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II SHREE VITRAAGAAYA NAMAH II
UPPANEINA
VIGAMEÏNA
DHUVEÏNA
अणुत्तरोववाइ सुत्तं
ANUTTAROVAVĀI SŪTRA
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पंचम गणधर सिरि सुहम्मसामी विरइयं अणुत्तरोववाइयदसाओ
अणुत्तरोववाइ सुत्तं AŅUTTAROVAVĀI SŪTRA
मूल पाठ Ardhamāgadhi Aphorisms
अंग आगम – ९
9th ANGA ĀGAMA
Bhagwan Mahāvīra's Precepts Sūtra First Composed By Fifth Gañadhara
ŚRĪ SUDHARMĀ SWĀMĪ
Vallabhi Council (Synod) Chair DEVARDDHIGANI KŞAMAŚRAMANA
Published By GLOBAL JAIN AAGAM MISSION
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अणुत्तरोववाइयदसाओ
अणुत्तरोववाइ सुत्तं AŅUTTAROVAVĀI SŪTRA
First eBook Edition (PDF) - 2012
Source of Ardhamāgadhi Aphorisms: GURUPRAN AAGAM BATRISI (Aagam Series)
(Gujarati 2nd Edition, 2009) Published on the Occasion of 100th Birth Anniversary of
SAURASHTRA KESHARI GURUDEV PUJYA SHREE PRANLALJI M. S.
Text in "Mangal (Unicode)" Font
Published By: GLOBAL JAIN AAGAM MISSION
Clo. Pawancham, Mahavir Nagar,
Kandivali (W), Mumbai - 400 067 Tel.: +91 92233 14335, e-mail: info@jainaagam.org
www.jainaagam.org/www.parasdham.org
Computer Source files can be made available for appropriate scholarly use,
Please contact in writing at the email/phone contacts listed above.
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Rashtra Sant Yug Diwakar Pujya Gurudev NamraMuni M.S. Inspired
GLOBAL JAIN AAGAM MISSION
Promoting Compassionate and Nonviolent Living
MISSION:
Global Jain Aagam Mission promotes the eternal truths of Jain Agama (precepts of Lord Mahāvīra) to build a compassionate and nonviolent lifestyle in the world. GOALS AND OBJECTIVES:
• Translate all Jain Agamas (scriptures) into English and other world languages • Make Agamas available in all electronic forms • Promote awareness of Āgama throughout the world • Educate and uphold Jain way of life using expertise of social media • Promote a compassionate and nonviolent lifestyle throughout the world • Encourage and promote research on Agamas to develop approaches to the world challenges
(ecology & environment, global warming, world peace, psychology, health, scientific principles,
etc.) • Hold periodic conventions to promote exchanges among world's scholars • Interface with interreligious organizations and other guiding institutions • Be a resource for information and referral • Work co-operatively with local, regional, national, and global organizations
TRANSLATION OF JAIN AAGAMAS INTO ENGLISH:
The Global Jain Aagam Mission has embarked on a project to translate and publish all Jain Agamas into English. The English translation of the Agama will help youth of today in India and abroad to learn and understand Lord Mahāvīra's preachings. The goal is to reach every household and every person in the world to impart the wisdom of the Agamas. In a non-sectarian way, this Mission will endeavor to deliver the Lord Mahāvīra's message to hearts of the people. The translated Agamas will be distributed to various libraries, universities and Jain institutions within our country and abroad. In addition, it will be made available on the Internet and in electronic forms of eBooks, etc. Many learned intellectuals from different countries and cultures have supported this project of translating the Agama's into English. The work is being performed in cities of Mumbai, Ahmedabad, Bangalore, Shravanbelgola, Delhi, Jaipur, Chennai, Kolkata, Banaras, Ladnu, Dubaii, and USA. In addition, this mission is receiving guidance and blessings from spiritual leaders of various religious traditions.
INVITATION TO PARTICIPATE: We invite scholars, spiritual aspirants and shrāvaks to join us in making this mission a success. Your contribution of knowledge, time, and money will be appreciated. Please contact by email at info@jainaagam.org or by phone to: Girish Shah at Tel. +91-92233-14335 or Gunvant Barvalia at Tel. +91-98202-15542
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पढमो वग्गो...
