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क्रमानुसार सूची
प्रवर्तक कान्तिविजयजी म.सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ।
नोंध
पत्र
११३
२४८ | सन्मतितर्कसूत्र २४९ | अध्यात्मोपनिषद् २५० | | निर्दोषवास्तु २५१ | कुमारपालचरित्र २५२ । शिशुपालकाव्यवृत्ति | २५३ | कातंत्रव्याकरण कृद्वृत्ति सावचूरि पंचपाठ २५४ | सिद्धहेमशब्दानुशासनषष्ठपादपर्यंत
सूत्रार्थगुर्जर २५५ | दानकल्पद्रुम-धनाशालिभद्र चरित्र २५६ | स्वयंभूस्तोत्र - चतुर्विंशति जिनस्तोत्र २५७ | बृहत्क्षेत्रसमासवृत्ति २५८ धर्मोपदेशामृतादि अनेक प्रकरण
| स्तोत्र-अष्टक पंचाशदादि २५९ | त्रैलोक्यप्रकाश त्रुटक २६० | उपधानविधियंत्रसह २६१ | वेदादिमतखंडन
ऋषभ पंचाशिका टीका
नेमिजिनस्तोत्रद्वयक्षर सटीक २६३ | भावनाकुलकादिकुलकसंग्रह २६४ यवननाममाला २६५ | पूर्णिमागच्छीय पट्टावली २६६ | यशोधरचरित्र २६७ | बलिनरेन्द्रचरित्र २६८ | भावसंग्रह टीकासह २६९ | शीलवतीकथा २७० | राजहंसकथा तथा वंकचूलकथा
अजितशांतिस्तव सटीक त्रिपाठ २७२ | अजितशांतिस्तव २७३ | गुरुतत्त्वव्यवस्थापनवादस्थल २७४ । | संवाद सुंदर २७५ पर्यंताराधना प्रकरण-इन्द्रियविषयविचार
कालशतक तिथि पयन्नो
| अध्यात्मकल्पद्रुम | २७७ | तपोऽमतकुट्टन
२७८ | धर्मरत्नप्रकरण तथा यतिशिक्षा पंचाशिका | २७९ | षष्ठस्मरण वृत्तिसह २८० । | विचारशतक बीजक २८१ | निर्भय भीम व्यायोग
कल्पकिरणावलीटीका गत शंका संग्रह - कल्पसुबोधिका टीक गत
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२७६
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