो १-५८ क्षेत्रसमासवृत्तिसह चुडामणी | पत्र २५मुंबेवडुं छे न्याय मंजुषा बृहद्वृत्ति ५२ धातु रत्नाकर . ३५८ पृथ्वीचंद्र चरित्र १२४ १० |सूत्रकृतांगसूत्र सटिक त्रिपाठ २७५ I (चित्र पृष्ठिकायुक्त) टीकाकर्ता : शीलाचार्य सं. १९६२ | अनुयोगद्वार सूत्र २८ १२ । | प्रत्येकबुद्ध चरित्र ९८ १३ शालिवाहन चरित्र पद्य - संस्कृत ३३ १४/१ | बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति भाष्य टीकासह ३४३ क १४/२ | बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति भाष्य टीकासह | ३४४-६८६ | ख १५ शतपदी शतपदी । मध्याह्न व्याख्यान | प्रतिष्ठा सारोद्धार टिप्पणीसह - त्रूटक | १८-११४ नंदीरचनाविधि आदि तथा सरस्वती स्तोत्र १९ | सत्यविजय पंन्यास निर्वाण २० विजयसेनसूरि निर्वाण २१ | उदयात् तीथि विचार .२२ लघुउपमिति भवप्रपंचा कथा १८ २४ .२६ २७ २८ ७८ १७ ૨૮ | भवभावना संक्षिप्त वृत्तिसह पत्र | कुमारपालप्रबन्ध | शब्दरत्नाकर - शब्द प्रभेद नाममाला | सुरसुंदरीकथा गाथाबद्ध यतिजितकल्पचूर्णी नंदीसूत्र चूर्णी | महल्लत्रया पिंड नियुक्ति | धर्मोपदेशमाला सटिक ऋषभदेवचरित्र गाथाबद्ध - प्राकृत | उणादि नाममाला अंगुल संस्कृतिका टीका तथा बालावबोधसह १५ ३१ १४७ १९२ १६ Page #4 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमांक ३५ कुमति निराकरण पुस्तीका स्तवन न्यायसारटीका ३६ ३७ बृहद्विचार रत्नाकर ३८ आवश्यकचूर्णी प्रश्नव्याकरण सटीक त्रिपाठ १ ३९ ४० ४१ ४२ ४३ * * * ४४ ४५ ४६ ४७ ४८ ४९ ५० ५१ ५२ ५३ ५४ ५५ ५६ ५७ ५८ ५९ ६० ६१ कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी ग्रंथ का नाम नोंध ६२ ६३ 'अस्वाध्याय अथर्ववेण वेदोपनिषत् बिंब प्रतिष्ठाविधि साधारण जिनस्तोत्र आदिजिन मनोरथमय स्तोत्र सारस्वत भाष्य विवरण वासुपूज्य चरित्र अनेकार्थ तिलक वस्तुपाल चरित्र ऋषिभासित दिनचर्या संग्रहणीवृत्तिगत गाथा सङ्ग्रह तत्त्वतरङ्गिणी सटीक | अध्यात्मकल्पद्रुम सटीक त्रिपाठ न्यायसार टीका ज्ञान चन्द्रोदय नाटक अर्बुदगिरि वस्तुपालमन्दिरप्रशस्ति मौन एकादशी कथा अनेकार्थ तिलक नाममाला हम्मीर मदमर्दन नाटक - वस्तुपाल स्तुति दुरियरय स्तव सटीक चतुर्विंशति जिनस्तवन चतुर्विंशतिका तथा ध्यानविचार आलोचना दान टिप्पन योगसार जम्बूस्वामिचरित्र ६४ ६५ स्वप्नप्रदीप कुमताहि विष जांगुली कुमताहि विष जांगुली योगविधि ६६ ६७ ६८ ६९ धनदराज शतकत्रय ७० ज्ञानार्णव ७१ | उपाशकदशांगसूत्र सटिक त्रिपाठ पत्र ४ ४१ २५८ २९३ ११२ २ २ ४ २ ४० ९६ १६ १०९ १२ ५ ५ २० ५६ ४६ १५ ३ ६ १७ १७ ९ ६ ११ ७ १३ ४ ९ ९ १९ १२ ५२ ३४ क्रमानुसार सूची Page #5 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी ग्रंथ का नाम पत्र नोंध क्रमाक ७६ १० १९५ ८२ १ अपूर्ण ८९ - ७२ समवायांगसूत्र सटिक त्रिपाठ ७३ | महावीरचरित्र १९७ | कर्मप्रकृतिसटीक त्रिपाठ १८८ ७५ अभिधान चिन्तामणी- नाममाला सटीक | १९७ विशेषावश्यक महाभाष्य ७७ नयोपदेश ७८ मनोदूतकाव्य साधुप्रतिक्रमण सावचूरि ८० सूत्रकृतांगसूत्रचूर्णी ८१ ऋषिमंडल कल्प | अनेकार्थसूत्रसटीक त्रिपाठ ८३ प्रवचनविचारसार ८४ | विवेकमंजरीसटीक | लिंगानुशासनदुर्गपदप्रबोध नमस्कारस्तववृत्तिसह ८७ | सुभाषितसंदोह ८८ | द्विजवदनचपेटिका | देवपूजाविधिप्रकरण, चैत्यवंदनावंदनक प्रत्याख्यान स्थान विवरण | सप्तनय विवरण | संवादसुंदर ९२ | दिगंबरमतखंडन ९३ | दिगंबरमतखंडन ९४ | आरामशोभाकथा ऋषभ,शांति,नेमि,पार्श्व,वीर जिन पंचस्तवी, जिनस्तोत्र रत्नकोश, इलदुर्गमंडन ऋषभ जिन स्तोत्र | उपधानविधिप्रकरण तथा असज्झाय । ९७ वर्धमानविद्याकल्प ९८ | उपदेशकंदली सटीक १८७ ९९ | कल्पसूत्रबारसा सावचूरिक पंचपाठ सचित्र १०० १०१ | जयतिहुअण सटीक १०२ चतुर्विशति जिन स्तोत्रो २-५ १०३ । विद्य गोष्ठि २१ १०४ चतुर्विंशति प्रबंध-अपरनाम-प्रबंधकोश | ५६ १०५ १०६ | सुपार्श्वनाथ चरित्र त्रूटक ३-१९४ .39mmar ९५ पत्र १३४ डबल छे अपूर्ण Page #6 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची पक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी ग्रंथ का नाम पत्र नोंध क्रमांक २१ २-२८ ११ | अपूर्ण अपूर्ण १५२ १०७ शांतिनाथ चरित्र १०८ सामाचारी १०९ | विवेकविलास ११० | पृथ्वीचंद्रचरित्र १११ । देशीनाममाला ११२ | महासती वर्णन संधि ११३ | योगशास्त्र त्रण प्रकाश ११४ | बोलविचार ११५ क्षमाकुलक आदि कुलको ११६ | सिध्ध नाभृत सूत्र तथा टीका ११७ | व्यवहारचूर्णी ११८ | विशेषणवती द्वात्रिंशिका सटीक त्रिपाठ १२० | प्रमालक्ष्मलक्षण १२१ | द्रव्य सप्ततिका सटीक त्रिपाठ १२२ .१२३ | | सामाचारी १२४ आगमिक वस्तु विचारसार प्रकरण वृत्ति सह १२५ | मुनिसुव्रतस्वामि चरित्र पद्य १२६ - चन्द्रप्रभचरित्र पद्य १२७ | अनुयोगद्वारसूत्र १२८ । | जंबुद्विपप्रज्ञप्ति चूर्णी १२९ | देहस्थितीस्तव योनिस्तव | अढाइजेसु सावचुरि १३० आचारांगचूर्णी २२ २३ ११५ १६० ४० ६८ १३२ |सुपार्श्वनाथ चरित्र १३३ | गुरुतत्त्वप्रदीप सटीक १३४ श्रावकप्रतिक्रमणचूर्णी १३५ प्रशमरतिसटीक १३६ प्रशमरतिसटीक । १३७ आप्तपरीक्षा सटीक त्रिपाठ । १३८ | धर्मसागरोत्थापित बोल विचार १३९ कर्मचंद्र प्रबंध १४० भावना विलास १४१ | युगादिदेव महिम्न स्तोत्र सावचूरि-त्रिपाठ १४२ | जिनस्तोत्र रत्नकोश १४३ | साधुगुणमाला २ १२ Page #7 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध ऋषिमंडल प्रकरण सटिक ईरियावहि चैत्यवंदना - वंदनक प्रत्याख्यान चूर्णी १४५ १४६ १४७ १४८ १४९ १५० १५९ १५२ १५३ १५४ १५५ १५६ १५७ १५८ १५९ १६० १६१ श्री सिद्धांतहुंडी पंचमीमाहात्म्य श्रावकप्रतिक्रमणसूत्रविवरण चैत्यवंदन महाभाष्य पंचलिंगीप्रकरण विवरण पिंडविश्रुद्धि दीपिका साधुप्रतिक्रमण सूत्र सटीक त्रिपाठ तिलकमंजरी टिप्पन जिनशतक पंजिका सामाचारी नयप्रकाश सटीक खरतर चर्चा चोवीसी जिनस्तोत्र रत्नकोश प्रथम प्रस्ताव आराधक विराधक चुतभंगी स्वोपज्ञावचूरी सह त्रिपाठ तथा ऋषभदेव स्तवावचूरि त्रिपाठ १६२ | चतुर्विंशतिजिनस्तव सटीक १६३ चतुर्विंशतिजिनस्तव सटीक १६४ शाश्वतजिनसुतविंशति विहरमान स्तुति चतुर्विंशतिकादि सावचूरि आचारांगजी सटीक त्रिपाठ १६५ १६६ योगशास्त्र सटीक १६७/१ भगवतीसूत्र सटीक त्रिपाठ १६७ / २ भगवतीसूत्र सटीक त्रिपाठ १६८ नंदीसूत्रवृत्ति दुर्गपद व्याख्यान १६९ गुरुतत्त्व विनिश्चय स्वोपज्ञ टीकासह त्रिपाठ १७० विजयप्रशस्तिकाव्य सटिक १७१९ स्थानांगवृत्तिगत गाथा विवरण १७२ पौषधषट्त्रिंशिका सटीक १७३ तंदुलवैचारिकसटीक त्रिपाठ १७४ प्रद्युम्नचरित्र २१७५ कुमारपाल कुमारपाल प्रतिबोध १७६ पत्र ३५० ४२ * | ** | ** | * | ** | * | * | * | * | * | * | ९६ ३९ ५१ १९ २४ १४ २६ ३२ २१ १५ ९ ९. १९ ८ ५ ९ ४ ३०८ २९३ ३५१ ३५२-७१० ६३ १४७ १४६ २१९ २५ ४३ ७१ १४९ क्रमानुसार सूची Page #8 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमानुसार सूची क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध १७७ पंचकल्पचूर्णी १७८ गौतमकुलकवृत्ति १७९ प्रज्ञापनातृतीयपद संग्रहणीसावचूरि त्रिपाठ १८० | उपदेशमालासावचूरि | पंचनिग्रंथीसटीक त्रिपाठ १८२ | औष्ट्रिक मतोत्सूत्र दीपिका १८३ | जिनसहस्त्रनामसटीक त्रिपाठ १८४ | लघुधर्मोत्तरवृत्ति १८५ | स्वप्नसप्ततिकावृत्तिसह । १८६ । योगविधि ९८७ | योगविधि १८८ | योगयंत्र १८९ | कालग्रहणविचार १९० सम्यक्त्वादि व्रतोच्चारण विधि १९१ | विचार बिन्दु । १९२ | मातृकाक्षरावृत्तिविवेक बंधहेतुदय त्रिभंगी सयंत्र १९४ | कीर्ति कौमुदी नवमं सर्ग १९५ अनित्य पंचाशिका सटीक त्रिपाठ ११६ । द्विजवदन चपेटिका मन्थथाष्टकं ११७ विहरमानजिन एकविंशतिस्थान सटीक त्रिपाठ ११८ । | नवतत्त्वप्रकरण सटीक त्रिपाठ -१९९ प्रमाणनयतत्त्वा लोकालङ्गार २०० अध्यात्मिकमतपरीक्षा सटीक २०१ | द्वादश भावना २०२ | तपोधिकारादि श्लोकसङ्गह २०३ | अध्यात्मोपयोगि स्तुति बालावबोध सह २०४ | थालिचोलां स्तुति बालावबोध सह त्रिपाव २०५ | स्वयंभूस्तोत्र चतुर्विंशतिजिन स्तोत्रो २०६ । | जिनसंख्याविचारमयदोधकं बालावबोध सह त्रिपाठ २०७ | मंत्रराज गर्भित पार्श्वनाथस्तोत्रादि २०८ | ऐंद्रस्तुति चतुर्विंशतिका सावचूरिक त्रिपाठ २०९ | ऋषभदेव स्तव तथा क्षुल्लक भव प्रकरण सटीक त्रिपाठ २१० पार्श्वनाथादि स्तुतिओ - थोयो तथा उवसग्गहरं स्तोत्र गाथा २१ १० Page #9 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी ग्रंथ का नाम पत्र नोंध क्रमांक ग्रथ का नाम ४४ ४८ गद्य ६ २११ |धर्मपरिक्षा २१२ | कथाकोश विनोदकथा सङ्गह २१३ | सिध्धांतहूंडी २१४ | रत्नचूडचरित्र २१५ | प्रदेशीचरित्र २१६ |सुमुखनृपादि मित्र चतुष्क कथा आदि कथाचनुष्यी पद्य २१७ रुपसेनचरित्र पद्य २१८ | मुंजनरेन्द्रकथा पद्य २१९ | चंपकश्रेण्ठिकथा पद्य २२० जंबूस्वामिकथा पद्य २२१ | कूर्मापुत्रकथा प्राकृत गाथाबद्ध २२२ । |दानप्रकाश २२३ | मुद्रित कुमुदचंद्र नाटक २२४ । नेमिदूत काव्य २२५ | नवचंपूकथा - दमयंती कथा विवरण २२६ | चंपूमंडन २२७ | काव्यमंडन २२८ | उपसर्गमंडन . २२९ श्रृंगारमंडन २३० | कादंबरीमंडन २३१ | अलंकारमंडन २३२ |चंद्रविजय प्रबंध | काव्यमनोहर २३४ | विज्ञप्ति त्रिवेणी | शीलोंछ टीका २३६ दीपोत्सव कल्प २३७ | युक्तिप्रकाश सटीक त्रिपाठ २३८ | मिश्रलिंग कोश २३९ |प्रश्नशत सावचूरि त्रिपाठ २४० | षट्त्रिंशजल्पोद्धार सटीक त्रिपाठ २४१ | धर्मामृत चंद्रलेखाविजयप्रकरण २४३ यतिदिनकृत्यप्रकरण २४४ जन्मसमुद्र सटीक (त्रिपाठ) २४५ - | निर्वाणकालिका | नेमिभक्तामर सटीक (त्रिपाठ) २४७ द्विवर्ण रत्नमालिका सटीक चतुर्विंशति जिनस्तुति सटीक (त्रिपाठ) १४ २६ २४२ २३ Page #10 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम । नोंध पत्र ११३ २४८ | सन्मतितर्कसूत्र २४९ | अध्यात्मोपनिषद् २५० | | निर्दोषवास्तु २५१ | कुमारपालचरित्र २५२ । शिशुपालकाव्यवृत्ति | २५३ | कातंत्रव्याकरण कृद्वृत्ति सावचूरि पंचपाठ २५४ | सिद्धहेमशब्दानुशासनषष्ठपादपर्यंत सूत्रार्थगुर्जर २५५ | दानकल्पद्रुम-धनाशालिभद्र चरित्र २५६ | स्वयंभूस्तोत्र - चतुर्विंशति जिनस्तोत्र २५७ | बृहत्क्षेत्रसमासवृत्ति २५८ धर्मोपदेशामृतादि अनेक प्रकरण | स्तोत्र-अष्टक पंचाशदादि २५९ | त्रैलोक्यप्रकाश त्रुटक २६० | उपधानविधियंत्रसह २६१ | वेदादिमतखंडन ऋषभ पंचाशिका टीका नेमिजिनस्तोत्रद्वयक्षर सटीक २६३ | भावनाकुलकादिकुलकसंग्रह २६४ यवननाममाला २६५ | पूर्णिमागच्छीय पट्टावली २६६ | यशोधरचरित्र २६७ | बलिनरेन्द्रचरित्र २६८ | भावसंग्रह टीकासह २६९ | शीलवतीकथा २७० | राजहंसकथा तथा वंकचूलकथा अजितशांतिस्तव सटीक त्रिपाठ २७२ | अजितशांतिस्तव २७३ | गुरुतत्त्वव्यवस्थापनवादस्थल २७४ । | संवाद सुंदर २७५ पर्यंताराधना प्रकरण-इन्द्रियविषयविचार कालशतक तिथि पयन्नो | अध्यात्मकल्पद्रुम | २७७ | तपोऽमतकुट्टन २७८ | धर्मरत्नप्रकरण तथा यतिशिक्षा पंचाशिका | २७९ | षष्ठस्मरण वृत्तिसह २८० । | विचारशतक बीजक २८१ | निर्भय भीम व्यायोग कल्पकिरणावलीटीका गत शंका संग्रह - कल्पसुबोधिका टीक गत २७१ २७६ - २८२ Page #11 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध २८३ २८४ २८५ २८६ २८७ २८८ २८९ २९० संघपट्टक टीका उपदेश शतक प्रश्नशतक सावचूरिक अथर्वोपनिषत् संस्कृतक्षेत्र समास चर्चरी विवरण सिध्धांतसार पार्श्वनाथ सहस्त्र नाम सूत्रानुगम | अनंतकाय स्वरुप सावचूरि चतुर्विंशति जिनस्तोत्र सावचूरि त्रिपाठ गोधुलिका कालसत्तरि सावचूरि | प्रतिक्रमण सूत्रवृत्ति ज्ञानमंजरी प्रकरण गणधर सार्धशतक लघुटीकासह २९१ २९२ २९३ २९४ २९५ २९६ २९७ २९८ २९९ .