पढमं अज्झयणं..
जाली
पढमो वग्गो.
२- १० अज्झयणाणि. मयालिपभिइ..
बीओ वग्गो.
१-१३ अज्झयणाणि.
दीहसेणाहि..
तइओ वग्गो.
पढम अज्झयणं.
धण्णो
अणुत्तरोववाइ सुत्त
Table of Contents विषय सूची
तइओ वग्गो.
२-१० अज्झयणाणि.
सुणक्खत्तादि......
॥ अणुत्तरोववाहयदसाओ सुत्तं समत्तं ॥
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1
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अणुत्तरोववाइ सुत्त
पढमो वग्गो पढमं अज्झयणं
जाली
१
तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे । अज्ज सुहम्मस्स समोसरणं । परिसा णिग्गया जाव जंबू पज्जुवासमाणे एवं वयासी- जइ णं भंते ! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अट्ठमस्स अंगस्स अंतगडदसाणं अयमढे पण्णत्ते, णवमस्स णं भंते ! अंगस्स अणुत्तरोववाइयदसाणं समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अढे पण्णत्ते ? तए णं से सुहम्मे अणगारे जंबू अणगारं एवं वयासी- एवं खलु जंबू! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं णवमस्स अंगस्स अणुत्तरोववाइयदसाणं तिण्णि वग्गा पण्णत्ता। जइ णं भंते ! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं णवमस्स अंगस्स अणुत्तरोववाइयदसाणं तओ वग्गा पण्णत्ता, पढमस्स णं भंते! वग्गस्स अणुत्तरोववाइयदसाणं समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं कई अज्झयणा पण्णत्ता ? एवं खलु जंबू ! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अणुत्तरोववाइय- दसाणं पढमस्स वग्गस्स दस अज्झयणा पण्णत्ता, तं जहाजालि-मयालि-उवयाली, परिससेणे य वारिसेणे य । दीहदंते य लढदंते य, वेहल्ले वेहायसे अभए इ य कुमारे ॥ जइ णं भंते! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं पढमस्स वगस्स दस अज्झयणा पण्णत्ता, पढमस्स णं भंते ! अज्झयणस्स समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अद्वे पण्णत्ते ? एवं खलु जंबू ! तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे, रिद्धिस्थिमिय समिद्धे । गुणसिलए चेइए | सेणिए राया, धारिणी देवी । सीहो सुमिणे । जालीकुमारो | जहा मेहो अट्ठट्ठओ दाओ जाव अण्णं च विपुलं धण कणग-रयण-मणिमोत्तिय-संख-सिलप्पवालरत्तरयण-संतसार-सावएज्जं अलाहि जाव आसत्तमाओ कुलवंसाओ पकामं दाउं, पकामं भोत्तुं, पकामं परिभाएउं । तए णं से जालीकुमारे एगमेगाए भारियाए एगमेगं हिरण्णकोडिं दलयइ, एगमेगं सुवण्णकोडिं दलयइ, जाव एगमेगं पेसणकारिं दलयइ, अण्णं च विउलं धणकणग जाव परिभाएउं दलयइ । तए णं जाली कुमारे उप्पिं पासाय वरगए जाव माणुस्सए कामभोगे पच्चणुभवमाणे विहरइ ।
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अणुत्तरोववाइ सुत्त
