SearchBrowseAboutContactDonate
Page Preview
Page 58
Loading...
Download File
Download File
Page Text
________________ प्रवर्तक कान्तिविजयजी म. सा. शास्त्र संग्रह (हस्तलिखित) जैन ज्ञान मंदिर, छाणी क्रमांक ग्रंथ का नाम ९५३ योगशतक सस्तबक ९६१ यतिदिनचर्या १०६२ योगप्रदीप ग्रन्थ रत्नचडचरित्र २१४ २१७ रुपसेनचरित्र पद्य २७० ३४३ ३५३ ३५४ ३८४ ३८५ ४४० ४७७ ४८२ ५६४ ६३९ ८२० ८३५ ८४० ८९० ९२६ . ९३८ राजहंसकथा तथा बंकचूलकथा ८४१ १०८९ १०९४ २० ४५ ४७ राजवर्णनकाव्य राजीमतिप्रबोध नाटक रुदंती कल्प राणकपुर स्तवन राणभूमीशवंश प्रकाश रसवतीस्तोत्र सटीक रुषिदत्तादि कथा संग्रह रुपसेन चरित्र रत्नशेखरी तथा हरिबल कथा रत्नकोश अपूर्ण रत्नाकरावतारिका टिप्पणी पुता राजसागर सूरी निर्वाण | रघुवंश महाकाव्य शकुनावली रात्रिभोजनोपरि नागनी कथा रत्नसंचय बालबोधसहित रणसिंह राजर्षि रास ९८३ १०४५ राजमार्तंड ११०० राशिविचार २२ ८५ लघुउपमिति भवप्रपंचा कथा लिंगानुशासनदुर्गपदप्रबोध लघुधर्मोत्तरवृत्ति १८४ ३०० लघुशांतिस्तवसटीक ४०८ लब्धिस्तव सावचूरि त्रिपाठ ४८९ लघुशतपदी - शतपदीनु द्वार ५७४. लिंगानुशासन सावचूरि त्रिपाठ ८१५ लघु संग्रहणी सस्तवक रघुवंशकाव्य - लोकतत्त्व निर्णय लघुस्नात्र विध्यादि लाकनालिका सस्तबक विजयसेनसूरि निर्वाण वासुपूज्य चरित्र वस्तुपाल चरित्र पत्र १५ १३ ४ ५६ ५६ ८ v w 9 r m ७ ********************* ४ ३ ३८ 6) ६ ११ 0 0 w w १०९ गद्य अकारादि क्रमानुसार सूची नोंध ५५
SR No.018071
Book TitleKantivijayji Shastra Sangraha Chhani Vadodara
Original Sutra AuthorN/A
AuthorKantivijayji Shastra Sangraha
PublisherKantivijayji Shastra Sangraha
Publication Year
Total Pages68
LanguageHindi
ClassificationCatalogue & Catalogue
File Size7 MB
Copyright © Jain Education International. All rights reserved. | Privacy Policy