३०० ३०१ ३०२ ३०३ ३०४ ३०५ ३०६ ३०७ ३०८ मल्लीनाथचरित्र ३०९ दर्शनशुब्धिसटीक ३१० उपदेशरत्नाकर मलयसुंदरीचरित्र मुद्रितकुमुदचंद्र नाटक मुखवस्त्रिकास्थापनप्रकरण मुद्राविधि लघुशांतिस्तवसटीक 'पद्मानंदशतक - . तपगच्छ-खरतरगच्छ संवाद जेसलमेरुसंपादिकृतप्रश्न परब्रह्मोत्थापनवादस्थल नलविलास नाटक श्रावकव्रतभंगप्रकरण सावचूरिक त्रिपाठ योगविधियंत्रादि ३११ नारचंद्र टिप्पन ३१२ अभयदेवसूरि चरीत्र तथा जिनदत्तसूरि चरित्र श्रावक प्रज्ञप्ती ३१३ ३१४ तंत्रवार्तिकवृत्ति ३१५ उपधानमालारोपण विचार ३१६ सभाशृंगार ३१७ / १ महावीरस्तोत्र पत्र १० ६ १३ ११ ९ ८ ८ १२ ३ ३ ३१ २ ३२ ३७ ११ १ १ ४ ३ १६ २ ५ १९ ४ ९ १११ ३२३ १३४ ३१ ५ ९ ५१ ४ ११ ३ क्रमानुसार सूची Page #12 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध पत्र १२२ ३१७/२ | गुणानुरागकुलकआदि ३१८ | सम्यक्त्वसप्ततिकासटीक त्रूटक ३१९ / घंटाकर्णकल्प ३२० | त्रिंशञ्चतुर्विंशतिकादशस्तवी ३२१ | पाक्षिकसूत्रावचूरि ३२२ आचारदिनकरांतर्गत प्रतिष्ठादि अधिकार ३२३ | वास्तुमंजरी ३२४ | विजयदेवसूरि आदेश पट्टक ३२५ | प्रश्नोत्तररत्नमालिकावार्तिकसहिता त्रिपाद ३२६ | कूर्मापुत्रचरित्र ३२७ | समयसारनाटक कवितबंध सार्थ पंचपाठ ३२८ | चतुर्विशतिजिनभवस्तव नमस्कार महात्म्य ३३० | आतुर प्रत्याख्यान ३३१ | गिरिनारगिरिस्तोत्र सावचूरि त्रिपाठ ३३२ | यमकस्तुत्यष्ट पंचाशिकावृत्ति आदि अनेक स्तुति स्तोत्र सटीक ३३३ | द्वादशव्रतालापक ३३४ | युगप्रधानगंडिका ३३५ | विजयसेनसूरि स्वाध्याय सटीक ३३६ |जय तिहुयण स्तोत्र सावचूरि ३३७ | चउस्त्रिंशतिका तथा चउविंशतिका ३३८ | उववाइसूत्र सटिक त्रिपाठ ३३९ | धर्मोपदेशशत सटीक ३४० न्यायप्रवेशसूत्र ३४१ | वृध्धाचार्योना प्रबंधो ३४२ | आत्मानुशासन ३४३ | राजवर्णनकाव्य ३४४ | सूक्तावली ३४५ | पद्मविजयगणिनिर्वाण ३४६ | महावीरस्वामिस्तोत्रसटीक सारस्वत व्याकरण संज्ञासूत्र गर्भित ३४७ । | सिध्धांत सारोध्धार ३४८ | समरांगण-सूत्रधार-वास्तुशास्त्र ३४९ नंदी लघुवृत्ति ३५० । | मंडल प्रकरण सटीक त्रिपाठ | षट्स्थानक प्रकरणवृत्तिसह प्रायश्चितप्रधान सामाचारि सटिक त्रिपाठ आदि ५९ ३४५ २-१३६ । अपूर्ण ५५ २४ ३५१ ३५१ । ३५२ । Page #13 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध अपूर्ण ३५३ | राजीमतिप्रबोध नाटक ३५४ रुदंती कल्प ३५५ | सुभाषित ३५६ शतार्थ विगेरे प्रकीर्णक विचार संग्रह ३५७ | शोभनस्तुति सटीक ३५८ | प्रवज्याविधानआदि ३५९ | विनयभुजंगमयूरि ३६० आतुर प्रत्याख्यान ३६१ | षट्दर्शन - समुच्चय सटीक ३६२ | पट्टावली तपगच्छीय ३६३ | बृहत्पावली सटीक त्रिपाठ ३६४ | बृहत्क्षेत्रसमास सटीक ३६५ | औपदेशिक सुभाषित श्लोक संग्रह ३६६ | युगादिदेवमहिम्नस्तव सटीक समुच्चय ३६७ शैवमुखवज्रसुचि ३६८ | ज्ञानरत्नकोश ३६९ | कोचर व्यवहारीराश तथा जयचंद्रराश ३७० | समुद्रनौकासंवाद ३७१ | कायस्थितिप्रकरण सटीक त्रिपाठ ३७२ | जैनधर्म विषयक प्रश्नोत्तर ग्रंथ ३७३ | पार्श्वनाथस्तव सावचूरि त्रिपाठ ३७४ | पटवाना संघनो इतिहास ३७५ | धर्मरहस्योपदेश ३७६ | द्वादश भावना ३७७ | अनुयोगविधि ३७८ मातृका शकुनावली ३७९ | शत्रुजययात्रया हत्यादि पापनाशकथा आदि ३८० |सुभाषित षट्त्रिंशिका काव्यकलाप .३८१ | प्रश्नोत्तर ३८२ | गुरुकुलवास स्वाध्याय ३८३ | पाटण चैत्यपरिपाटी ३८४ | राणकपुर स्तवन ३८५ | राणभूमीशवंश प्रकाश ३८६ पार्श्वनाथ स्तवटीका मंत्रगर्भित आदिदेव स्तव सावचूरि त्रिपाठ ३८८ | सामाचारी परमानन्दसूरिकृत ३८९ | विचारचरण ३९० | कुमारपाल प्रबंध ||3||9| m ६ v rm १० २२ Page #14 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध | सुकृत संकीर्तन महाकाव्य ३९१ ३९२ ३९३ ३९४ ३९५ ३९६ ३९७ ३९८ ३९९ ४०० ४०१ ४०२ ४०३ ४०४ ४०५ ४०६ ४०७ ४०८ ४०९ ४१० महाविद्याविडंबन प्रमाणमीमासा नकर्णिका सटीक त्रिपाठ अपंचवर्गनाममाला वाक्यप्रकाशसटीक त्रिपाठ नंदियह छंदः शाख श्रुतास्वाद पावयलच्छी नाममाला वज्रसूचक शीलोपदेशमाला लघुवृत्तिसह | निगमागमैकान्तीकरण संवादशतक निगमागमैकान्तीकरण संवादशतक जिनसह नाम पर्यंताराधना सावचूरि त्रिपाठ अन्नायउंछवृत्ति सटीक - त्रिपाठ लब्धिस्तव सावचूरि त्रिपाठ एकांतनिरासस्तव विवरण सहित वीतराग स्तवांतर्गत वनस्पतिप्रकरण सावचूरि पुद्गल परावर्तप्रकरण सावचूरि त्रिपाठ ४११ शांतसुधारस ४१२ कस्तुरीप्रकर ४१३ पंचास्तिकाय विवरणसह प्रथम श्रुतस्कंध ४१४ ४१५ ४९६ ४१७ - पार्श्वस्थादि चर्चा श्रीधरचरित्र - छंदो द्वयाश्रय काव्य गुणवर्माचरित्र तपागच्छीय पट्टावली परिशिष्ट सटीक त्रिपाठ धर्मविधि प्रकरण सटीक श्रावक धर्मविधि सटीक त्रिपाठ ४१८ ४१९ ४२० ४२१ ४२२ ४२३ ४२४ ४२५ ४२६ वस्तुपालचरित्र घु निशिथ भाष्य पिंडनियुक्ति सह बृहत्कल्प सस्तबक आचारदशा निर्युक्ति स्याद्वादमंजरी पत्र १८ ८ १ ६ * 5 9 १५ १२ १६ ३ ४ ५ ७ ९ ३ १० ५ ११ १४ २५ २५ ३५ ३९ ५ १३५ ४० २७७ १७३ १६९ ४२ ४ ६३ ९६ क्रमानुसार सूची १२ Page #15 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र नोंध १८६ १५१ १६८ १२६ 10. 00 १३ ४४ ४४२ । ४२७ | दशवैकालिकचूर्णि ४२८ | ऋषिमंडल सटीक ४२९ | ज्ञतासूत्र सटीक त्रिपाठ ४३० हरिविक्रम चरित्र ४३१ अंबड चरित्र ४३२ धर्मविलास ४३३ । विजयचंद्रकेवलिचरित्र ४३४ महीपालकथा ४३५ धूर्ताख्यान प्राकृत ४३६ कुमारपालचरित्र तथा परिग्रह परिमाण ४३७ विमलमंत्रीश्वर रास ४३८ शोभन स्तुति सटीक त्रिपाठ ४३९ | सुकृतकीर्ति कल्लोलिनि ४४० | रसवंतीस्तोत्र सटीक ४४१ । श्रेणिक चरित्र मलयगिरि व्याकरण | सिद्धहेमशब्दानुशासनाष्टमाध्याय ४४४ - | सिद्धहेमशब्दानुशासन सूत्रपाठ ४४५ | स्यादि समुच्चय ४४६ शब्दप्रभेदप्रकाश वृत्तिसह ४४७ छंदो रत्नावलि ४४८ | सुंदरप्रकाश । ४४९ औक्तिक ४५० महाविद्याविडंबनवृत्ति ४५१ न्यायमंजूषा न्यास ४५२ |धर्मशर्माभ्युदय ४५३ | जैनमेघदूत महाकाव्य टिप्पणीसह ४५४ । प्रबुद्ध रौहिणेय नाटक तथा निर्भय भीम व्यायोग | हम्मीर मदमर्दन नाटक ४५६ | कौमुदि मित्राणंद नाटक ४५७ | त्रैलोक्यप्रकाश ४५८ | कल्पसूत्र कल्पलतावृत्ति सह त्रिपाठ ४५९ | कल्पसूत्र दानदीपिका टीकासह ४६० । | बंधहेतूदय त्रिभंगी सटीक त्रिपाठ ४६१ प्रतिक्रमणहेतु गर्भ ४६२ साधुदिनचर्या ४६३ | नवतत्त्वसटीक त्रिपाठ ४६४ | प्रबोधचिंतामणी ८१ | अपूर्ण ७६ ६८ ३१ २५ | ४५५ हम्मार मद १५० १०८ २९ १३ Page #16 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी नोंध क्रमांक ग्रंथ का नाम ४६५ ४६६ ४६७ ४६८ ४६९ ४७० ४७१ ४७२ ४७३ ४७४ दंडक प्रकरण संस्कृत कर्पुर सटीक भक्तामर स्तोत्र सटीक मेघनाद नृपकथा प्रश्नोत्तर सार्धशतक बालावबोध खरतर चर्चा खरतर खंडन हमची चतुर्विंशति जिन सवैया विजयसेनसूरि निर्वाण खरतर पट्टावली विचार पंचाशिका सावचूरि त्रिपाठ ४७५ ४७६ ४७७ रुषित्तादि कथा संग्रह ४७८ ४७९ ४८० ४८९ शांतिनाथ चरित्र ४८२ रुपसेन चरित्र ४८३ संस्कृत कुवलयमाला ४८४ सम्यकृत्व कौमुदी संयमश्रेणी विचार कल्पवृत्तिगत | वीरभद्रचरित्र धर्मसागर गत वस्तुपालप्रशस्ति तथा वर्णन काव्य निगम प्रवचने नयसारोच्धार ४८५ स्थानांगसूत्र सटीक त्रिपाठ ४८६ अनुयोगद्वार सूत्र चूर्णी ४८७ आवकानुष्ठान (वृंदारुवृत्ति) सामाचारी सटीक ४८८ ४८९ लघुशतपदी शतपदीनु द्वार ४९० वर्धमानदेशना गाथाबद्ध ४९९ ४९२ ४९३ युगादीश देशना ४९४ ४९५ पुष्पमाला सटीक ४९६ सम्मतितर्क प्रथमखंड ४९७ सम्मतितर्क द्वितीयखंड ४९८ ४९९ ५०० शत्रुंजय तीर्थ कल्प वृत्तिसह ५०१ - द्वादशकुलक सटीक हिताचरण कल्पसूत्र कल्पकीमुदीटीकासह त्रिपाठ बृहत्कल्पभाष्य दर्शनरत्नाकर तत्त्वसङ्गह तत्त्वसङ्गह वृत्ति ५०२ ५०३ धर्मोपदेशमाला वृत्ति पत्र ३ ३७ २८ १८ २५ १२ २ ३ ४ १७ ८ ४ १८ ९ ५ २१ ९७. ५७ ७३ १७४ ४७३ ३५ ५३ ६८ ३८ १०२ ६९ २७१ ५३ ४९४ २८३ २९५ २९६-४३७ १६५ ३४६ २५३ ८४ ३०९ २९० क्रमानुसार सूची १४ Page #17 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ___ नोंध २४२ ४८ ७१ २४६ १५९ ८२ ४४ १०७ | गाथाबद्ध .४९ ५०४ उत्तराध्यययन चूर्णी ५०५ । | जीतकल्पसूत्र सभाष्य ५०६ ५०७ - |कल्पविशेषचूर्णी ५०८ - कुमारपालचरित्र महाकाव्य ५०९ । उपदेशसप्ततिका ५१० । धर्मरत्नकरंडक सनत्कुमार चरित्र ५१२ | भोजप्रबंध ५१३ (निशीथसूत्र सावचूरि ५१४ महानिशीथसूत्र ५१५ |सुकृतसागर महाकाव्य-पेथडचरित्र ५१६ श्री विक्रम चरित्र ५१७ | धर्मकल्पद्रुम ५१८ | सुरसुंदरी कथा ५१९ | भगवतीसूत्र अवचूरी ५२० | पृथ्वीचंद्रचरित्र पद्य ५२१ | महापुरुषचरित्र ५२२ | वसुदेवहिंडी - प्रथमखंड | समरादित्यचरित्र ५२४ ज्योतिष करंडक सटीक ५२५ । कर्पूर प्रकरण सटीक ५२६ | समरादित्य चरित्र समराइच्चकहा प्राकृत ५२७ । | सीताचरित्र तथा पृथ्वीचंद्रचरित्र ५२८ | संग्रहणी सटीक ५२९ कर्मप्रकृति सटीक ५३०/१ | निशीथ चूर्णी ५३०/२ | निशीथ चूर्णी ५३१ यतिप्रतिक्रमणसूत्र सावचूरि ५३२ | ऋषिमंडलस्तवाचूरि सिंहासनद्वात्रिंशिका .५३४ . उपासकदशांगसूत्र सटीक त्रिपाठ उपासकदशांग सटीक त्रिपाठ ५३६ अर्हन्नीत | बृहत्कल्पप्रथमखंड बीजक | ५३८ । विचाररत्नाकर बीजक ऋषभपंचाशिका सटीक ५४० उपधान विधि कर्मग्रंथचार सटिप्पन ५२३ २४९ ३१४ २३४ १०४ १६५ २०८ २-४५ ६-१०९ ४८५ । क ४८६-९७३ | ख २-४ ११८ ४१ Page #18 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र नोंध ५४२ ४४८ १५९ २७५ २५६ ४० १६ २८ |vova | जिनकल्याणक स्तोत्र | चिंतामणी पार्श्वनाथादिप्रशस्ति ५४४ प्रज्ञापनासूत्र सटीक त्रिपाठ | श्रीपालचरित्र सटीक ५४६ कर्मप्रकृत्ति सटीक ५४७ कर्मग्रंथषट्क सटीक ५४८ । सुभाषितरत्नसंदोह ५४९ | दर्शनसार तथा दिगंबर पावली ५५० । | नवतत्तव तथा दंडक सस्तबक | तर्कसंग्रह दीपिका ५५२ . अभय संग्रह ५५३ | चतुर्दश गुणस्थान विचार ५५४ | सिध्धांत श्लोक संख्या प्रमाण ज्ञान पंचमी कथा - भविस्सयत्तकहा अपभ्रंश स्याद्वाद मंजरी ५५७ धातुपाठ (चूरादिगण ) ५५८ | षट्पुरुष चरित्र ५५९ | कथा संग्रह ५६० | विनोद कथा संग्रह - | कथाकोश किंचिंद पूर्ण ५६१ । दश श्रावकचरित्र ५६२ । दीपालिकाकल्प सावचूरि पंचपाठ ५६३ | सिध्धहेम परिभाषावृत्ति टिप्पणीसह ५६४ | रत्नशेखरी तथा हरिबल कथा ५६५ । | हैमधातुपाठ ५६६ गुणादिनाममाला ५६७ । विद्याविलास चरित्र ५६८ | | सिध्धहेम अष्टमाध्याय सूत्राणि | शालिवाहन नृपचरित्र पद्य (जीर्ण) ५७० प्रतिज्ञा काव्य | निर्भयभीमव्यायोग नाटक ५७२ | मुद्रितकुमुदचंद्र नाटक ५७३ | वाग्भट्टालंकार सावचूरि पंचपाठ | लिंगानुशासन सावचूरि त्रिपाठ | ५७५ अनिट्कारिका सटिक | ५७६ | क्रियाकलाप ।। ५७७ | सारस्वत सूत्र पाठ ५७८ | अनिट् स्वरांत कारिका सटीक ५६९ ५७४ १६ Page #19 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी ग्रंथ का नाम पत्र नोंध क्रमांक ६ व्याकरण परिभाषा श्लोक संग्रह तथाकारक विवरण ५८० पाययलब्धि नाममाला ५८१ कथा संग्रह ५८२ | कथा संग्रह ५८३ अनेकांतवाद प्रवेश प्रकरण ५८४ ५८५ अभिधान चिंतामणी नाममाला ५८७ | जिनस्तोत्र रत्नकोश प्रथम प्रस्ताव ५८८ | नमस्कार स्तव सटीक ५८९ | अनेकार्थध्वनिमंजरी तथा शब्दभेद निर्देश ५९० | वैश्रमण कथा . ५९१ | आदिनाथचरित्र पद्मानंदकाव्यसत्क ५९२ | मलयसुंदरी चरित्र ५९३ | अगडदत्त कथा ५९४ | पुण्यसार कथा ५९५ ५९६ |न्यायावतार वृत्ति ५९७ | षडावश्यक सूत्रादि ५९८ षट्दर्शन समुच्चय ५९९ | मेघदुत काव्य ६०० षट्पुरुष चरित्र ६०१ सर्वज्ञ स्थापन वादस्थल ६०२ | परम ब्रह्मोत्थापन स्थल ६०३ | अभिधान चिंतामणी नाममाला टिप्पणीयुता ६०४ | सप्त पदार्थो वृत्तिसह ६०५ षट्पुरुष चरित्र ६०६ । | वीतराग स्तव ६०७ ६०८ | वाग्भटालंकार सावचूरि पंचपाठ ६०९ | जिनअष्टादश स्तोत्र सावरि पंचपाठ ६१० । प्रत्याख्यान भाष्य ज्योतिष परचुरण ६१२ | वीतराग स्तोत्र ६१३ | जिनस्तोत्र रत्नकोष - जयश्री पदांकित ६१४ | महावीर श्लेषचित्रस्तव वृत्तिसह ६१५ देलवाडामण्डन ऋषभदेव स्तवावचूरि तथा आधा शीशी मंत्रकल्प ७मुंनथी Page #20 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध ६९६ आदिनाथस्तव सटीक पंचपाठ ६१७ ६१८ ६१९ ६२० ६२९ ६२२ ६२३ ६२४ ६२५ ६२६ ६२७ चतुर्विंशति जिन स्तुति सावचूरि पंचपाठ शोभनस्तुति सावधूरि पंचपाठ वीतरागस्तोत्र सावचूरि पंचपाठ अष्टाविंशति लब्दि विचार सावचूरिक तथा त्रिषष्ट्यधिकत्रिशत कुवादि विचारमयस्तव सटीक त्रिपाठ दुषमा श्रीसंघ स्तवन हरियाली प्रमुख सस्तक औक्तिक ऋषभ पंचाशिका तथा नवतत्व सावचूरि पंचपाठ ऋषभ पंचाशिका साचचूरि पंचपाठ योगविधि जिनस्तोत्र रत्नकोश सावचूरिक पंचपाठ - जयश्री पदांकित चतुःषष्ठि योगिनी स्तोत्रादि उपधान विधि तपोविधि ६२८ ६२९ ६३० . ६३१ अजितशांति स्तव सटीक ६३२ कल्याणमंदिर सावचूरि त्रिपाठ ६३३ भववैराग्यशतक सस्तबक -६३४ यतिप्रतिक्रमण सस्तवक ६३५ सत्तरिसयगण अपूर्ण ६३६ ६३७ ६३८ ६३९ ६४० - ६४९ ६४२ ६४३ ६४४ ६४५ ६४६ ६४७ ६४८ ६४९ जिनकल्पिक यथालंदिकादि स्वरूप पिंडविशुध्धि प्रकरण आदि टिप्पणिसह कायस्थिति प्रकरण सटीक पंचपाठ रत्नकोश अपूर्ण वर्धमानविद्या कल्प - सिध्धांत गाथा आक्षर्ययोग रत्नावली टीका स्थिविरावल्यादि परमतत्वावबोध द्वात्रिंशिका जीवविचार सावचूरि पंचपाठ संवाद सुंदर सर्वज्ञ सिधि द्वात्रिंशिका उपदेश कंदली षट्दर्शन समुच्चयादि पत्र ८ ४ ६ ९ ४ २ २ ५ ३ २ ४ २ w 9 > ६ ७ २ १३ ४ ६ १० १२ २ ६ ४ ३ ४ २ ६ ३ २ ६ २ २ ५ ३ क्रमानुसार सूची १८ Page #21 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र नोंध १०२ | ६५० ठाणांग भगवतीगत आलापक ६५१ | पर्युषणा विचार ६५२ प्रतिक्रमण गर्भहेतु ६५३ | उपदेशमाला बालावबोध सह ६५४ । क्षुल्लकभवावलि प्रकरण सावचरिक पंचपाठ ६५५ | निगोद षट् त्रिंशिका सावचूरि पंचपाठ ६५६ | स्थानांग सूत्रालापक . ६५७ | पशुपक्षी शकुनावली ६५८ | देववंदनादि भाष्यत्रय ६५९ | देववंदनादि भाष्यत्रयावचूरि ६६० | महापुरूषशत - उपदेशशत ६६१ । पुराणश्लोक संग्रह ६६२ प्रव्रज्याविद्यानकुलक आदि प्रव्रज्याविधान सावचूरि (पंचपाठ) विशालराजशिष्य हस्ताक्षर ६६४ । दशवैकालिक सूत्र ६६५ . आराधनापताका (किंचिदपूर्ण) प्रश्नोत्तररत्नमाला तथा सुपार्श्वजिन स्तुति-चूलिका पिशाचभाषामयी ६६७ गुरुतत्त्वसिद्धि ६६८ | दशवैकालिक सूत्रावचूरि ६६९ | दानादिकुलक चतुष्टयादि ६७० अव्यय तथा उपसर्ग सटीक पंचपाठ ६७१ आलोचना अधिकार व्यवहारसूत्र वृत्तिगत ६७२ क्षमाछत्रीसी ६७३ आलोचनाविधि ६७४ अजितशांतिस्तोत्रादि ६७५ | पार्श्वनाथ स्तोत्र यमक सटीक त्रिपाठ ६७६ तपोविधि ६७७ षष्ठिशतक - गाथाकोश ६७८ |बारसासूत्र ६७९ कालिकाचार्यकथा सचित्र ६८० | तपोविधि ६८१ ६८२ | चातुर्मासिक व्याख्यान ६८३ चैत्यवंदनसूत्र वृत्ति ६८४ | धातुपाठ Page #22 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध पत्र ६८५ शोभनस्तुति सस्तबक ६८६ | स्वयंभूस्तोत्र चतुर्विंशति जिनस्तुति सावचूरिक पंचपाठ ६८७ | पार्श्वनाथादि स्तोत्र ६८८ | त्रिशतिका सावचूरिक पंचपाठ ६८९ | सुसढकथा ६९० । | चित्रश्लोक तथा कूटश्लोक सावचूरी पंचपाठ ६९१ पच्चक्खाण आगारना अर्थ ६९२ | पार्श्वनाथचरित्र अपूर्ण पद्य अध्यात्मकल्पद्रुम ६९४ भावशतक ६९५ । | विवेकमंजरी प्रकरण ६९७ | प्रज्ञापना तृतीयपद संग्रहणी अवचूरिका | ३-५ ६९८ । त्रैलोक्यदिपक | पिंडविशुद्धि दिपिका अंगुल सप्ततिका सूर्यचंद्र मंडल विचार आदि ७०१ | नवतत्त्व सावचूर्णि ७०२ । प्रशमरति प्रकरण सावचूरि ७०३ । दर्शनशुद्धि प्रकरण सावचूरि पंचपाठ ७०४ । दानकुलकादि कुलक संग्रह ७०५ - यतिदिनचर्या ७०६ औषधिलक्षण विविध आम्नाय ७०७ संघपट्टक ७०८ समयसार साध्धिार ७०९ महापुरुषशतक - उपदेशशतक ७१० चर्चरी सटीक आदि ७११ अधिक मासाश्रित पर्युषणाविचार ७१२ पंचजिन नमस्कार तथा गुरुपाद विज्ञप्तिका ७१३ | प्राकृत शब्दोनां संस्कृतार्थ ७१४ । औष्ट्रिक मतोत्सूत्र दिपिका अपूर्ण ७१५ नेमिनाथस्तव विविध छंदो नाम गर्भित | ओघनियुक्ति अवचूरि ७१७ | | सुपार्श्वनाथ चरित्र ७१८ सम्यक्त्वप्रकरण सम्यत्वक रत्नमहोदधिवृत्तिसहित ३४ १९८ ७१९ Page #23 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची ४६ ७३१ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र ____नोंध ७२० नंदीसूत्र टीका ७२१ | वंदितासुत्र वंदारुवृत्ति चोटेली ७२२ । अभिधान चिंतामणीनाममाला ७२३ । | युक्तिप्रकाश टीका तथा सूत्र ८ ७२४ - कल्पसूत्र सावचूरिक पंचपाठ १२४ ७२५ - कल्पसूत्र सचित्र सावचूरिक पंचपाठ ९४ | सुंदरचित्रतम उपदेशशत विवरणसह ७२७ । महानिशीथ प्रथम पत्र नं. १ नथी, अपूर्ण ७२८ । सुपार्श्वनाथ चरित्र १८४ श्राध्धगुणविवरण ७३० धातुपारायण स्वोपज्ञ विवरण सहित १०२ कल्पसूत्र कल्पकिरणावली टीका सहिता त्रिपाठ २०१ वास्तुशास्त्र ५८ आचार प्रदिप त्रूटक ४८६ । अपूर्ण ७३४ | नरवर्मचरित्र १-१७ चित्रसेन पद्मावती चरित्र ७३५ । आउरपच्चक्खाण भत्तपरिन्न, संथारापयन्नो सप्तस्मरणसटीक ७३७ विद्याविलासचरित्र ओकाक्षर नाममाला तथा द्वयक्षर नाममाला ७३९ सम्यक्त्व रहस्य प्रकरण ७४० कावीतीर्थ प्रशस्ति, गंधार तीर्थ प्रशस्ति, चिंतामणी पार्श्वनाथ प्रशस्ति ७४१ स्तंभन पार्श्वनाथ महामंत्रमय स्तोत्र सटीक त्रिपाठ ७४२ चतुर्दशीदिन पाक्षिक पर्वविचार, विचारगर्भित वर्धमानजिनस्तवन सटीक त्रिपाठ ७४३ | आधाकर्म कल्प्याकल्प्यविधि ७४४ | ७४५ | चिंतामणी पार्श्वनाथ प्रशस्ति | दीक्षाविधि ७४७ | वसुधारा स्तोत्र ७४८ मणीपरीक्षा कल्पादि नवतत्त्वावचूर्णी आदि ७५० | पंचबोलनिर्णय स्तवन ७५१ खरतर चर्चा झंडिका ७३८ ७४९ Page #24 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र नोंध १५८ ७०१ २५५ २९८ १५१ ३४ २-१४ २२ अपूर्ण ७६७ ३०. ७५२ पार्श्वचंद्रगच्छझंडिका ७५३ त्रिषष्ठिशलाकापुरुषचरित महाकाव्य अष्टमपर्व, अरिष्टनेमिजिन चरित ७५४ श्राद्धदिनकृत्य सटीक ७५५ | ज्ञातासूत्रटबार्थसह ७५६ | उत्तराध्ययन सटीक ७५७ | बृहत्क्षेत्रसमास सटीक ७५८ सम्यक्त्व विचार तथा कायस्थिति ७५९ गुणस्थान क्रमारोह ७६० श्रावक आराधना ७६१ योगविधि |बलिनरेंद्रख्यानक टिप्पणी युक्त | पुष्पमाला प्रकरण ७६४ पट्टावली. तपगच्छीया ७६५ सामाचारी तथा उपधानविधि ७६६ शांतिक पूजाधिकार विधि सत्तरिसयगण प्रकरण मंत्र सहित ७६८ पार्श्वनाथ अध्यात्म स्वरुप स्तवन सस्तबक ७६९ ऋषिमंडल स्तोत्र आदि ७७० योगविधि ७७१ सुभाषित दोधक ७७२ उपधान विधि ७७३ साधारण जिनस्तव सावचूरि ७७४ | जयतिहुयण सटीक ७७५ | षडावश्यक विचार संक्षिप्त ७७६ | | दिग्पट ८४ बोल चर्चा ७७७ | उत्तराध्ययन सूत्र कथा ७७८ | सुमुखनृपादि मित्रचतुष्क कथा ७७९ | मौन एकादशी कथा ७८० | सिध्धहेम शब्दानुशासन अष्टमाध्याय लघुवृत्ति तथा ढुंढिका सह ७८१ |पंचमी कथा ७८२ | उपसर्ग विवरण ७८३ | वसंतविलास गत काव्यो ७८४ | पार्श्वचंद्रना प्रश्नोना उत्तर | ७८५ खरतरगच्छ समाचारी विषयक ७१ बोल | | उपसर्ग विवरण ७८७ | देवाःप्रभो स्तोत्र सावचूरिक पंचपाठ अपूर्ण २४ ७८६ | Page #25 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी (क्रमांक गंध का नाम ध साधारण जिनस्तोत्र सावचूरि त्रिपाठ वैरोट्या स्तोत्र तथा जांगुली विधि योगयंत्र ७८८ ७८९ ७९० ७९१ कमल पंचविंशतिका पंचजिन स्तोत्र टिप्पणी सहिता ७९२. महावीर विज्ञप्ति द्वात्रिंशिका ७९३ ७९४ ८०४ ८०५ ८०६ ८०७ ८०८ .८०९ ८१० ८११ ८१२ ८९३ .८१४ ८१५ ८१६ ८१७ ८१८ जिनशतक चतुर्थ परिच्छेद सावचूरि पंचपाठ ७९५ ७९६ ७९७ ७९८ ७९९ ८०० ८०१ न्यायसार प्रकरण टिप्पणी सहित ८०२ स्त्रीमुक्ति विषयक चतुरशीति विकल्पो ८०३ महावीर स्तोत्र समसंस्कृत ८१९ ८२० ८२१ ऋषभ पंचाशिका सावचूरि आदि पंचपाठ सम्यकस्तव सावचूरि पंचपाठ पाश्चंद्र पट्टावली नारचंद्र ज्योतिष प्रथम प्रकरण दशवेकालिक सूत्र वृत्तरत्नाकर सावचूरिक पंचपाठ मंदस्तत्व सूत्र एकाक्षर निघंटु नाममाला सिध्धहेम उणादि गणवृत्ति सह सौभाग्य पंचमी कथा योगप्रवेश विधि अजीतशांतिस्तव सावचूरि पंचपाठ सामोपनिषत् | अपभ्रंश भाषा गत कतिचित् दुग्ध घटा टिप्पणी सह गुणस्थान क्रमारोह योगविधि दीपिका प्रकरणादि आरामशोभा कथा तथा नलवनृप कथा ऋषभ पंचाशिका सावचूरि पंचपाठ लघु संग्रहणी सस्तवक आवश्यक पीठीका बालाबोध जयतिउयण स्तोत्र उत्तराध्ययन सूत्र बृहत्द्वृत्तिगता कथा - संस्कृत विजयदेवसूरि माहात्म्य सटिप्पन त्रिपाठ रत्नाकरावतारिका टिप्पणी युता पुद्रलपरावर्तनस्तोत्र सटीक त्रिपाठ पत्र २ ३ २ ८ २-४ ३ ५ २ ४ ५ ७ ४ २ ७. ५ ३ २ ४६ ७ ३ ३ ३१ २ ५ २ ७ ५ ६ १३ ४ १४३ १६८ १९९ २ अपूर्ण अपूर्ण अपूर्ण क्रमानुसार सूची २३ Page #26 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमानुसार सूची क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध ८२९ ८२२ प्रव्रज्याविधान कुलक ८२३ विचार रत्नाकर बीजक ८२४ । हाल्लार देश चरित्र ८२५ | मौन एकादशी कथा ८२६ एकाक्षरी नाममाला ८२७ - | सिद्धहेमशब्दानुशासन रहस्यवृत्ति ८२८ - पत्रलेखन पद्धति पंचनिग्रंथी प्रकरण बालावबोधसह त्रिपाठ ८३० । प्रश्नप्रदीप ज्योतिष ८३१ । | भारती कल्प . ८३२ पर्यंताराधना प्रकरण ८३३ | सम्यक्त्व सटीक ८३४ | चैत्यवंदन चतुर्विंशतिका सटीक त्रिपाठ - ८३५ | राजसागर सूरी निर्वाण ८३६ | द्वादशवर्ग कुटकाव्य सावचूरि त्रिपाठ ८३७ चतुर्विंशति जिन स्तव ८३८ । | एकीभाव स्तोत्र तथा विषापहार स्तोत्र भाषा टीका .८३९ प्रतिष्ठानो प्रथम दिवसनो विधि ८४० रघुवंश महाकाव्य शकुनावली लोकतत्त्व निर्णय ८४२ | अधिक मासादि विचार ८४३ . चतुरक्षर शकुनावली ८४४ | | सम्यक्त्व स्तव सावचूरि त्रिपाठ सप्तस्मरण ८४६ | उपधान विधि | ८४७ जन्मकुंडली निर्माण विषयक ज्योतिष ग्रंथ ८४८ | भरटक द्वात्रिंशिका 1८४९ | तपोविधि ८५० पार्श्वनाथादि स्तोत्र ८५१ । | सज्जन चित्त वल्लभ ८५२ | सम्यक्त्व स्तवावचूरि ८५३ | पट्टावली तपगच्छीया वसुधारा ८५५ | नारचंद्र 1८५६ | प्रश्नोत्तर रत्नमाला सावचूरिक त्रिपाठ ८५७ | पर्यांताराधना टबार्थ सहित | पत्र ३-५ नथी ८५४ वतुम अपूर्ण Page #27 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध पत्र | ८५८ | २३२ ६० १०३ | स्तंभन पार्श्वनाथ स्तोत्र सावचूर्णी मंत्राम्नाय सहित ८५९ | पार्श्वनाथ सहस्त्रनाम ८६० संबोध सप्ततिका वृत्ति सहित ८६१ |कल्पकिरणावली टीका सह कल्पसूत्र सचित्र त्रिपाठ ८६२ | गुणमाला ८६३ | समवायाङ्ग सूत्र सटीक त्रिपाठ ८६४ | जैन धर्मवर स्तवन कल्याणमंदीर | पाद पूर्ति रुप आदि ८६५ | चिन्तामणी पार्श्वनाथ स्तोत्र सटीक ८६६ | स्वरोदय शास्त्र सावचूरि ८६७ छ आवश्यक विचार स्तवन 1८६८ | विशेषावश्यक वृत्ति गत गणधरवाद ८६९ | सिद्धांतसारोद्धार ८७० वीतरागस्तव अवचूरि ८७१ | वीतरागस्तव सटीक त्रिपाठ ८७२ | पंचसूत्र अवचूरि ८७३ प्रश्नोत्तर संङ्गह 1८७४ | बारमासी पर्वव्याख्यान | ८७५ दंडकवृत्ति | ८७६ | सिद्धांत कौमुदी पूर्वार्ध ८७७ | प्रतिक्रमण सूत्रादि अनेकोपयोगी प्रकरणादि संग्रह | विविध विचार हुंडी ८७९ | अध्यात्मसार सस्तबक 1८८० योगविधि ८८१ | ढुंढक मत चर्चा ८२ | पाक्षिक सूत्र तथा पाक्षिक अतिचार ८८३ | कल्पसूत्र सस्तबक १८८४ | आत्मप्रबोध ८८५ | सिद्धांत विचार ८८६ | सारस्वत व्याकरण टिप्पणी सह ८८७ | आभिधान चिन्तामणी नाममाला Live | मध्यसिद्धांत कौमुदी प्रथमा तृतीया वृत्ति ८८९ | ऋषिमंण्डल प्रकरण बालावबोध सह ८९० | रात्रिभोजनोपरि नागनी कथा १८९१ | महोदय काव्य सटीक त्रिपाठ .