सामी समोसढे । सेणिओ णिग्गओ | जहा मेहो तहा जाली वि णिग्गओ, तहेव णिक्खंतो जहा मेहो । एक्कारस अंगाइं अहिज्जइ । गुणरयणं तवोकम्मं जहा खंदगस्स | एवं जा चेव खंदगस्स वत्तव्वया, सा चेव चिंतणा, आपुच्छणा, थेरेहिं सद्धिं विउलं पव्वयं तहेव दुरूहइ । णवरं सोलस वासाइं सामण्ण परियागं पाउणित्ता कालमासे कालं किच्चा उड्ढं चंदिमसुर जाव णवगेवेज्जयविमाणपत्थडे उड़ढं दुरं वीईवइत्ता विजय विमाणे देवत्ताए उववण्णे। तए णं थेरा भगवंतो जालिं अणगारं कालगयं जाणित्ता परिणिव्वाणवत्तियं काउस्सग्गं करेंति, करित्ता पत्तचीवराइं गेण्हंति तहेव उत्तरंति जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छंति, समणं भगवं महावीरं वंदंति णमंसंति, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- एवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी जाली णामं अणगारे पगइभद्दए पगइविणीए पगइउवसंते पगइपयणुकोहमाण-माया-लोभे मिउमद्दवसंपण्णे अल्लीणे भद्दए विणीए । से णं देवाणुप्पिएहि अब्भणुण्णाए समाणे सयमेव पंच महव्वयाणि आरोवित्ता, समणा य समणीओ य खामेत्ता, अम्हेहिं सद्धिं विपुलं पव्वयं दुरूहइ, तं चेव णिरवसेसं जाव इमे य से आयारभंडए। भंते! ति भगवं गोयमे समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीएवं खलु देवाणुप्पियाणं अंतेवासी जाली णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए, से णं जाली अणगारे कालगए कहिं गए, कहिं उववण्णे? एवं खलु गोयमा ! ममं अंतेवासी जाली णामं अणगारे पगइभद्दए जाव विणीए मम अब्भणुण्णाए समाणे सयमेव पंच महव्वयाइं आरुहेत्ता, तं चेव सव्वं अवसेसियं णेयव्वं, जाव कालगए उड्ढं चंदिम सूर- गहगण- णक्खत्त- तारारूवाणं बहूई जोयणाई, बहूइं जोयणसयाई, बहूइं जोयणसहस्साइं, बहूइं जोयणसयसहस्साई, बहूई जोयणकोडीओ, बहूइं जोयणकोडाकोडीओ उड्ढं दूरं उप्पइत्ता सोहम्मीसाणसणंकुमार माहिंदबंभलंतगमहासुक्कसहस्साराणय-पाणयारणच्चुए तिण्णि य अट्ठारसुत्तरे गेवेज्ज विमाणावाससए वीईवइत्ता विजए महाविमाणे देवत्ताए उववण्णे । जालिस्स णं भंते ! देवस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ? गोयमा ! बत्तीसं सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता । से णं भंते ! ताओ देवलोयाओ आउक्खएणं, भवक्खएणं, ठिइक्खएणं कहिं गच्छिहिइ, कहिं उववज्जिहिइ?
गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ । ___ एवं खलु जंबू समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अणुत्तरोववाइयदसाणं पढमस्स वग्गस्स पढमस्स अज्झयणस्स अयमढे पण्णत्ते।
॥ पढमं अज्झयणं समत्तं ॥
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अणुत्तरोववाइ सुत्त
पढमो वग्गो २-१० अज्झयणाणि
मयालिपभिइ
१ एवं सेसाणं वि णवण्हं भाणियव्वं । णवरं सत्त धारिणिसुआ, वेहल्ल- वेहायसा चेल्लणाए
| अभओ णंदाए । आइल्लाणं पंचण्हं सोलस वासाइं सामण्णपरियाओ | तिण्हं बारस वासाइं । दोण्हं पंच वासाइं । आइल्लाणं पंचण्हं आणुपुव्वीए उववाओ विजए वेजयंते जयंते अपराजिए सव्वट्ठसिद्धे । दीहदंते सव्वट्ठसिद्धे । उक्कमेणं सेसा | अभओ विजए | सेसं जहा पढमे । एवं खलु जंबू ! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अणुत्तरोववाइय दसाणं पढमस्स वग्गस्स अयमढे पण्णत्ते ।