८९२ | दशवैकालिकावचूरि ४६ १२६ ८७८ ६३ ५३ १० १६३ १५५ ६७ ४२ ३६ 1०9 Page #28 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची ) ९०० ८८ तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक | ग्रंथ का नाम | ___ पत्र | नोंध ८९३ | उपासक दशांग टबार्थ दश श्रावक वार्तारुप 1८९४ | नव्यकर्मग्रन्थ पञ्चकावचूरि ८९५ | सिद्धांतगत विचार ८१६ | पुष्पमाला प्रकरणम् बालावबोधसह ३५ ८९७ । | संग्रहणी बालावबोध ४० ८९८ | उपदेशमाला बालावबोध सहित २-१८५ ८९९ | आरंभसिद्धिवार्तिक १३५ कल्पसूत्र कल्पदीपिकावृत्तिसहित त्रिपाठ १५९ ९०१ । । सूत्रकृतांग दीपिका १७९ ९०२ ९०३ कर्मग्रन्थषटकावचूरि ९०४ | महिपाल चरित्र (अपूर्ण किंचित) ४९ | कल्पसूत्र किरणावली टीका सहित (अपूर्ण) १४-२०६ ९०६ | उत्तराध्ययनवृत्तिगत कथा ९०७ | श्राद्धविधि ९०८ | शत्रुजयतीर्थ माहात्म्य सस्तबक ६४१ ९०९ | ज्ञाताधर्मकथांग सस्तबक ३२१ ९१० प्रज्ञापनोपांग ४१० ९११ | आनंदघनचोवीसी बालावबोध साथे १०५ ९१२ | विचारषद्विशिका (दंडक) बालावबोधसहित । ९१३ | कालिकाचार्यकथा | ९१४. | सामाचारी ३० तत्त्वार्थ लघुटीका २५८ ९१६ | उत्तराध्ययन वृत्ति ९१७ | महीपाल कथा ९१८ जन्मपत्री पद्धति ९१९ चतुर्विशिति प्रबंध ९२०. द्वयाश्रय महाकाव्य वृत्ति सह षष्ठसर्ग ५८ श्लोक सुधी २-१११ ९२१ | चतुर्विंशति प्रबंध (आद्यपत्राष्टक नास्ति) ११२ | उपाशक दशाङ्ग सस्तबक ६० शत्रुजय महात्म्यान्तर्गत रैवताचल वर्णन ९४ | ९२४ श्राध्धप्रतिक्रमणवृत्ति ९३-१६६ ९२५ | उत्तराध्ययनाव चूरि ९२६ | रत्नसंचय बालबोधसहित ११ १८९ ९२२ Page #29 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची अपतक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक | ग्रंथ का नाम पत्र नोंध ३०२ २६ १५ १४ |3 | | १५ ९२७ कल्पसूत्र संदेह विषौषधीवृत्ति ९२८ | स्थानांगवृत्ति ९२९ ९३० | कर्मग्रंथत्रिक (द्वितीय-तृतीय चतुर्थ) अवचूरि सहित निगोदविचार गर्भित महावीर स्तवन सस्तबक ९३२ । सीमंधर स्वामिनी विनती सस्तबंक ९३३ |कामघट कथा ९३४ | दैवसिक प्रलिक्रमण विधि ९३५ | दादाजीनी पूजा । | उपस्थापना विधि | ९३७ | गांगेयभग ९३८ रणसिंह राजर्षि रास शुकराज कथा ९४० - | भक्तामर स्तोत्र सटीक | ९४१ | द्रव्यप्रकाश ९४२. सूक्तमाला | उपदेशमाला सस्तबक ९४४. | शीलोपदेशमाला सटीक | ९४५ | त्रैलोक्यं सुंदरी कथा | नंदियह गाथा लक्षण सावचूरिक पंचपाठ | ९४७ | उपदेशमाला सावचूरि ९४८ | दशवैकालिकावचूर्णी | संग्रहण्यवचूरि शुकराजकथा | ९५२ क्षेत्रसमासावचूरि योगशतक सस्तबक ९५४ . चाणक्यसार | ९५५ | उत्तराध्ययनगतनवमाध्ययनसटीक ९५६. | संग्रहणी विचार ९५७ | दुरियरयसमीरस्तोत्र (महावीर चरित्र) सटीक ९५८ | इर्यापथकुलक सस्तबक ९५९ | गौतमपृच्छाबालावबोधसहित ९६० | दानादिकुलक ९६१ । यतिदिनचर्या ९६२ चमत्कारचिंतामणी १४ ८१ १८७ ३१ १५ प »mM २७ Page #30 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध ९६३ चमत्कार चिंतामणी ९६४ ९६५ ९६६ ९६७ गावालक्षणसटीक ९६८ ९६९ ९७० ९७१ ९७२ ९७३ ९७४ ९७५ ९७६ ९७७ ९७८ ९७९ सिध्धान्तसारोच्धार वसुदेवकथा कल्याणमंदिरस्तोत्र भावार्थ सहित अनेकार्थध्वनिमंजरी विद्याविलासकथा कुमतिशिखामणस्वाध्यायसस्तबक बंधहेतुदयत्रिभंगीयंत्र पद्मावती पूजाविधि आनंदघनचोवीशीस्तबक सीमन्धर स्वामी स्तवन सुभाषित श्लोक संग्रह सूत्रकृदंगद्वितीयश्रुत स्कंधषष्ठाध्ययनबालावबोधसहित कालसप्ततिका जिनसहस्रनाम तथा पार्श्वनाथाष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र प्रश्नोत्तर रत्नमाला सस्तबक स्नात्रविधि ९८० ९८१ ९८२ ९८३ ९८४ १८५ कूर्मापुत्रचरित्र ९८६ जल्पमंजरी ९८७ | बन्दः कोश ९८८ ९८९ शान्तसुधारस भगवतीवृत्ति आरंभसिध्धि सटीक ९९० १९१. ९९२ ९९३ जयतिहुअण स्तोत्र ९९४ उत्तमकुमार चरित्र सस्तबक ९९५ भोजप्रबंध सस्तबक ९९६ खरतरगच्छ पट्टावली ९९७ पिस्तालीस आगम पूजा आराधनप्रकरण रघुवंशकाव्य नवतत्त्वप्रकरण सस्तबक मौन एकादशी कथा चित्रसेन पद्मावती चरित्र ९९८ नयस्वरुप ९९९ हेतुगर्भ प्रतिक्रमण स्वाध्याय पत्र ५ ७ ६ १० ९ ५ ५ १८ ४ ४ २२ १५ ९ ८ ५ ६ ४ ३ २ ६७ २१ ११ १० ११ १४ ३०५ १०३ ५ १९ ४ १४ १८७ १० २५ ९ १० द्वितीय षड् पत्रं नास्ति क्रमानुसार सूची २८ Page #31 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक गंध का नाम नोंध १००० गंडक १००१ सिध्धांत मुक्तावली भाषा परिच्छेद सटीक त्रिपाठ १००२ समयसार प्रकरण १००३ चतुःशरण प्रकरण सटीक त्रिपाठ १००४ नारचंद्र १००५ अलंकारसर्व स्व १००६ भवभावनावचूर्णि १००७ भक्तामरस्तोत्र टीका सह १००८ सामुद्रिक शास्त्र १००९ द्वादशव्रतभंगयंत्र १०९० अष्टदृष्टि स्वाध्याय १०११ मुग्धावबोध मौक्तिक तथा महाविद्या विडम्बन १०१२ आचारांग निर्युक्ति १०९३ सिध्धांत चंद्रिका १०१४ एकविंशतिस्थान प्रकरण सस्तवक १०१५ विचारपंचाशिका सस्तबक १०१६ वणारसी विलास १०१७ वीरजीन स्तुतिगर्भितढुंढकमतनिराकरणस्तवनबालावबोधसहित १०१८ पर्युषणअष्टाह्निका व्याख्यान १०१९ पर्युषण अष्टाह्निका व्याख्यान १०२० जयतिहुअण स्तोत्र वृत्ति . १०२१ सप्तनयविवरण तथा षड्दर्शन समुच्चय १०२२ प्रश्नोत्तर १०२३ सीमंधरस्वामी विज्ञप्तिरुपस्तवन बालावबोध सहित १०२४ सूक्तमाला सस्तबक नयचक्र विवरण १०२५ २०२६ दिगंबरमत खंडन तथा वास्तुसारगतजिनबिंब परीक्षा १०२७ भावारिवारण ( महावीर ) स्तोत्र समसंस्कृत प्राकृत सस्तबक २०१८ हिंसाष्टक सटीक त्रिपाठ १०२९ शक्रस्तव संस्कृत १०३० उपसर्ग हरस्तोत्र सटिक १०३१ साधुविधिप्रकाश १०३२ उत्तमकुमारचरित्र पत्र ५३ ३९ १४ २० १८ २८ २० ४४ ९ ५ ६ ७ १० ५१-७१ ११ ६ ६९ ९२ ७ ८ ४ १० १८ २८ २२ १८ ४ ५ ८ ३ ३६ १७ १० आदिनुं पानुं न १२२ क्रमानुसार सूची २९ Page #32 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची पत्र १९ २६ २१ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध १०३३ | ऋषभदेवस्तुतिगर्भितसिद्धाचल स्तोत्र सस्तबक १०३४ | दीपालिका कल्प १०३५ कल्याणमन्दिर स्तोत्र सस्तबक १०३६ । पंचमी-सीमंधर-महावीर जिनस्तुति सस्तबक १०३७ । | सप्तस्मरण सस्तबक १०३८ | अघटनृप कथा १०३९ कल्याणमंदिर स्तोत्र सटीक १०४० । | कृष्णरुखमणी वेलि सटीक . . १०४१ | सिद्धांतविचारगाथा संग्रह ४० १०४२ | मार्क डियपुराणगत देवीमहात्म्य १०४३ | चंपकमाला कथा १०४४ |चंद्रधवला कथा १०४५ | राजमार्तड १०४६ | वैद्यवल्लभसस्तबक १०४७ १०४८ | प्रश्नोत्तरसार्धशतक बालावबोध | १०४९ | उपधानविधि | १०५० | आत्मशिक्षा |१०५१ | उपदेशमालासटीक त्रिपाठ १७२ | १०५२ | प्रभावक चरित्र ५-१३२ १०५३ | नव्यबृहत्क्षेत्रसमासावचूर्णी १२ १०५४ | शाश्वतजिनसंख्यास्तोत्र तथा | पिंडविशुध्धि प्रकरण | १०५५ | शत्रुजयकल्प १०५६ | आरंभसिध्धिसावरि (पंचपाठ) |१०५७ । आराधनाप्रकरण १०५८ | उपासकदशांगवृत्ति १०५९ | अंतगडदशांगसूत्र १०६० | आरामशोभा कथा १०६१ | लघुशांतिस्तोत्र सस्तबक १०६२ | योगप्रदीप ग्रन्थ १०६३ | संवेगशतक | १०६४ | षडावश्यकविधि प्रकरण सस्तबक | १०६५ | पोषदशमी पर्वोपरी सुरदत्तश्रेष्ठी कथा | १०६६ | गिरिनार कल्प सस्तबक १०६७ | संघस्तुतिप्रक्रम सस्तबक विधिप्रभा बालावबोध AWG|||<<20.05 R Page #33 -------------------------------------------------------------------------- ________________ क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी ग्रंथ का नाम नोंध क्रमाक पत्र १०६९ । विचारपत्र १०७० [पंचमीफल सस्तबक भद्राख्यान १०७१ | अजितशांति १०७२ | पासाकेवली १०७३ | विचारषट्त्रिंशिका १०७४ | ऋषिमंडलस्तोत्र कल्याणमंदिर स्तोत्र १०७६ सूक्तावलीभाषा १०७७ | चंडिकास्तोत्र १०७८ / संसक्त निर्युक्त सस्तबक १०७९ | सुबोधिकागत निर्वाणाधिकार १०८० | जन्मकुंडली विचार १०८१ | सूर्यसहस्त्रनाम १०८२ | कालज्ञान . . १०८३ | बोलविचार १०८४ | बारभावना १०८५ १०८६ | विवाहविचारथापन सस्तबक यंत्र सहित १०८७ | शिशुप्रबोधकाव्यालंकार (त्रूटक) १०८८ | त्रिपूरास्तोत्र - लघुस्तोत्र १०८९ | लघुस्नात्र विध्यादि १०९० | स्वप्नाध्यायसस्तबक १०९१ । मौनएकादशी कथा १०९२ | उपदेशमाला शकुनावली १०९३ | शीलोपदेशमालावचूरि । १०९४ | लाकनालिका सस्तबक | १०९५ | जयतियण सस्तबक १०९६ | विशेषावश्यकवृत्तिगत कर्मविचार १०९७ | चिंतामणी पार्श्वनाथ स्तोत्र १०९८ | वैराट्या स्तोत्रादि १०९९ | चंद्रार्की ११०० | राशिविचार | ११०१ | भुवनदीपक टिप्पणीसह ११०२ | पर्यंताराधना ११०३ - चारित्र मनोरथमाला अतिचारगाथा सस्तबक २-१९ |३-४ पार्नु नथी ११-१३ ११०४ ११०५ | कालज्ञान ११०६ | महावीर २७ भव Page #34 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध ११०७ चैत्यवंदन तथा स्तुतिओ ११०८ भरत चरित्र षष्ठी संचारी ११०९ १११० जन्मकुंडल्यादि विचार १९११ त्रिपुरा स्तोत्र १११२ प्रतिक्रमण सूत्रादि १९१३ दशविध पच्चक्खाण १९१४/१ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ प्रथमस्कंध १११४ / २ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ द्वितीयस्कंध १११४/३ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ तृतीयस्कंध १११४/४ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ चतुर्थस्कंध १११११४/५ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाट पंचमस्कंध ११११४/६ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ षष्ठस्कंध १११४/७ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ सप्तमस्कंध ११११४/८ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ अष्टमस्कंध १११४/९/ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ नवमस्कंध १९१४/१० भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ एकादशस्कंध ११४/११ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ द्वादशस्कंध १९१५/१ भागवत दशम स्कंध सटीक त्रिपाठ पूर्वार्ध १११५ / २ भागवत दशम स्कंध सटीक त्रिपाठ उत्तरार्ध १११६ अध्यात्म रामायण १९१७ वैशाख माहात्म्य पद्मपुराण पातालखंडगत १९१८ अध्यात्म रामायण उत्तर कांड १११९ ११२० पुण्यकारादि कथासंग्रह पत्र २ २ १४ ३ १२ ५ १०३ ५९ १६२ १५० ११६ ८७ ८६ ८५ ९९ १८४ ५९ २२३ २२४-४५२ १९९ ४८ १८८ ४२-५४ क्रमानुसार सूची ( पत्र ४४ तथा ५२मुं नथी) अपूर्ण छे. ३२ Page #35 -------------------------------------------------------------------------- ________________ ।। श्री सिद्धाचलमण्डन-श्री ऋषभदेवस्वामिने नमः ।। ॥श्री शंखेश्वरपार्श्वनाथाय नमः। .. ॥श्री गौतमस्वामिप्रमुखसद्गुरुभ्यो नमः ।। प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह जैन ज्ञान मंदिर, छाणी, वडोदरा. हस्तलिखित प्रतिओनी सूची (अकारादिक्रमानुसार) Page #36 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अकारादि क्रमानुसार सूची प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम | पत्र । नोंध ४६ | अनुयोगद्वार सूत्र ३४ अंगुल संस्कृतिका टीका तथा बालावबोधसह ४० अस्वाध्याय ४१ अथर्ववेण वेदोपनिषत् अनेकार्थ तिलक अध्यात्मकल्पद्रुम सटीक त्रिपाठ अर्बुदगिरि वस्तुपालमन्दिरप्रशस्ति अनेकार्थ तिलक नाममाला । ७५ | अभिधान चिन्तामणी- नाममाला सटीक ८२ अनेकार्थसूत्रसटीक त्रिपाठ १२७ । अनुयोगद्वारसूत्र | अनित्य पंचाशिका सटीक त्रिपाठ | अध्यात्मिकमतपरीक्षा सटीक २०३ अध्यात्मोपयोगि स्तुति बालावबोध सह अलंकारमंडन २४९ अध्यात्मोपनिषद् २७१ अजितशांतिस्तव सटीक त्रिपाठ २७२ | अजितशांतिस्तव २७६ । अध्यात्मकल्पद्रुम २८६ अथर्वोपनिषत् ३१२ अभयदेवसूरि चरीत्र तथा जिनदत्तसूरि चरित्र | ३७७ अनुयोगविधि ३९६ | अपंचवर्गनाममाला ४०७ | अन्नायउंछवृत्ति सटीक - त्रिपाठ ४३१ | अंबड चरित्र ४८६ | अनुयोगद्वार सूत्र चूर्णी ५३६ अर्हन्नीत ५५२ अभय संग्रह ६७४ अजितशांतिस्तोत्रादि ५७५ । अनिट्कारिका सटिक ५७८ | अनिट् स्वरांत कारिका सटीक । ५८३ | अनेकांतवाद प्रवेश प्रकरण ५८६ | अभिधान चिंतामणी नाममाला | अनेकार्थध्वनिमंजरी तथा शब्दभेद निर्देश अगडदत्त कथा ६०३ अभिधान चिंतामणी नाममाला टिप्पणीयुता 3 Page #37 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र ६२० | अष्टाविंशति लब्दि विचार सावचूरिक तथा त्रिषष्ट्यधिक त्रिशत कुवादि विचारमयस्तव सटीक त्रिपाठ ६३१ अजितशांति स्तव सटीक ६७० अव्यय तथा उपसर्ग सटीक पंचपाठ अध्यात्मकल्पद्रुम ७०० अंगुल सप्ततिका सूर्यचंद्र मंडल विचार आदि ७११ | अधिक मासाश्रित पर्युषणाविचार ७२२ | अभिधान चिंतामणीनाममाला ८०८ । | अजीतशांतिस्तव सावचूरि पंचपाठ ८१० अपभ्रंश भाषा गत कतिचित् दुग्ध घटा टिप्पणी सह अधिक मासादि विचार ८७९ | | अध्यात्मसार सस्तबक ९६९ | अनेकार्थध्वनिमंजरी १००५ | अलंकारसर्वस्व १०१० | अष्टदृष्टि स्वाध्याय १०३८ | अघटनृप कथा १०५९ । | अंतगडदशांगसूत्र १०७१ | अजितशांति १११६ | अध्यात्म रामायण १११९ | अध्यात्म रामायण उत्तर कांड ३८ आवश्यकचूर्णी . ६२ आलोचना दान टिप्पन ९४ आरामशोभाकथा १२४ । आगमिक वस्तु विचारसार प्रकरण वृत्ति सह १३० | आचारांगचूर्णी | आप्तपरीक्षा सटीक त्रिपाठ आराधक विराधक चुतभंगी स्वोपज्ञावचूरी सह त्रिपाठ तथा ऋषभदेव स्तवावचूरि त्रिपाठ १६५ । | आचारांगजी सटीक त्रिपाठ | आचारदिनकरांतर्गत प्रतिष्ठादि अधिकार| ३३० | आतुर प्रत्याख्यान ३४२ आत्मानुशासन ३६० आतुर प्रत्याख्यान आवश्यक लघुटीका ४२४ | आचारदशा नियुक्ति १८८ २९३ ११ १६० ३०८ ७९ २७७ Page #38 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध क्रमांक ग्रंथ का नाम ४ ४८६ | | अपूर्ण ७४३ १४ १५५ ४२ १०५ २२ आदिनाथचरित्र पद्मानंदकाव्यसत्क आदिनाथस्तव सटीक पंचपाठ ६४२ | आशर्ययोग रत्नावली टीका ६६५ | आराधनापताका (किंचिदपूर्ण) | आलोचना अधिकार व्यवहारसूत्र वृत्तिगत ६७३ | आलोचनाविधि ७३३ | आचार प्रदिप त्रूटक ७३५ आउरपच्चक्खाण भत्तपरिन्न, संथारापयन्नो . आधाकर्म कल्प्याकल्प्यविधि ८१३ . आरामशोभा कथा तथा नलवर्मनृप कथा आवश्यक पीठीका बालाबोध ८८४ | आत्मप्रबोध । ८८७. आभिधान चिन्तामणी नाममाला | आरंभसिद्धिवार्तिक ९११ | आनंदघनचोवीसी बालावबोध साथे ९७४ | आनंदघनचोवीशीस्तबक ९८२ | आराधनप्रकरण ९९० . आरंभसिध्धि सटीक १०१२ | आचारांग नियुक्ति १०५० | आत्मशिक्षा १०५६ | आरंभसिध्धिसावचूरि (पंचपाठ) १०५७ | आराधनाप्रकरण १०६० | आरामशोभा कथा ९५८ | इर्यापथकुलक सस्तबक १४५ ईरियावहि-चैत्यवंदना-वंदनक प्रत्याख्यान चूर्णी उदयात् तीथि विचार ३३ उणादि नाममाला उपाशकदशांगसूत्र सटिक त्रिपाठ उपधानविधिप्रकरण तथा असज्झाय | उपदेशकंदली सटीक १८० | उपदेशमालासावचूरि २२८ | उपसर्गमंडन २६० | उपधान विधियंत्रसह २८४ | उपदेश शतक ३१० | उपदेशरत्नाकर ३१५ | उपधानमालारोपण विचार १०३ H ७१ ९६ . ९८ १८७ | पत्र १३४ डबल छे NMM01 ३५ Page #39 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ३३८ ९६ ११६ ७१ १०२ २९८ उववाइसूत्र सटिक त्रिपाठ ५०४ - उत्तराध्यययन चूर्णी ५०९ उपदेशसप्ततिका ५३४ । उपासकदशांगसूत्र सटीक त्रिपाठ ५३५ उपासकदशांग सटीक त्रिपाठ ५४० उपधान विधि उपधान विधि ६४८ | उपदेश कंदली ६५३ | उपदेशमाला बालावबोध सह ७२६ | उपदेशशत विवरणसह | उत्तराध्ययन सटीक ७७२ उपधान विधि ७७७ उत्तराध्ययन सूत्र कथा ७८२ उपसर्ग विवरण उपसर्ग विवरण ८१८ उत्तराध्ययन सूत्र बृहत्द्वृत्तिगता कथा - संस्कृत ८४६ उपधान विधि उपासक दशांग टबार्थ दश श्रावक वार्तारुप ८९८ | उपदेशमाला बालावबोध सहित ९०६ | उत्तराध्ययनवृत्तिगत कथा ९१६ | उत्तराध्ययन वृत्ति | उपाशक दशाङ्ग सस्तबक ९२५ उत्तराध्ययनाव चूरि उपस्थापना विधि | उपदेशमाला सस्तबक ९४७ | उपदेशमाला सावचूरि | उत्तराध्ययनगतनवमाध्ययनसटीक ९९४, | उत्तमकुमार चरित्र सस्तबक १०३० | उपसर्गहरस्तोत्र सटिक १०३.२ | उत्तमकुमारचरित्र १०४९ | उपधान विधि १०५१ | उपदेशमालासटीक त्रिपाठ १०५८ | उपासकदशांगवृत्ति १०९२ । उपदेशमाला शकुनावली ऋषभदेवचरित्र गाथाबद्ध -प्राकृत ऋषिभासित | ऋषिमंडल कल्प २-१८५ १८९ ९२२ ६० |m १० १७२ १९२ ८१ Page #40 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम | पत्र | अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ३५० २०९ १५१ २-४ ऋषभ,शांति,नेमि,पार्श्व,वीर जिन पंचस्तवी, जिनस्तोत्र रत्नकोश, इलदुर्गमंडन ऋषभ जिन स्तोत्र १४४ | ऋषिमंडल प्रकरण सटिक ऋषभदेव स्तव तथा क्षुल्लक भव प्रकरण सटीक त्रिपाठ २६२ ऋषभ पंचाशिका टीका नेमिजिनस्तोत्रद्वयक्षर सटीक . ४२८ | ऋषिमंडल सटीक ऋषिमंडलस्तवाचरि ऋषभपंचाशिका सटीक ६२४ । ऋषभ पंचाशिका तथा नवतत्व सावचूरि पंचपाठ ऋषभ पंचाशिका सावचूरि पंचपाठ | ऋषिमंडल स्तोत्र आदि | ऋषभ पंचाशिका सावचूरि आदि पंचपाठ ८१४ ऋषभ पंचाशिका सावचरि पंचपाठ ८८९ ऋषिमंण्डल प्रकरण बालावबोध सह १०३३ ऋषभदेवस्तुतिगर्भित सिद्धाचल स्तोत्र सस्तबक १०७४ | ऋषिमंडलस्तोत्र २०८ ऐंद्रस्तुति चतुर्विंशतिका सावचूरिक त्रिपाठ एकांतनिरासस्तव विवरण सहित वीतराग स्तवांतर्गत ७३८ ओकाक्षर नाममाला तथा द्वयक्षर नाममाला ८०४ एकाक्षर निघंटु नाममाला ८२६' । एकाक्षरी नाममाला ८३८ एकीभाव स्तोत्र तथा विषापहार स्तोत्र भाषा टीका एकविंशतिस्थान प्रकरण सस्तवक। ७१६ । ओघनियुक्ति अवचूरि १८२ | औष्ट्रिक मतोत्सूत्र दीपिका ३६५ । औपदेशिक सुभाषित श्लोक संग्रह ४४९ । औक्तिक ६२३ । | औक्तिक ७०६ । औषधिलक्षण विविध आम्नाय ४०९ १०१४ Page #41 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ७१४ औष्ट्रिक मतोत्सूत्र दिपिका अपूर्ण २५ ३५ ६६ ६७ ७४ ९९ १३९ १७५ १८९ १९४ २१२ २२१ २२७ २३० २३३. २५१ २५३ २८२ २९२ ३२६ ३६९ ३७१ ३९० ४१२ ४३६ ४५६ ४५८ ४५९ ४६६ ४९४ ५०७ ५०८ ५२५ ५२९ ५४१ कुमारपालप्रबन्ध कुमति निराकरण पुस्तीका स्तवन कुमताहि विष जांगुली कुमताहि विष जांगुली कर्मप्रकृतिसटीक त्रिपाठ कल्पसूत्रधारसा सावचूरिक पंचपाठ सचित्र कर्मचंद्र प्रबंध कुमारपाल प्रतिबोध कालग्रहणविचार. कीर्ति कौमुदी नवमं सर्ग कथाकोश विनोदकथा सह कूर्मापुत्रकथा प्राकृत गाथाबद्ध काव्यमंडन कादंबरीमंडन काव्यमनोहर कुमारपालचरित्र कातंव्याकरण कृति सावचूरि पंचपाठ कल्पकिरणावलीटीका गत शंका संग्रह कल्पसुबोधिका टीक गत कालसत्तरि सावचूरि कूर्मापुत्रचरित्र कोचर व्यवहारीराश तथा जयचंद्रराश कायस्थितिप्रकरण सटीक त्रिपाठ कुमारपाल प्रबंध कस्तुरीप्रकर कुमारपालचरित्र तथा परिग्रह परिमाण कौमुदि मित्राणंद नाटक कल्पसूत्र कल्पलतावृत्ति सह त्रिपाठ कल्पसूत्र दानदीपिका टीकासह कर्पुर सटीक कल्पसूत्र कल्पकौमुदीटीकासह त्रिपाठ कल्पविशेषचूर्णी कुमारपालचरित्र महाकाव्य कर्पूर प्रकरण सटीक कर्मप्रकृति सटीक कर्मग्रंथचार सटिप्पन - पत्र ८ ५१ ४ ९ ९ १८८ १११ ९३९ १४९ ३ ३ ५१ ९ २१ ११ ९ १६ ८५ ५ ३ ८८ १९ ५ २२ १४ ११ २७ १५० १०८ ३७ ४९४ २४२ ४८ १६५ ६-१०९ १० अपूर्ण अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ३८ Page #42 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची ग्रंथ का नाम नोंध क्रमांक 2010 | संदरचित्रतम ५४६ कर्मप्रकृत्ति सटीक २७५ कर्मग्रंथषट्क सटीक २५६ ५५९ । कथा संग्रह ५७६ । क्रियाकलाप ५८१ | कथा संग्रह ५८२ | कथा संग्रह ६३२ कल्याणमंदिर सावचूरि त्रिपाठ ६३८ कायस्थिति प्रकरण सटीक पंचपाठ . | ६७९ । कालिकाचार्यकथा सचित्र ९१ ७२४ । कल्पसूत्र सावचूरिक पंचपाठ १२४ ७२५ कल्पसूत्र सचित्र सावचूरिक पंचपाठ ७३१ कल्पसूत्र कल्पकिरणावली टीका सहिता त्रिपाठ ७४० कावीतीर्थ प्रशस्ति, गंधार तीर्थ प्रशस्ति, चिंतामणी पार्श्वनाथ प्रशस्ति ७९१ कमल पंचविंशतिका - पंचजिन स्तोत्र टिप्पणी सहिता . कल्पकिरणावली टीका सह कल्पसूत्र सचित्र त्रिपाठ ८८३ कल्पसूत्र सस्तबक १६३ ९०० कल्पसूत्र कल्पदीपिकावृत्तिसहित त्रिपाठ ९०३ | कर्मग्रन्थषटकावचूरि ९०५ कल्पसूत्र किरणावली टीका सहित (अपूर्ण) १४-२०६ ९१३ | कालिकाचार्यकथा ११ | ९२७. कल्पसूत्र संदेह विषौषधीवृत्ति कर्मग्रंथत्रिक (द्वितीय-तृतीय- चतुर्थ) अवचूरि सहित । ९३३ | कामघट कथा १९६८ - | कल्याणमंदिरस्तोत्र भावार्थ सहित ९७१ | कुमति शिखामणस्वाध्यायसस्तबक १९७८ । कालसप्ततिका १९८५ कूर्मापुत्रचरित्र १०३५ | कल्याणमन्दिर स्तोत्र सस्तबक कल्याणमंदिर स्तोत्र सटीक १०४० कृष्णरुखमणी वेलि सटीक ११०७५ | कल्याणमंदिर स्तोत्र (१०८२ | कालज्ञान (११०५ | कालज्ञान ११५८ खरतर चर्चा २३० | | | Page #43 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध 1600/ १४७ २९१ 166000 W ४७० खरतर चर्चा ४७१ खरतर खंडन हमची ७५१ . खरतर चर्चा झंडिका ७८५ खरतरगच्छ समाचारी विषयक ७१ बोल खरतरगच्छ पट्टावली | गुरुतत्त्वप्रदीप सटीक १६९ गुरुतत्त्व विनिश्चय स्वोपज्ञ टीकासह त्रिपाठ. १७८ | गौतमकुलकवृत्ति | २७३ | गुरुतत्त्वव्यवस्थापनवादस्थल गोधुलिकार्थ । २९५ | गणधर सार्धशतक लघुटीकासह ३१७/२ | गुणानुरागकुलकआदि | गिरिनारगिरिस्तोत्र सावचूरि त्रिपाठ ३८२ गुरुकुलवास स्वाध्याय ४१६ गुणवर्माचरित्र ४७४ खरतर पट्टावली ५६६ गुणादिनाममाला ६६७ । गुरुतत्त्वसिद्धि .