॥ पढमो वग्गो समत्तो ||
बीओ वग्गो १-१३ अज्झयणाणि
दीहसेणाहि
जड़ णं भंते ! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्ते
बवाइयदसाणं पढमस्स वग्गस्स अयमढे पण्णत्ते, दोच्चस्स णं भंते ! वग्गस्स अणुत्तरोववाइयदसाणं समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अढे पण्णत्ते ? एवं खलु जंबू ! समणेणं भगवया महावीरेणंजाव संपत्तेणं अणुत्तरोववाइय-दसाणं दोच्चस्स वग्गस्स तेरस अज्झयणा पण्णत्ता । तं जहादीहसेणे महासेणे, लट्ठदंते य गूढदंते य सुद्धदंते य । हल्ले दुमे दुमसेणे, महादुमसेणे य आहिए || सीहे य सीहसेणे य, महासीहसेणे य आहिए । पुण्णसेणे य बोधव्वे, तेरसमे होइ अज्झयणे ॥
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M
अणुत्तरोववाइ सुत्त
जइ णं भंते! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अणुत्तरोववाइयदसाणं दोच्चस् वग्गस्स तेरस अज्झयणा पण्णत्ता, पढमस्स णं भंते! अज्झयणस्स समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अट्ठे पण्णत्ते।
एवं खलु जंबू ! तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे, गुणसिलए चेइए । सेणिए राया । धारिणी देवी। सीहो सुमिणे । जहा जाली तहा जम्मं, बालत्तणं, कलाओ । वरं हसेामं कुमारे ।
सच्चेव वत्तव्वया जहा जालिस्स जाव अंतं काहि ।
एवं तेरस वि रायगिहे । सेणिओ पिया । धारिणी माया
तेरसहं वि सोलस वासा
परियाओ । आणुपुव्वीए विजए दोण्णि, वेजयंते दोण्णि, जयंते दोण्णि, अपराजिए दोण्णि, सेसा महादुमसेणमाई पंच सव्वट्ठसिद्धे ।
3 एवं खलु जंबू ! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अणुत्तरोव- वाइयदसाणं
दोच्चस्स वग्गस्स अयमट्ठे पण्णत्ते । मासियाए संलेहणाए दोसु वि वग्गेसु ।
॥ बीओ वग्गो समत्तं ॥
तइओ वग्गो
पढम अज्झयणं
धण्णो
भंते ! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अणुत्तरोववाइयदसाणं दोच्चस्स वग्गस्स अयमट्ठे पण्णत्ते, तच्चस्स णं भंते ! वग्गस्स अणुत्तरोववाइयदसाणं समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अट्ठे पण्णत्ते ?
एवं खलु जंबू! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अणुत्तरोववाइय- दसाणं तच्चस्स वग्गस्स दस अज्झयणा पण्णत्ता । तं जहाधणेय सुणक्खत्ते य, इसिदासे अ आहिए ।
पेल्लए रामपुत्ते य, चंदिमा पिट्ठिमा इ य ॥ पेढालपुत्ते अणगारे, णवमे पोट्टिले वि य ।
वेहल्ले दसमे वुत्ते, इमे य दस आहिया ॥
जइ णं भंते ! समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं अणुत्तरोववाइय-दसाणं तच्चस्स वग्गस्स दस अज्झयणा पण्णत्ता, पढमस्स णं भंते ! अज्झयणस्स समणेणं भगवया महावीरेणं जाव संपत्तेणं के अट्ठे पण्णत्ते?