७५९ गुणस्थान क्रमारोह ८११ गुणस्थान क्रमारोह ८६२ गुणमाला गांगेयभंग ९५९ गौतमपृच्छाबालावबोधसहित ९६७ गाथालक्षणसटीक १००० । गंडकथा १०६६ | गिरिनार कल्प सस्तबक ३१९ घंटाकर्णकल्प | चुडामणी चतुर्विंशति जिनस्तवन चतुर्विंशतिका तथा ध्यानविचार | १०२ - चतुर्विंशति जिन स्तोत्रो चतुर्विंशति प्रबंध अपरनाम - प्रबंधकोश १२६ चन्द्रप्रभचरित्र पद्य १४९ | चैत्यवंदन महाभाष्य १५९ | चोवीसी १६२ | चतुर्विंशतिजिनस्तव सटीक १६३ | चतुर्विंशतिजिनस्तव सटीक | पत्र २५मुंबेवडुं छे २-५ १०४ ११५ Page #44 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम २१९ चंपक श्रेष्ठिकथा पद्य २२६ चंपूमंडन २३२ चंद्रविजय प्रबंध २४२ २८८ ३२८ ३३७ ४७२ ५४३ ५५३ ६१७ ६२८ ६८२ ६८३ ६९० ७१० ७४२ चंद्रलेखाविजयप्रकरण चर्चरी विवरण चतुर्विंशतिजिनभवस्तव चउस्त्रिंशतिका तथा चउविंशतिका चतुर्विंशति जिन सवैया चिंतामणी पार्श्वनाथादिप्रशस्ति चतुर्दश गुणस्थान विचार चतुर्विंशति जिन स्तुति सावचूरि पंचपाठ चतुःषष्ठि योगिनी स्तोत्रादि चातुर्मासिक व्याख्यान चैत्यवंदनसूत्रवृत्ति चित्रश्लोक तथा कूटश्लोक सावचूरी पंचपाठ चर्चरी सटीक आदि चतुर्दशीदिन पाक्षिक पर्वविचार, विचारगर्भित वर्धमानजिनस्तवन सटीक त्रिपाठ चिंतामणी पार्श्वनाथ प्रशस्ति चैत्यवंदन चतुर्विंशतिका सटीक त्रिपाठ चतुर्विंशति जिन स्तव ७४५ ८३४ ८३७ ८४३ ८६५ ९१९ ९२१ ९५४ ९६२ ९६३ चमत्कार चिंतामणी ९९२ १००३ १०४३ चंपकमाला कथा १०४४ चंद्रभवला कथा चतुरक्षर शकुनावली चिन्तामणी पार्श्वनाथ स्तोत्र सटीक चतुर्विशिति प्रबंध चतुर्विंशति प्रबंध (आद्यपत्राष्टक नास्ति ) चाणक्यसार चमत्कारचिंतामणी चित्रसेन पद्मावती चरित्र चतुःशरण प्रकरण सटीक त्रिपाठ १०७७ चंडिकास्तोत्र १०९७ चिंतामणी पार्श्वनाथ स्तोत्र १०९९ चंद्राक ११०३ चारित्र मनोरथमाला अतिचारगाथा सस्तबक पत्र ९ १० ४ २६ ८ २ ४ ३ ९ १८ ४ ६ ५ २-१० ७ १५ ६ १५ १४ ५ ८ ५ ६७ ११२ ७ ७ ५ १९ २० २५ २० २ ३ ३ २ १० मुं अकारादि क्रमानुसार सूची नाँध ४१ Page #45 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक गंध का नाम ११०७ चैत्यवंदन तथा स्तुतिओ ४४७ छंदो रत्नावलि ८६७ छ आवश्यक विचार स्तवन ६४ | जम्बूस्वामिचरित्र १०१ १२८ १४२ १५४ १६० १८३ २०६ २२० २४४ .: ३०३ ३३६ ३७२. ४०५ ४५३ ५०५ ५२४ ५४२ ५८७ ६०९ ६११ ६१३ ६२७ ६३६ ६४५ ७७४ ७९३ ८१७ ८४७ ८६४ ९१८ जयतिहुअण सटीक जंबुद्विपप्रज्ञप्ति चूर्णी जिनस्तोत्र रत्नकोश जिनशतक पंजिका जिनस्तोत्र रत्नकोश प्रथम प्रस्ताव जिनसहस्रनामसटीक त्रिपाठ जिनसंख्याविचारमयदोधकं बालावबोध सह त्रिपाठ जंबूस्वामिकथा पद्य जन्मसमुद्र सटीक ( त्रिपाठ) जेसलमेरुसंपादिकृतप्रश्न जय तिहुयण स्तोत्र सावचूरि जैनधर्म विषयक प्रश्नोत्तर ग्रंथ जिनसह नाम जैनमेघदूत महाकाव्य टिप्पणीसह जीतकल्पसूत्र सभाष्य ज्योतिष करंडक सटीक जिनकल्याणक स्तोत्र जिनस्तोत्र रत्नकोश प्रथम प्रस्ताव जिनअष्टादश स्तोत्र सावचूरि पंचपाठ ज्योतिष परचुरण जिनस्तोत्र रत्नकोष जयश्री पदांकित जिनस्तोत्र रत्नकोश सावचूरिक पंचपाठ जयश्री पदांकित जिनकल्पिक यधालंदिकादि स्वरूप जीवविचार सावचूरि पंचपाठ जयतिहुणी - जिनशतक चतुर्थ परिच्छेद सावचूरि पंचपाठ जयतिग्यण स्तोत्र जन्मकुंडली निर्माण विषयक ज्योतिष ग्रंथ जैन धर्मवर स्तवन कल्याणमंदीर पाद पूर्ति रूप आदि जन्मपत्री पद्धति पत्र २ १६ ३ १३ ४ ३१ १२ ३२ १९ २२ ३-५ १९ १६ २ ४ १२६ ५ ११ ५८ १०४ ५ १३ ४ २ २ २ ६ ४ ३ ४ २ ४ ८५ अपूर्ण अपूर्ण अपूर्ण अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ४२ Page #46 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ९७९ ९८६ ९९३ जयतिहुअण स्तोत्र १०२० जयतिहुअण स्तोत्र वृत्ति १०८० जन्मकुंडली विचार १०९५ जयतिहुयण सस्तबक १९१० जन्मकुंडल्यादि विचार ६५० ८८९ ७ ५२ १५३ १७३ २०२ ३०२ ३१४ ४१७ ५०१ ५०२ ५५१ ६३० ६७६ ६८० ८४९ ९१५ २ जिनसहस्त्रनाम तथा पार्श्वनाथाष्टोत्तर शतनाम स्तोत्र जल्पमंजरी १०३ २५९ ३२० ४५७ ६८८ ६९८ ७५३ ठाणांग भगवतीगत आलापक ढुंढक मत चर्चा तपोऽमलकुन तत्त्वतरङ्गिणी सटीक तिलकमंजरी टिप्पन तंदुलवैचारिकसटीक त्रिपाठ तपो धिकारादि श्लोकसङ्गह तपगच्छ-खरतरगच्छ संवाद तंत्रवार्तिकवृत्ति तपागच्छीय पट्टावली परिशिष्ट सटीक त्रिपाठ तत्त्वसङ्गह तत्त्वसङ्गह वृत्ति तर्कसंग्रह दीपिका तपोविधि तपोविधि तपोविधि तपोविधि तत्त्वार्थ लघुटीका त्रिषष्टिशलाकापुरुषचरित्रम् ऋषभदेव नेमिनाथ परिप्राभ्यां रहितम् त्रैविद्य गोष्ठि त्रैलोक्यप्रकाश त्रुटक त्रिंशञ्चतुर्विंशतिकादशस्तवी त्रैलोक्यप्रकाश त्रिशतिका सावचूरिक पंचपाठ त्रैलोक्यदिपक त्रिषष्ठिशलाकापुरुषचरित महाकाव्य अष्टमपर्व, अरिष्टनेमिजिन चरित त्रैलोक्य सुंदरी कथा १०८८ त्रिपूरास्तोत्र - लघुस्तोत्र ९४५ पत्र ६ १० ४ ४ ३ ४ ३ ३ ६ ३ २० २६ ४३ ८ १६ ५१ ५ ८४ ३०९ ८ २ २ ७ २ २५८ १-३८१ २१ २८ ३ ३४ ७ २९ १५८ ४ २ अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ४३ Page #47 -------------------------------------------------------------------------- ________________ अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र ११११ | त्रिपुरा स्तोत्र २०४ - थालिचोलां स्तुति बालावबोध सह त्रिपाठ दिनचर्या ६० दुरियरय स्तव सटीक | द्विजवदनचपेटिका देवपूजाविधिप्रकरण, चैत्यवंदना वंदनक प्रत्याख्यान स्थान विवरण ९२ दिगंबरमतखंडन | दिगंबरमतखंडन देशीनाममाला ११९ | द्वात्रिंशिका सटीक त्रिपाठ १२१ | द्रव्य सप्ततिका सटीक त्रिपाठ १२९ | देहस्थितीस्तव योनिस्तव अढाइजेसु सावचुरि ११६ । | द्विजवदन चपेटिका मन्थथाष्टकं २०१ | द्वादश भावना २२२ । | दानप्रकाश २३६ | दीपोत्सव कल्प २४७ | द्विवर्ण रत्नमालिका सटीक चतुर्विंशतिजिनस्तुति सटीक (त्रिपाठ) २५५ दानकल्पद्रुम-धनाशालिभद्र चरित्र ३०९ | दर्शनशुध्धिसटीक द्वादशव्रतालापक द्वादश भावना ४२७ | दशवैकालिकचूर्णि ४६५ | दंडक प्रकरण संस्कृत | ४९१ द्वादशकुलक सटीक | ४९९ | दर्शनरत्नाकर ३४६ ५४९ | दर्शनसार तथा दिगंबर पट्टावली १६फ | ५६१ दश श्रावकचरित्र ५६२ । दीपालिकाकल्प सावचूरि पंचपाठ ६१५ देलवाडामण्डन ऋषभदेव स्तवावचूरि तथा आधा शीशी मंत्रकल्प | दुषमा श्रीसंघ स्तवन ६५८ | देववंदनादि भाष्यत्रय ६५९ | देववंदनादि भाष्यत्रयावचूरि ६६४ | दशवैकालिक सूत्र ६६८ | दशवैकालिक सूत्रावचूरि २८ ३२३ १८६ ६२१ Page #48 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र नोंध २ अपूर्ण मान ३ २-१११ ६६९ | दानादिकुलक चतुष्टयादि ७०३ | दर्शनशुद्धि प्रकरण सावचूरि पंचपाठ ७०४ - दानकुलकादि कुलक संग्रह ७४६ । दीक्षाविधि | ७७६ | दिग्पट ८४ बोल चर्चा ७८७ | देवाः प्रभो स्तोत्र सावचूरिक पंचपाठ ७९८ | दशवकालिक सूत्र ८३६ | द्वादशवर्ग कुटकाव्य सावचूरि त्रिपाठ ८७५ | दंडकवृत्ति ८९२ दशवैकालिकावचूरि ९२० द्वयाश्रय महाकाव्य वृत्ति सह षष्ठसर्ग ५८ श्लोक सुधी ९३४ दैवसिक प्रतिक्रमण विधि ९३५ दादाजीनी पूजा ९४१. द्रव्यप्रकाश दशवैकालिकावचूर्णी ९५७ दुरियरयसमीरस्तोत्र (महावीर चरित्र) सटीक ९६० | दानादिकुलक | द्वादशव्रतभंगयंत्र १०२६ | दिगंबरमत खंडन तथा वास्तुसारगत जिनबिंब परीक्षा १०३४ | दीपालिका कल्प १११३ | दशविध पच्चक्खाण ८ धातु रत्नाकर ३१ | धर्मोपदेशमाला सटिक धनदराज शतकत्रय १३८ |धर्मसागरोत्थापित बोल विचार २११ धर्मपरिक्षा २४१ | धर्मामृत २५८ | धर्मोपदेशामृतादि अनेक प्रकरण स्तोत्र-अष्टक पंचाशदादि २७८ धर्मरत्नप्रकरण तथा यतिशिक्षा पंचाशिका | ३३९ । धर्मोपदेशशत सटीक ३७५ | धर्मरहस्योपदेश ४१८ धर्मविधि प्रकरण सटीक ४३२ . धर्मविलास | धूर्ताख्यान प्राकृत | ४५२ धर्मशर्माभ्युदय | १००९ ३५८ १४७ ४४ ५ १३५ ३५ १३ ४३५ २५ Page #49 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक | ग्रंथ का नाम अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध पत्र २९० २४६ ५१७ १०२ १-२३२ १-२४५ | ५०३ धर्मोपदेशमाला वृत्ति ५१० धर्मरत्नकरंडक धर्मकल्पद्रुम धातुपाठ (चूरादिगण ) ६८४ धातुपाठ ७३० । धातुपारायण स्वोपज्ञ विवरण सहित निशीथसूत्रचूर्णी प्रथम खंड नं. १/१ १/२ | निशीथचूर्णी द्वितीय खंड नं.१/२ न्याय मंजुषा बृहद्वृत्ति नंदीरचनाविधि आदि तथा सरस्वती स्तोत्र नंदीसूत्र चूर्णी न्यायसारटीका | न्यायसार टीका ७७ नयोपदेश | नमस्कारस्तववृत्तिसह ११८ । नवतत्त्वप्रकरण सटीक त्रिपाठ १५७ नयप्रकाश सटीक १६८ | नंदीसूत्रवृत्ति दुर्गपद व्याख्यान २२४ । नेमिदूत काव्य २२५. नवचंपूकथा - दमयंती कथा विवरण २४५ | निर्वाणकालिका -२४६ । | नेमिभक्तामर सटीक (त्रिपाठ) २५० | निर्दोषवास्तु | २८१ | निर्भय भीम व्यायोग ३०५ नलविलास नाटक ३११ नारचंद्र टिप्पन ३२९ नमस्कार महात्म्य ३४० न्यायप्रवेशसूत्र ३४९ | नंदी लघुवृत्ति ३९५ - नयकर्णिका सटीक - त्रिपाठ ३९८ । नंदियद्द छंदःशास्त्र ४०३ . निगमागमैकान्तीकरण संवादशतक ४०४ | निगमागमैकान्तीकरण संवादशतक निशिथ भाष्य न्यायमंजूषा न्यास नवतत्त्वसटीक त्रिपाठ ४८० | निगम प्रवचने नयसारोध्धार ५१३ | निशीथसूत्र सावचूरि ५३०/१ | निशीथ चूर्णी ४२१ १४ २१ ६२ ४८५ Page #50 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ५३० / २ निशीथ चूर्णी ५५० ५७१ ५८८ ५९६ ६५५ ७०१ ७१५ ७२० ७३४ ७४९ ७९७ ८०१ ८५५ ८९४ ९३१ नवतत्त्व तथा दंडक सस्तबक निर्भयभीमव्यायोग नाटक नमस्कार स्तव सटीक न्यायावतार वृत्ति निगोद षट् त्रिंशिका सावचूरि पंचपाठ नवतत्त्व सावचूर्णि नेमिनाथस्तव विविध छंदो नाम गर्भित नंदीसूत्र टीका | नरवर्मचरित्र चित्रसेन पद्मावती चरित्र नवतत्त्वावचूर्णी आदि नारचंद्र ज्योतिष प्रथम प्रकरण १.७ ३९ न्यायसार प्रकरण टिप्पणी सहित नारचंद्र नव्यकर्मग्रन्थ पञ्चकावचूरि निगोदविचार गर्भित महावीर स्तवन सस्तबक नंदियड्ड गाथा लक्षण सावचूरिक पंचपाठ नवतत्त्वप्रकरण सस्तबक ९४६ ९८४ ९९८ १००४ नारचंद्र १०२५ नयचक्र विवरण १०५३ नव्यबृहत्क्षेत्रसमासावचूर्णी ४ ९ .१२ . नयस्वरुप प्रथमपंचाशकचूर्णि नं. ४थो पृथ्वीचंद्र चरित्र प्रत्येकबुद्ध चरित्र प्रतिष्ठा सारोद्धार टिप्पणीसह त्रूटक प्रश्नव्याकरण सटीक त्रिपाठ ८३ प्रवचनविचारसार ११० पृथ्वीचंद्रचरित्र १२० प्रमालक्ष्मलक्षण १३५ प्रशमरतिसटीक १३६ प्रशमरतिसटीक १४७ पंचमीमाहात्म्य १५० १५१ पंचलिंगीप्रकरण विवरण पिंडविशुद्धि दीपिका पौषधषट्त्रिंशिका सटीक १७२ १७४ प्रद्युम्नचरित्र पत्र ४८६-९७३ २८ २ ८ ३७ ३ २ ३ ८१ १-१७ १७-२९ ११ ५ ७ १४ ३९ ५ ३ २१ ९ १८ १८ १२ १-५८ १२४ ९८ १८-१९४ ११२ २४ २-२८ ७३ ५१ ४९ ****** इ अपूर्ण अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ४७ Page #51 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम १७७ १७९ १८९ १९९ २१० २१५ २३९ २६५ २७५ २८५ २९० २९३ ३०१ ३०४ ३२१ ३२५ ३४५ ३५२ ३५८ ३६२ ३७३ ३७४ ३८९ ३८३ ३८६ ३९४ ४०० ४०६ ४१३ ४१४ ४२२ ४५४ पंचकल्पचूर्णी प्रज्ञापनातृतीयपद संग्रहणीसावचूरि त्रिपाठ पंचनिग्रंथीसटीक त्रिपाठ प्रमाणनयतत्त्वा लोकालङ्गार . पार्श्वनाथादि स्तुतिओ - थोयो तथा उवसग्गहरं स्तोत्र गाथा २१ प्रदेशीचरित्र प्रश्नशत सावचूरि त्रिपाठ पूर्णिमागच्छीय पट्टावली पर्यंताराधना प्रकरण- इन्द्रियविषयविचार कालशतक तिथि पयन्नो प्रश्नशतक सावचूरिक पार्श्वनाथ खहस्त्र नाम सूत्रानुगम अनंतकाय स्वरुप सावचूरि चतुर्विंशति जिनस्तोत्र सावरि त्रिपाठ प्रतिक्रमण सूत्रवृत्ति पद्मानंदशतक परब्रह्मोत्थापनवादस्थल पाक्षिकसूत्रावचूरि | प्रश्नोत्तररत्नमालिकावार्तिकसहिता त्रिपाठ पद्मविजयगणिनिर्वाण प्रायश्वितप्रधान सामाचारि सटिक त्रिपाठ आदि प्रवज्याविधान आदि पट्टावली तपगच्छीय पार्श्वनाथस्तव सावचूरि त्रिपाठ पटवाना संघनो इतिहास प्रश्नोत्तर पाटण चैत्यपरिपाटी पार्श्वनाथ स्तवटीका प्रमाणमीमासा पाययलच्छी नाममाला पर्वताराधना सावचूरि त्रिपाठ पंचास्तिकाय विवरणसह प्रथम श्रुतस्कंध पार्श्वस्थादि चर्चा पिंडनियुक्ति सह प्रबुद्ध रौहिणेय नाटक तथा निर्भय भीम व्यायोग पत्र ६० ९ ९ १० २ ६९ १६ ७ ६ १३ १२ ३१ ३ ५ १७ २१ ३४५ ५ ४ ३ ७ ३ १६ ३ २ १ १२ ७ २५ २५ १६१ २६ अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ४८ Page #52 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ४६१ ४६४ ४६९ ४९५ ५२० ५४४ ५७० ५८० ५९४ ६०२ ६१० ६३७ ६४४ ६५९ ६५२ ६५७ ६६१ ६६२ ६६३ ६६६ ६७५ ६८७ ६९१ ६९२ ६९७ ६९९ ७०२ ७१२ ७१३ ७५० ७५२ ७६३ ७६४ ७६८ प्रतिक्रमणहेतु गर्भ प्रबोधचिंतामणी प्रश्नोत्तर सार्धशतक बालावबोध पुष्पमाला सटीक पृथ्वीचंद्रचरित्र पद्य प्रज्ञापनासूत्र सटीक त्रिपाठ प्रतिज्ञा काव्य पाययलब्धि नाममाला पुण्यसार कथा परम ब्रह्मोत्थापन स्थल प्रत्याख्यान भाष्य' पिंडविशुष्धि प्रकरण आदि टिप्पणिसह परमतत्वावनोध द्वात्रिंशिका पर्युषणा विचार प्रतिक्रमण गर्भहेतु पशुपक्षी शकुनावली | पुराणश्लोक संग्रह प्रव्रज्याविद्यानकुलक आदि प्रव्रज्याविधान सावचूरि (पंचपाठ) विशालराजशिष्य हस्ताक्षर प्रश्नोत्तररत्नमाला तथा सुपार्श्व जिनस्तुतिचूलिका पिशाचभाषामयी पार्श्वनाथ स्तोत्र यमक सटीक त्रिपाठ पार्श्वनाथादि स्तोत्र पच्चक्खाण आगारना अर्थ पार्श्वनाथचरित्र अपूर्ण पद्य प्रज्ञापना तृतीयपद संग्रहणी अवचूरिका पिंडविशुद्धि दिपिका प्रशमरति प्रकरण सावचूरि पंचजिन नमस्कार तथा गुरुपाद विज्ञप्तिका प्राकृत शब्दोनां संस्कृतार्थ पंचबोलनिर्णय स्तवन पार्श्वचं द्रगच्छझंडिका पुष्पमाला प्रकरण पट्टावली तपगच्छीया पार्श्वनाथ अध्यात्म स्वरुप स्तवन सस्तबक पत्र १९ ५७ २५ २८३ ५४ ४४८ ४ ६ १० ४ ३ ६ २ २ १३ २ ३ २ २ २ १ ४ २ ३-५ ७ ५ ९ ३ ६ २-१४ ६ २ अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ४९ Page #53 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध पत्र अपूर्ण | पत्र ३-५ नथी १० ७८१ |पंचमी कथा ७८४ | पार्श्वचंद्रना प्रश्नोना उत्तर ७९६ | पार्श्वचंद्र पट्टावली ८२१ | पुद्गलपरावर्तनस्तोत्र सटीक त्रिपाठ ८२२ | प्रव्रज्याविधान कुलक ८२८ पत्रलेखन पद्धति ८२९ । | पंचनिग्रंथी प्रकरण बालावबोधसह त्रिपाठ ८३० प्रश्नप्रदीप ज्योतिष ८३२ . पर्यंताराधना प्रकरण ८३९ । | प्रतिष्ठानो प्रथम दिवसनो विधि ८५० । | पार्श्वनाथादि स्तोत्र ८५३ । पट्टावली तपगच्छीया ८५६ प्रश्नोत्तर रत्नमाला सावचूरिक त्रिपाठ ८५७ पर्यांताराधना टबार्थ सहित पार्श्वनाथ सहस्त्रनाम ८७२ | पंचसूत्र अवचूरि | प्रश्नोत्तर संङ्गह ८८२ - पाक्षिक सूत्र तथा पाक्षिक अतिचार प्रतिक्रमण सूत्रादि अनेकोपयोगी प्रकरणादि संग्रह पुष्पमाला प्रकरणम् बालावबोधसह ९१० प्रज्ञापनोपांग ९७३ । पद्मावती पूजाविधि ९८० - प्रश्नोत्तर रत्नमाला सस्तबक पिस्तालीस आगम पूजा | १०१८ | पर्युषणअष्टाह्निका व्याख्यान १०१९ | पर्युषण अष्टाह्निका व्याख्यान १०२२ | प्रश्नोत्तर १०३६ | पंचमी-सीमंधर-महावीर जिनस्तुति सस्तबक १०४८ | प्रश्नोत्तरसार्धशतक बालावबोध १०५२ | प्रभावक चरित्र १०६५ | पोषदशमी पर्वोपरी सुरदत्तश्रेष्ठी कथा | १०७० | पंचमीफल सस्तबक भद्राख्यान १०७२ | पासाकेवली ११०२ | पर्यंताराधना १११२ प्रतिक्रमण सूत्रादि ११२० | पुण्यकारादि कथासंग्रह ४० ५-१३२ ४२-५४ | (पत्र ४४ तथा ५२मुं नथी) अपूर्ण छे. Page #54 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम बृहत्कल्पसूत्र नियुक्ति भाष्य टीकासह बृहत्कल्पसूत्र निपुंक्ति भाष्य टीकासह बृहद्विचार रत्नाकर बिंब प्रतिष्ठाविधि १४/१ १४/२ ३७ ४२ ११४ १९३ २५७ २६७ ३६३ ३६४ ४२३ ४६० ४९८ ५३७ ६७८ ७६२ ७५७ ८०० ८७४ ९७२ ९८७ १०८३ १०८४ बारभावना २४ भवभावना संक्षिप्त वृत्तिसह पत्र १४० भावना विलास १६७/१ भगवतीसूत्र सटीक त्रिपाठ १६७ / २ भगवतीसूत्र सटीक त्रिपाठ भावनाकुलकादिकुलकसंग्रह २६३ २६८ भावसंग्रह टीकासह ४६७ भक्तामर स्तोत्र सटीक ५१२ भोजप्रबंध ५१९ भगवतीसूत्र अवचूरी ६३३ भववैराग्यशतक सस्तबक ६९४ ८३१ ८४८ ९४० ९८९ ९९५ बोलविचार बंधहेतुदय त्रिभंगी सयंत्र बृहत् क्षेत्रसमासवृत्ति वलिनरेन्द्रचरित्र बृहत्पट्टावली सटीक त्रिपाठ बृहत् क्षेत्रसमास सटीक बृहत्कल्प सस्तबक बंधहेतूदय त्रिभंगी सटीक त्रिपाठ बृहत्कल्पभाष्य बृहत्कल्पप्रधमखंड बीजक वारसासूत्र बलिनरेंद्रख्यानक टिप्पणी युक्त बृहत् क्षेत्रसमास सटीक मंदस्तत्व सूत्र बारमासी पर्वव्याख्यान बंधहेतुदयत्रिभंगीयंत्र बन्दः कोश बोलविचार भावशतक भारती कल्प भरटक द्वात्रिंशिका भक्तामर स्तोत्र सटीक भगवतीवृत्ति भोजप्रबंध सस्तबक पत्र ३४३ अ ३४४-६८६ इ २५८ ४ १ ५ १९ ४८ १८ ६५ ४२ २९ १६५ २ ९१ ३४ १५१ २ ४६ ४ १९ २ ३ ६५ ५ ३५१ ३५२-७१० ४ २८ २८ ७३ ४९ ६ ६ ८ १२ १६ ३०५ १८७ अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध द्वितीय पदपत्रं नास्ति ५१ Page #55 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध पत्र २० आदिनु पार्नु नथी १६२ १५० ११६ १००६ | भवभावनावचूर्णि ११००७ / भक्तामरस्तोत्र टीका सह १०२७ | भावारिवारण (महावीर) स्तोत्र समसंस्कृत प्राकृत सस्तबक ११०१ | भुवनदीपक टिप्पणीसह ११०८ | भरत चरित्र |१११४/१/ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ प्रथमस्कंध १११४/२| भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ द्वितीयस्कंध १११४/३/ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ तृतीयस्कंध १११४/४/ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ चतुर्थस्कंध १११४/५] भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ पंचमस्कंध १११४/६ | भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ षष्ठस्कंध १९१४/७/ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ सप्तमस्कंध १११४/८/ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ अष्टमस्कंध १११४/९/ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ नवमस्कंध भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ एकादशस्कंध १९१४/११/ भागवतपुराणभावार्थ दीपिका सहित त्रिपाठ द्वादशस्कंध भागवत दशम स्कंध सटीक त्रिपाठ पूर्वार्ध १११५/२/ भागवत दशम स्कंध सटीक त्रिपाठ उत्तरार्ध मुनिसुव्रतस्वामी चरित्र प्राकृतगाथाबद्ध मध्याह्न व्याख्यान ३० | महल्लत्रया पिंड नियुक्ति मौन एकादशी कथा | महावीरचरित्र | मनोदूतकाव्य ११२ | महासती वर्णन संधि २२३ २२४-४५२ २११मुं कोरुं छे संवत १९६० १-२११ १९७ ७८ Page #56 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि जमानुसार सूखा क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र नोंध २३ १३ 120-0. १२५ | मुनिसुव्रतस्वामि चरित्र पद्य . १९२ | मातृकाक्षरावृत्तिविवेक २०७ | मंत्रराज गर्भित पार्श्वनाथस्तोत्रादि २१८ | मुंजनरेन्द्रकथा पद्य २२३ | मुद्रित कुमुदचंद्र नाटक २३८ | मिश्रलिंग कोश २९६ | मलयसुंदरीचरित्र २९७ | मुद्रितकुमुदचंद्र नाटक २९८ | मुखवस्त्रिकास्थापनप्रकरण २९९ । मुद्राविधि . ३०८ मल्लीनाथचरित्र ३१७/१ | महावीरस्तोत्र ३४६ महावीरस्वामिस्तोत्रसटीक सारस्वत व्याकरण संज्ञासूत्र गर्भित ३५० मंडल प्रकरण सटीक त्रिपाठ ३७८ मातृका शकुनावली ३८७ मंत्रगर्भित आदिदेव स्तव सावचूरि त्रिपाठ महाविद्याविडंबन ४३४ महीपालकथा ४४२ मलयगिरि व्याकरण ४५० महाविद्याविडंबनवृत्ति ४६८ | मेघनाद नृपकथा ५१४ | महानिशीथसूत्र महापुरुषचरित्र ५७२ | मुद्रितकुमुदचंद्र नाटक ५९२ | मलयसुंदरी चरित्र ५९९ | मेघदुत काव्य ६१४ | महावीर श्लेपचित्रस्तव वृत्तिसह ६६० महापुरूषशत - उपदेशशत ७०९ । महापुरुषशतक - उपदेशशतक ७२७ महानिशीथ ७४८ मणीपरीक्षा कल्पादि ७७९ मौन एकादशी कथा ७९२ | महावीर विज्ञप्ति द्वात्रिंशिका ८०३ | महावीर स्तोत्र समसंस्कृत ८२५ | मौन एकादशी कथा ८८८ | मध्यसिद्धांत कौमुदी प्रथमा तृतीया वृत्ति | ८९१ | महोदय काव्य सटीक त्रिपाठ ६८ १८ ८२ २४९ | ९rrrr |3|mI प्रथम पत्र नं. १ नथी, अपूर्ण २-४ २७ Page #57 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम महिपाल चरित्र (अपूर्ण किंचित) महीपाल कथा ९०४ ९१७ ९९९ मीन एकादशी कथा १०११ मुग्धावबोध मौक्तिक तथा महाविद्या विडम्बन मार्कडियपुराणगत देवीमहात्म्य मौनएकादशी कथा १०४२ १०९१ ११०६ २८ ६३ ६८ ११३ १४९ युगादिदेव महिम्न स्तोत्र सावचूरि त्रिपाठ योगशास्त्र सटीक महावीर २७ भव यतिजितकल्पचूर्णी योगसार योगविधि योगशास्त्र ऋण प्रकाश १६६ १८६ योगविधि १८७ योगविधि १८८ योगयंत्र २३७ युक्तिप्रकाश सटीक त्रिपाठ २४३. यतिदिनकृत्यप्रकरण २६४ यवननाममाला २६६ यशोधरचरित्र ३०७ योगविधियंत्रादि ३३२ यमकस्तुत्यष्ट पंचाशिकावृत्ति आदि अनेक स्तुति स्तोत्र सटीक युगप्रधान ३३४ ३६६ ४९३ ५३९ ६२६. ६३४ ७०५ ७२३ युक्तिप्रकाश टीका तथा सूत्र योगविधि ७६१ ७७० योगविधि ७९० योगयंत्र ८०७ योगप्रवेश विधि ८१२ योगविधि दीपिका प्रकरणावि ८८० योगविधि युगादिदेवमहिम्नस्तव सटीक समुच्चय युगादीश देशना यतिप्रतिक्रमणसूत्र सावचूरि योगविधि यतिप्रतिक्रमण सस्तबक यतिदिनचर्या पत्र ४९ ५१ ५ ७ २१ ८ ३ १७ ७ १९ ६ २ २९३ ३ २२ ३ ७ ६ १२ २७ ९ ५५ ९ ७ ५३ ४ ४ १० ३ ८ २ १८ २ ३ २ २३ ३-४ पानुं नथी अपूर्ण अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ५४ Page #58 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ९५३ योगशतक सस्तबक ९६१ यतिदिनचर्या १०६२ योगप्रदीप ग्रन्थ रत्नचडचरित्र २१४ २१७ रुपसेनचरित्र पद्य २७० ३४३ ३५३ ३५४ ३८४ ३८५ ४४० ४७७ ४८२ ५६४ ६३९ ८२० ८३५ ८४० ८९० ९२६ . ९३८ राजहंसकथा तथा बंकचूलकथा ८४१ १०८९ १०९४ २० ४५ ४७ राजवर्णनकाव्य राजीमतिप्रबोध नाटक रुदंती कल्प राणकपुर स्तवन राणभूमीशवंश प्रकाश रसवतीस्तोत्र सटीक रुषिदत्तादि कथा संग्रह रुपसेन चरित्र रत्नशेखरी तथा हरिबल कथा रत्नकोश अपूर्ण रत्नाकरावतारिका टिप्पणी पुता राजसागर सूरी निर्वाण | रघुवंश महाकाव्य शकुनावली रात्रिभोजनोपरि नागनी कथा रत्नसंचय बालबोधसहित रणसिंह राजर्षि रास ९८३ १०४५ राजमार्तंड ११०० राशिविचार २२ ८५ लघुउपमिति भवप्रपंचा कथा लिंगानुशासनदुर्गपदप्रबोध लघुधर्मोत्तरवृत्ति १८४ ३०० लघुशांतिस्तवसटीक ४०८ लब्धिस्तव सावचूरि त्रिपाठ ४८९ लघुशतपदी - शतपदीनु द्वार ५७४. लिंगानुशासन सावचूरि त्रिपाठ ८१५ लघु संग्रहणी सस्तवक रघुवंशकाव्य - लोकतत्त्व निर्णय लघुस्नात्र विध्यादि लाकनालिका सस्तबक विजयसेनसूरि निर्वाण वासुपूज्य चरित्र वस्तुपाल चरित्र पत्र १५ १३ ४ ५६ ५६ ८ v w 9 r m ७ ********************* ४ ३ ३८ 6) ६ ११ 0 0 w w १०९ गद्य अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ५५ Page #59 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ७६ ८४ ९७ १०९ ११७ १९८ १७० १९१ ११७ २३४ २६१ २८० ३२३ ३२४ ३३५ ३४१ ३५९ ३८९ ३९७ ४०१ ४१० ४२६ ४३३ ४३७ ४७३ ४७५ ४७८ ४७९ ४९० ५१६ ५२२ ५३८ ५६० ५६७ ५७३ ५७९ विशेषावश्यक महाभाष्य विवेकमंजरीसटीक वर्धमानविद्याकल्प विवेकविलास व्यवहारचूर्णी विशेषणवती विजयप्रशस्तिकाव्य सटिक विचार विन्दु | विहरमानजिन एकविंशतिस्थान सटीक त्रिपाठ विज्ञप्ति त्रिवेणी वेदादिमतखंडन विचारशतक बीजक वास्तुमंजरी विजयदेवसूरि आदेश पट्टक विजयसेनसूरि स्वाध्याय सटीक वृध्धाचार्योना प्रबंधो विनयभुजंगमयूरि विचारचरण वाक्यप्रकाशसटीक त्रिपाठ वज्रसूची प्रकरण वनस्पतिप्रकरण सावचूरि पुद्गल परावर्तप्रकरण सावचूरि त्रिपाठ वस्तुपालचरित्र विजयचंद्रकेवलिचरित्र विमलमंत्री श्वर रास विजयसेनसूरिनिर्वाण विचार पंचाशिका सावचूरि त्रिपाठ वीरभद्रचरित्र धर्मसागर गत वस्तुपालप्रशस्ति तथा वर्णन काव्य वर्धमानदेशना गाथाबद्ध श्री विक्रम चरित्र वसुदेवहिंडी - प्रथमखंड विचाररत्नाकर बीजक विनोद कथा संग्रह - कथाकोश किंचिंद पूर्ण विद्याविलास चरित्र वाग्भट्टालंकार सावचूरि पंचपाठ व्याकरण परिभाषा श्लोक संग्रह तथाकारक विवरण पत्र ७९ ४० ७ २१ १५२ १० १४६ ११ ८ १८ फ ४ ४ ५० ४ ३ ९ २ १० १५ ४ ५ ९६ ९९ ४४ ४ ८ ९ ५ १०२ ५१६ ३१४ १७ २३ ९ १४ २ अपूर्ण अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ५६ Page #60 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची क्रमांक ग्रंथ का नाम पत्र नोंध 500. 