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अणुत्तरोववाइ सुत्त
२
एवं खलु जंबू ! तेणं कालेणं तेणं समएणं काकंदी णामं णयरी होत्था, रिद्धिस्थिमियसमिद्धा । सहस्संबवणे उज्जाणे सव्वोउय पुप्फ-फल- समिद्धे । जियसत्तू राया । तत्थ णं काकंदीए णयरीए भद्दा णामं सत्थवाही परिवसइ । अड़ढा दित्ता वित्ता वित्थिण्ण-विउल-भवण-सयणासण-जाणवाह
जायरूव-रयया आओग-पओगसंपउत्ताविच्छड्डिय-पउर-भत्तपाणा बहुदासी- दास- गो-महिस- गवेलग प्पभूया बहुजणस्स अपरिभूया | तीसे णं भद्दाए सत्यवाहीए पुत्ते धण्णे णामं दारए होत्था । अहीण पंचिंदियसरीरे लक्खण-वंजण-गुणोववे एमाणुम्माणपमाणपडिपुण्ण सुजायसव्वंग सुंदरंगे ससिसोमाकारे कंते पियदंसणे सुरूवे पंचधाईपरिगहिए, जहा महब्बलो तहा धण्णं कुमारं अम्मापियरो सातिरेगट्ठवासजायं सोहणंसि तिहिकरणणक्खत्त मुहत्तंसि कलायरियस्स उवणेति । तए णं से कलायरिए धण्णं कुमारं लेहाइयाओ गणियप्पहाणाओ सउणरुतपज्जवसाणाओ बावत्तरिं कलाओ सुत्तओ य अत्थओ य करणओ य सेहावेइ, सिक्खावेइ । तं जहा(१) लेह (२) गणियं (३) एवं (४) णटुं (५) गीयं (६) वाइयं (७) सरगयं (८) पोक्खरगयं (९) समतालं (१०) जूयं (११) जणवायं (१२) पासयं (१३) अट्ठावयं (१४) पोरेकच्चं (१५) दगमट्टियं (१६) अण्णविहिं (१७) पाणविहिं (१८) वत्थविहिं (१९) विलेवणविहिं (२०) सयणविहिं (२१) अज्जं (२२) पहेलियं (२३) मागहियं (२४) गाहं (२५) गीइयं (२६) सिलोयं (२७) हिरण्णजुत्तिं (२८) सुवण्णजुत्तिं (२९) चुण्णजुत्तिं (३०) आभरणविहिं (३१) तरुणीपडिकम्मं (३२) इत्थिलक्खणं (३३) पुरिस लक्खणं (३४) हयलक्खणं (३५) गयलक्खणं (३६) गोणलक्खणं (३७) कुक्कुडलक्खणं (३८) छत्तलक्खणं (३९) दंडलक्खणं (४०) असिलक्खणं (४१) मणिलक्खणं (४२) कागणिलक्खणं (४३) वत्थुविज्जं (४४) खंधारमाणं (४५) णगरमाणं (४६) वूहं (४७) पडिवूहं (४८) चारं (४९) पडिचारं (५०) चक्कवूहं (५१) गरुलवूहं (५२) सगडवूहं (५३) जुद्धं (५४) णिजुद्धं (५५) जुद्धातिजुद्धं (५६) अद्विजुद्धं (५७) मुट्ठिजुद्धं (५८) बाहुजुद्धं (५९) लयाजुद्धं (६०) ईसत्थं (६१) छरुण्णवायं (६२) धणुव्वेयं (६३) हिरण्णपागं (६४) सुवण्णपागं (६५) सुत्तखेडं (६६) वट्टखेडं (६७) णालियाखेडं (६८) पत्तच्छेज्जं (६९) कडगच्छेज्जं (७०) सजीवं (७१) णिज्जीवं (७२) सउणरुतं। तए णं धण्णे कुमारे बावत्तरिकलापंडिए णवंगसुत्तपडिबोहिए अट्ठारसविहदेसिप्पगारभासाविसारए गीयरई गंधव्वणट्टकुसले हयजोही गयजोही रहजोही बाहुजोही बाहुप्पमद्दी अलं भोगसमत्थे जाए यावि होत्था ।। तए णं सा भद्दा सत्थवाही धण्णं दारयं उम्मुक्कबालभावं विण्णाय परिणयमित्तं जोव्वणगमणुपत्तं बावत्तरिकलापंडियं णवंगसुत्तपडिबोहयं अट्ठारसविहदेसिप्पगार भासाविसारयं गीयरइं गंधव्व-णट्ट-कुसलं सिंगारागार चारुवेसं संगयगय-हसिय- भणियचिट्ठिय-विलास- णिउणजुत्तोवयारकुसलं हयजोहिं गयजोहिं रहजोहिं बाहुजोहिं बाहुप्पमदि