00. 00 | चोटेली ५८ १३ |3rm" ८७० ५९० वैश्रमण कथा ६०६ | वीतराग स्तव ६०८ | वाग्भटालंकार सावचूरि पंचपाठ । ६१२ वीतराग स्तोत्र ६१९ । | वीतरागस्तोत्र सावचूरि पंचपाठ ६४० | वर्धमानविद्या कल्प ६९५ | विवेकमंजरी प्रकरण ७२१ वंदितासुत्र वंदारुवृत्ति ७३२ . वास्तुशास्त्र ७३७ विद्याविलासचरित्र ७४७ | वसुधारा स्तोत्र ७८३ । वसंतविलास गत काव्यो ७८९ | वैरोट्या स्तोत्र तथा जांगुली विधि ७९९ | वृत्तरत्नाकर सावचूरिक पंचपाठ ८१९ | विजयदेवसूरि माहात्म्य सटिप्पन त्रिपाठ | ८२३ विचार रत्नाकर बीजक ८५४ वसुधारा ८६८ विशेषावश्यक वृत्ति गत गणधरवाद वीतरागस्तव अवचूरि ८७१ वीतरागस्तव सटीक त्रिपाठ ८७८ विविध विचार हुंडी ९१२ विचारषत्रिंशिका (दंडक) बालावबोधसहित वसुदेवकथा ९७० विद्याविलासकथा १०१५ | विचारपंचाशिका सस्तबक १०१६ | वणारसी विलास १०१७ | वीरजीनस्तुतिगर्भितढुंढकमत निराकरणस्तवनबालावबोधसहित १०४६ | वैद्यवल्लभसस्तबक १०६८ | विधिप्रभा बालावबोध १०६९ | विचारपत्र १०७३ | विचारषट्त्रिंशिका १०८६ | विवाहविचारथापन सस्तबक यंत्र सहित १०९६ | विशेषावश्यकवृत्तिगत कर्मविचार १०९८ | वैराट्या स्तोत्रादि १११७ वैशाख माहात्म्य पद्मपुराण पातालखंडगत |शालिवाहन चरित्र पद्य - संस्कृत 38418M .IMm|9|rr Page #61 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम १५ २६ १०७ १६४ २३५ २५२ २६९ ३५६ ३५७ ३६७ ३७९ ४०२ ४११ ४३८ ४४६ ४८९ ५०० ५६९ ६१८ ६८५ ७६६ ९०८ ९२३ ९३९ ९४४ ९५१ ९८८ १०२९ १०५४ शतपदी शब्दरत्नाकर - शब्द प्रभेद नाममाला शांतिनाथ चरित्र शाश्वतजिनद्युतविंशति विहरमान स्तुति चतुर्विंशतिकादि सावचूरि शीलोंछ टीका शिशुपालकाव्यवृत्ति शीलवतीकथा शतार्थ विगेरे प्रकीर्णक विचार संग्रह शोभनस्तुति सटीक शैवमुखवज्रसुचि शत्रुंजययात्रया हत्यादि पापनाशकथा आदि शीलोपदेशमाला लघुवृत्तिसह शांतसुधारस शोभन स्तुति सटीक त्रिपाठ शब्दप्रभेदप्रकाश वृत्तिसह शांतिनाथ चरित्र शत्रुंजय तीर्थ कल्प वृत्तिसह शालिवाहन नृपचरित्र पद्य (जीर्ण) शोभनस्तुति सावचूरि पंचपाठ शोभनस्तुति सस्तबक शांतिक पूजाधिकार विधि शत्रुंजयतीर्थ माहात्म्य सस्तबक शत्रुंजय महात्म्यान्तर्गत रेवताचल वर्णन शुकराज कथा शीलोपदेशमाला सटीक शुकराजकथा शान्तसुधारस शक्रस्तव संस्कृत शाश्वतजिनसंख्यास्तोत्र तथा पिंडविशुधि प्रकरण १०५५ शत्रुंजयकल्प १०८७ शिशुप्रबोधकाव्यालंकार (नूटक) १०९३ शीलोपदेशमालावचूरि १३४ श्रावकप्रतिक्रमणचूर्णी १४८ श्रावकप्रतिक्रमणसूत्रविवरण २२९ ३०६ श्रृंगार मंडन श्रावकव्रतभंगप्रकरण सावचूरिक त्रिपाठ पत्र ८६ १८ ४९ ४ ३१ १९३ ६ २६ ११ २ ३ १६ ११ ४४ ८१ ९७ २५३ ४७ ६ १७ ६ ६४९ ९४ १२ १८७ १९ १४ ३ ५ ९ २-१९ २ ६८ ५१ ४ ४ अपूर्ण अकारादि क्रमानुसार सूची ध ५८ Page #62 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध पत्र ४० ३९ ३ ५४५ १५९ ४६ ७०१ ९३-१६६ २० ३१३ . श्रावक प्रज्ञप्ती ३९९ श्रुतास्वाद ४१५ - | श्रीधरचरित्र-छंदो द्वयाश्रय काव्य ४१९ श्रावक धर्मविधि सटीक त्रिपाठ ४४१ श्रेणिक चरित्र ४८७ श्रावकानुष्ठान (वृंदारुवृत्ति) श्रीपालचरित्र सटीक ७२९ श्राध्धगुणविवरण ७५४ । | श्राद्धदिनकृत्य सटीक ७६० श्रावक आराधना ९०७ | श्राद्धविधि ९२४ श्राध्धप्रतिक्रमणवृत्ति २४० षट्त्रिंशजल्पोद्धार सटीक त्रिपाठ २७९ षष्ठस्मरण वृत्तिसह ३५१ षट्स्थानक प्रकरणवृत्तिसह षट्दर्शन - समुच्चय सटीक ५५८ षट्पुरुष चरित्र ५९७ षडावश्यक सूत्रादि ५९८ षट्दर्शन समुच्चय ६००. | षट्पुरुष चरित्र ६०५ | षट्पुरुष चरित्र | षट्दर्शन समुच्चयादि ६७७ | षष्ठिशतक - गाथाकोश ७७५ षडावश्यक विचार संक्षिप्त १०६४ षडावश्यकविधि प्रकरण सस्तबक ११०९ | षष्ठी संवत्सरी १० सूत्रकृतांगसूत्र सटिक त्रिपाठ ६४९ बद्दल (चित्र पृष्ठिकायुक्त) टीकाकर्ता : शीलाचार्य सं. १९६२ 19m - | सत्यविजय पंन्यास निर्वाण । | सुरसुंदरीकथा गाथाबद्ध साधारण जिनस्तोत्र आदिजिन मनोरथमय स्तोत्र सारस्वत भाष्य विवरण संग्रहणीवृत्ति गत गाथा सङ्गह स्वप्नप्रदीप समवायांगसूत्र सटिक त्रिपाठ साधुप्रतिक्रमण सावचूरि सूत्रकृतांगसूत्रचूर्णी सुभाषितसंदोह ६५ ८० ८७ १४ Page #63 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची क्रमांक ग्रंथ का नाम नोंध ३-१९४ १२ १३ अपूण १९६ २१६ . ९० - सप्तनय विवरण संवादसुंदर सपार्श्वनाथ चरित्र त्रूटक १०८ . | सामाचारी सिध्ध प्राभृत सूत्र तथा टीका १२३ सामाचारी १३२ सुपार्श्वनाथ चरित्र १४३ साधुगुणमाला १४६ श्री सिद्धांतहुंडी १५२ | साधुप्रतिक्रमण सूत्र सटीक त्रिपाठ सामाचारी १७१ स्थानांगवृत्तिगत गाथा विवरण १८५ | स्वप्नसप्ततिकावृत्तिसह | सम्यक्त्वादि व्रतोच्चारण विधि २०५ | स्वयंभूस्तोत्र चतुर्विंशतिजिन स्तोत्रो सिध्धांतहूंडी | सुमुखनृपादि मित्र चतुष्क कथा आदि कथाचनुष्यी पद्य २४८ सन्मतितर्कसूत्र सिद्धहेमशब्दानुशासनषष्ठपादपर्यंत सूत्रार्थगुर्जर २५६ स्वयंभूस्तोत्र - चतुर्विंशति जिनस्तोत्र २७४ संवाद सुंदर २८३ संघपट्टक टीका २८७ संस्कृतक्षेत्र समास २८९ | सिध्धांतसार ३१६ सभाशृंगार ३१८ सम्यक्त्वसप्ततिकासटीक त्रूटक ३२७ | समयसारनाटक कवितबंध सार्थ पंचपाठ | ३४४ सूक्तावली ३४७ सिध्धांत सारोध्धार ३४८ समरांगण-सूत्रधार-वास्तुशास्त्र ३५५ | सुभाषित | समुद्रनौकासंवाद ३८० सुभाषित षट्त्रिंशिका काव्यकलाप ३८८ सामाचारी परमानन्दसूरिकृत सुकृत संकीर्तन महाकाव्य ४२५ स्याद्वादमंजरी २५४ १२२ १३ १९ २-१३६ अपूर्ण अपूर्ण ३७० 2000 १८ ६३ Page #64 -------------------------------------------------------------------------- ________________ वर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ४३९ ४४३ सुकृतकीर्ति कल्लोलिनि सिद्धहेमशब्दानुशासनाष्टमाध्याय सिद्धहेमशब्दानुशासन सूत्रपाठ ४४४ स्यादि समुच्चय ४४५ ४४८ सुंदर प्रकाश ४६२ साधु दिनचर्या ४७६ संघमश्रेणी विचार कल्पवृत्तिगत ४८३ संस्कृत कुवलयमाला सम्यक्त्वकौमुदी ४८४ ४८५ स्थानांगसूत्र सटीक त्रिपाठ ४८८ सामाचारी सटीक ४९६ सम्मतितर्क प्रथमखंड ४९७ सम्मतितर्क द्वितीयखंड ५११ ५१५ ५१८ ५२३ ५२६ ५२७ ५२८ ५३३ ५४८ ५५४ ५५६ ५६३ ५६८ ५७७ ६०१ ६०४ ६३५' ६४९ ६४३ ६४६ ६४७ ६५६ ६८६ सनत्कुमार चरित्र सुकृतसागर महाकाव्य-पेथडचरित्र सुरसुंदरी कथा समरादित्यचरित्र समादित्य चरित्र समराइच्चकहा प्राकृत सीताचरित्र तथा पृथ्वीचंद्रचरित्र संग्रहणी सटीक सिंहासनद्वात्रिंशिका सुभाषितरत्नसंदोह सिध्धांत धोकसंख्या प्रमाण स्याद्वाद मंजरी सिध्धम परिभाषावृत्ति टिप्पणीसह सिध्धहेम अष्टमाध्याय सूत्राणि सारस्वत सूत्र पाठ सर्वज स्थापन बादस्थल सप्त पदार्थो वृत्तिसह सत्तरियगण अपूर्ण सिध्धांत गाथा स्थिविरावल्यादि संवाद सुंदर सर्वज्ञ सिध्धि द्वात्रिंशिका स्थानांग सूत्रालपक स्वयंभूस्तोत्र चतुर्विंशति जिनस्तुति सावचूरिक पंचपाठ ६८९ सुसदकधा ७०७ संपपक पत्र ९ ४४ २९ ४२ ७६ ९ ४ ७३ १७४ ४७३ ६८ २९५ २९६-४३७ १५९ ४४ १०७ २३४ २०८ ७९ २-४५ ११८ ४० ११ ४५ ४ ४ ३ ७ २७ १२ २ ३ २ २ ३३ ८ ८ २ गाथाबद्ध अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ६१ Page #65 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध पत्र १९८ १५९ १८४ 06:00-1 ७०८ समयसार सारोध्धार ७१७ सुपार्श्वनाथ चरित्र ७१८ सम्यक्त्वप्रकरण सम्यत्वक रत्नमहोदधिवृत्तिसहित ७२८ सुपार्श्वनाथ चरित्र ७३६ सप्तस्मरणसटीक ७३९ सम्यक्त्व रहस्य प्रकरण ७४१ स्तंभन पार्श्वनाथ महामंत्रमय स्तोत्र | सटीक त्रिपाठ ७५८ सम्यक्त्व विचार तथा कायस्थिति | सामाचारी तथा उपधानविधि ७६७ सत्तरिसयगण प्रकरण मंत्र सहित ७७१ सुभाषित दोधक ७७३ साधारण जिनस्तव सावचूरि ७७८. सुमुखनृपादि मित्रचतुष्क कथा ७८० सिध्धहेम शब्दानुशासन अष्टमाध्याय लघुवृत्ति तथा ढुंढिका सह ७८८ साधारण जिनस्तोत्र सावचूरि त्रिपाठ सम्यक्स्तव सावचूरि पंचपाठ ८०२ स्त्रीमुक्ति विषयक चतुरशीति विकल्पो ८०५ | सिध्धहेम उणादि गणवृत्ति सह ८०६ / सौभाग्य पंचमी कथा | सामोपनिषत् ८२७ | सिद्धहेमशब्दानुशासन रहस्यवृत्ति ८३३. सम्यक्त्व सटीक ८४४ सम्यक्त्व स्तव सावचूरि त्रिपाठ सप्तस्मरण सज्जन चित्त वल्लभ ८५२ सम्यक्त्व स्तवावचूरि ८५८ | स्तंभन पार्श्वनाथ स्तोत्र सावचूर्णी मंत्राम्नाय सहित ८६० संबोध सप्ततिका वृत्ति सहित ८६३ | समवायाङ्ग सूत्र सटीक त्रिपाठ ८६६ | स्वरोदय शास्त्र सावचूरि ८६९ | सिद्धांतसारोद्धार | सिद्धांत कौमुदी पूर्वार्ध | सिद्धांत विचार ८८६ | सारस्वत व्याकरण टिप्पणी सह ८९५ सिद्धांतगत विचार अपूर्ण m | ० / ००० m ८७६ १२६ ८८५ ६७ ५२ Page #66 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ८९७ संग्रहणी बालावयोध ९०१ सूत्रकृतांग दीपिका ९१४ सामाचारी ९२८ ९३२ ९४२ ९५० ९५६ ९६४ ९७५ ९७६ ९७७ ९८१ १००१ स्थानां वृत्त सीमंधर स्वामिनी विनती सस्तबक सूक्तमाला संग्रहण्यवचूरि संग्रहणी विचार सिध्धान्तसारोध्धार सीमन्धर स्वामी स्तवन सुभाषित श्लोक संग्रह सूत्रकृदंगद्वितीयश्रुत स्कंधपष्ठाध्ययनबालावबोधसहित स्नात्र विधि सिध्धांत मुक्तावली भाषा परिच्छेद सटीक त्रिपाठ १००२ समयसार प्रकरण १००८ सामुद्रिक शास्त्र १०१३ सिध्धांत चंद्रिका १०२१ सप्तनवविवरण तथा षड्दर्शन समुच्चय १०२३ सीमंधरस्वामी विज्ञप्तिरुपस्तवन बालावबोध सहित १०२४ सूक्तमाला सस्तबक १०३१ साधुविधिप्रकाश १०३७ सप्तस्मरण सस्तबक १०४१ सिद्धांतविचारगाथा संग्रह १०६३ संवेगशतक १०६७ संघस्तुतिप्रक्रम सरतयक १०७६ सुक्तावलीभाषा १०७८ संसक्त नियुक्त सस्तबक १०७९ सुबोधिकागत निर्वाणाधिकार १०८१ सूर्यसहस्त्रनाम १०९० ५९ ४३० ४५५ ४९२ ५६५ ६२२ स्वप्नाध्यायसस्तवक हम्मीर मदमदन नाटक वस्तुपाल स्तुति हरिविक्रम चरित्र हम्मीर मदमर्दन नाटक हिताचरण मधातुपाठ हरियाली प्रमुख संस्तक पत्र ४० १७९ ३० ३०२ २६ १४ १५ १५ ७ १५ ९ ८ ३ ३९ १४ ९ ५१-७१ १० २८ २२ १७ ३४ ४० ७ २ १२ २ २ ५ ३ १७ १२६ २० २७१ ५ २ १२२ अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ६३ Page #67 -------------------------------------------------------------------------- ________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी अकारादि क्रमानुसार सूची क्रमांक . ग्रंथ का नाम नोंध १-५३ ६७२ ८२४ | हाल्लार देश चरित्र ९९९ | हेतुगर्भ प्रतिक्रमण स्वाध्याय १०२८ | हिंसाष्टक सटीक त्रिपाठ क्षेत्रसमासवृत्तिसह ११५ क्षमाकुलक आदि कुलको ६५४ । क्षुल्लकभवावलि प्रकरण सावचूरिक पंचपाठ क्षमाछत्रीसी ९५२ . क्षेत्रसमासावचूरि ज्ञान चन्द्रोदय नाटक ७० ज्ञानार्णव २९४ | ज्ञानमंजरी प्रकरण । ३६८ । | ज्ञानरत्नकोश ४२९ । ज्ञतासूत्र सटीक त्रिपाठ ज्ञान पंचमी कथा - भविस्सयत्तकहा अपभ्रंश ७५५ ज्ञातासूत्रटबार्थसह ज्ञाताधर्मकथांग सस्तबक - 00 १२० २५५ ३२१ Page #68 -------------------------------------------------------------------------- _