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अलं भोगसमत्थं यावि जाणित्ता बत्तीसं पासाय वडिंसए कारेइ, अब्भुगयमूसिए पहसिए विव मणिकणगरयणभत्तिचित्ते वाउद्भूयविजय वेजयंतिपडागाछत्ताइच्छत्तकलिए, तुंगे, गगणतलमभिलंघमाणसिहरे, जालंतर रयण पंजरुम्मिल्लियव्व मणिकणगथुभियाए, वियसिय सयपत्तपुंडरीए तिलय रयणद्ध- चंदच्चिए णाणामणिमयदामालंकिए, अंतो बहिं च सण्हे तवणिज्ज रुइल वालुयापत्थडे, सुहफासे सस्सिरीयरूवे पासादीए जाव पडिरूवे | तेसिं मज्झे एगं भवणं अणेगखंभसयसण्णिविटुं लीलट्ठियसालभंजियागे अब्भुग्गयसुकयवइरवेइयातोरणवररइयसालभंजियासुसिलिट्ठविसिठ्ठलट्ठसंठियपसत्थ वेरुलियखंभणाणामणिकणगरयणखचितउज्जलं बहसमसविभत्तणिचियरमणिज्ज भमिभागं ईहामिय जाव भत्तिचित्तं खंभुग्गयवइर वेइयापरिगयाभिरामं विज्जाहरजमल जुयलजुत्तं अच्चीसहस्स मालीणीयं पिवं रूवगसहस्सकलियं भिसमाणं भिब्भिसमाणं चक्खुल्लोयणलेसं सुहफासं सस्सिरीयरूवं कंचणमणिरयणथूभियागं णाणाविह पंचवण्ण घंटापडागपरिमंडियग्गसिहरं धवलमरीचिकवयं विणिम्मयंत लाउल्लोइयमहियं जाव गंधवट्टिभूयं पासादीयं दरिसणिज्जं अभिरूवं पडिरूवं । तए णं सा भद्दा सत्थवाही तं धण्णं दारयं बत्तीसाए इब्भवरकण्णगाणं एगदिवसेणं पाणिं गेहावेइ । बत्तीसओ दाओ । तं जहा- बत्तीसं हिरण्णकोडीओ, बत्तीसं सुवण्णकोडीणो, बत्तीसं मउडे मउडप्पवरे, बत्तीस कुंडलजुयले कुंडलजुयलप्पवरे, बत्तीसं हारे हारप्पवरे, बत्तीसं अद्धहारे अद्धहारप्पवरे, बत्तीसं एगावलीओ एगावलिप्पवराओ, एवं मुत्तावलीओ, एवं कणगावलीओ, एवं रयणावलीओ, बत्तीसं कडगजोए कडगजोयप्पवरे, एवं तुडियजोए, बत्तीसं खोमजुयलाइं खोमजुयलप्पवराइं, एवं पडगजुयलाइं, एवं पट्टजुयलाइं एवं दुगुल्लजुयलाइं, बत्तीसं सिरीओ, बत्तीसं हिरीओ, एवं धिईओ, कित्तीओ बुद्धीओ, लच्छीओ, बत्तीसं णंदाइं, बत्तीसं भद्दाइं, बत्तीसं तले तलप्पवरे सव्वरयणामए, बत्तीसं णगरवरभवणकेऊ, बत्तीसं झए झयप्पवरे, बत्तीसं वये वयप्पवरे दसगोसाह- स्सिएणं वएणं, बत्तीसं णाडगाइं णाडगप्पवराई बत्तीसइबद्धेणं णाडएणं, बत्तीसं आसे आसप्पवरे सव्वरयणामए सिरिघरपडिरूवए, बत्तीसं हत्थी हत्थिप्पवरे सव्वरयणामए सिरिघरपडिरूवए, बत्तीसं जाणाइं जाणप्पवराई, बत्तीसं जुगाइं जुगप्पवराई, एवं सिवियाओ, एवं संदमाणीओ, एवं गिल्लीओ थिल्लीओ, बत्तीसं वियडजाणाई वियडजाणप्पवराई, बत्तीसं रहे पारिजाणिए, बत्तीसं रहे संगामिए, बत्तीसं आसे आसप्पवरे, बत्तीसं हत्थी हत्थिपवरे, बत्तीसं गामे गामप्पवरे दसकुलसाहस्सिएणं गामेणं, बत्तीसं दासे दासप्पवरे, एवं चेव दासीओ, एवं किंकरे, एवं कंचुइज्जे, एवं वरिसधरे, एवं महत्तरए, बत्तीसं सोवण्णिए ओलंबणदीवे, बत्तीसं रुप्पामए ओलंबणदीवे, बत्तीसं सवण्णरुप्पामए ओलंबणदीवे, बत्तीसं सोवण्णिए उक्कंचणदीवे, बत्तीसं पंचरदीवे, एवं चेव तिण्णि वि, बत्तीसं सोवण्णिय थाले, बत्तीसं रुप्पमए थाले, बत्तीसं सुवण्णरुप्पमए थाले, बत्तीसं सोवण्णियाओ पत्तीओ ३, बत्तीसं सोवण्णियाई थासयाइं ३, बत्तीसं सोवणियाडं मल्लगाडं ३. बत्तीसं सोवणियाओ तलियाओ ३. बत्तीसं सोवणियाओ
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कावइयाओ ३, बत्तीसं सोवण्णिए अवएडए ३, बत्तीसं सोवणियाओ अवयक्काओ ३, बत्तीसं सोवण्णिए पायपीढए ३, बत्तीसं सोवण्णियाओ भिसियाओ ३, बत्तीसं सोवणियाओ करोडियाओ ३, बत्तीसं सोवण्णिए पल्लंके ३, बत्तीसं सोवणियाओ पडिसेज्जाओ ३, बत्तीसं हंसासणाइं, बत्तीसं कोंचासणाइं, एवं गरुलासणाई, उण्णयासणाइं, पणयासणाई, दीहासणाई, भद्दासणाई, पक्खासणाई, मगरासणाई, बत्तीसं पउमासणाई, बत्तीसं दिसासोवत्थियासणाई, बत्तीसं तेल्लसमुग्गे, जहा रायप्पसेणइज्जे, जाव बत्तीसं सरिसवसमग्गे, बत्तीसं खुज्जाओ (जहा उव- वाइए) जाव बत्तीसं पारिसीओ, बत्तीसं छत्ते, बत्तीसं छत्तधारिणीओ चेडीओ, बत्तीसं चामराओ, बत्तीसं चामरधारिणीओ चेडीओ, बत्तीसं तालियंटे, बत्तीसं तालियंटधारिणीओ चेडीओ, बत्तीसं करोडियाओ, बत्तीसं करोडियाधारिणीओ चेडीओ, बत्तीसं खीरधाईओ जाव बत्तीसं अंकधाईओ, बत्तीसं अंगमद्दियाओ, बत्तीसं उम्मदियाओ, बत्तीसं पहावियाओ, बत्तीसं पसाहियाओ, बत्तीसं वण्णगपेसीओ, बत्तीसं चुण्णगपेसीओ, बत्तीसं कीडाकारीओ, बत्तीसं दवकारीओ, बत्तीसं उवत्थाणियाओ, बत्तीसं णाडइज्जाओ, बत्तीसं कोडुबियणीओ, बत्तीसं महाणसिणीओ, बत्तीसं भंडारीणीओ, बत्तीसं अज्झाधारिणीओ, बत्तीसं पप्फधारणीओ, बत्तीसं पाणिधारणीओ, बत्तीसं बलिकारीओ, बत्तीसं सेज्जाकारीओ, बत्तीसं अभिंतरियाओ पडिहारीओ, बत्तीसं बाहिरियाओ पडिहारीओ, बत्तीसं मालाकारीओ, बत्तीसं पेसणकारीओ, अण्णं वा सुबह हिरण्णं वा सुवण्णं वा कंसं वा दूसं वा विउलं धण कणग० जाव संतसारसावएज्ज, अलाहि जाव आसत्तमाओ कुलवंसाओ पकामं दाउं, पकाम भोत्तुं, पकामं परिभाएउं । तए णं से धण्णे कुमारे एगमेगाए भज्जाए एगमेगं हिरण्णकोडिं दलयइ जाव एगमेगं पेसणकारिं दलयइ, अण्णं वा सुबहुं हिरण्णं वा जाव परिभाएउं । तए णं से धण्णे कुमारे उपि पासाय वरगए जाव माणुस्सए कामभोगे भुंजमाणे विहरइ । तेणं कालेणं तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे जाव समोसढे | परिसा णिग्गया | राया जहा कोणिओ तहा जियसत्त णिग्गओ | तए णं तस्स धण्णस्स तं चेव जहा जमाली तहा णिग्गओ | णवरं पायचारेणं जाव पज्जवासइ । तए णं समणे भगवं महावीरे धण्णस्स कुमारस्स तीसे य महइमहालियाए इसि परिसाए जाव धम्म परिकहेइ । परिसा पडिगया । तए णं धण्णे कुमारे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्म सोच्चा, णिसम्म हट्ठतुट्ठ जाव हियए, उट्ठाए उद्वेइ उद्वेत्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ करेत्ता वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीसद्दहामि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं । पत्तियामि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं । रोएमि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं । अब्भुटेमि णं भंते ! णिग्गंथं पावयणं । एवमेयं भंते ! तहमेयं भंते ! अवितहमेयं भंते ! असंदिद्धमेयं भंते ! जाव से जहेयं तब्भे वयह, जं णवरं
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अम्मयं भदं सत्थवाहिं आपुच्छामि । तए णं अहं देवाणुप्पियाणं अंतिए मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वयामि ।
अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं करेह । १० तए णं से धण्णे कुमारे समणेणं भगवया महावीरेणं एवं वुत्ते समाणे हद्व-तुढे समणं भग
वं महावीरं तिक्खुत्तो वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता, जाव जेणेव अम्मयाओ तेणेव उवागच्छड, उवागच्छित्ता अम्मयाओ जएणं विजएणं वद्धावेड जएणं विजएणं वद्धावित्ता एवं वयासी- एवं खलु अम्मयाओ! मए समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्मे णिसंते, से वि य मे धम्मे इच्छिए, पडिच्छिए, अभिरुइए । तए णं धण्णं कुमारं अम्मयाओ एवं वयासी- धण्णेसि णं तुमं जाया, कयत्थेसि णं तुमं जाया, कयपुण्णेसि णं तुमं जाया, कयलक्खणेसि णं तुमं जाया, जं णं तुमे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं धम्मे णिसंते, से वि य धम्मे इच्छिए, पडिच्छिए, अभिरुइए | तएणं से धण्णेकुमारे अम्मयाओ दोच्चंपि एवं वयासी- एवं खलु अम्मयाओ! मए समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्मे णिसंते जाव अभि- रुइए । तए णं अहं अम्मयाओ ! संसारभउव्विग्गे, भीए जम्म-जरा- मरणेणं, तं इच्छामि णं अम्मयाओ ! तुब्भेहिं अब्भणण्णाए समाणे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए । तए णं सा धण्णस्स कुमारस्स माया तं अणिटुं, अकंतं, अप्पियं अमणुण्णं अमणाम, असुयपुव्वं फरुसं गिरं सोच्चा मुच्छिया जाव रोयमाणी, कंदमाणी, तिप्पमाणी, सोयमाणी, विलवमाणी धण्णं कुमारं एवं वयासी- तुम सि णं जाया ! अम्हं इटे, कंते, पिए, मण्णुणे, मणामे, थेज्जे, वेसासिए, सम्मए, अणुमए, बमए भंडकरंडगसमाणे रयणे रयणभूए, जीवियउस्सासे हिययणंदिजणणे उंबरपुप्फमिव दुल्लहे सवणयाए किमंग पुण पासणसाए ! तं णो खलु जाया ! अम्हे इच्छामो तुब्भं खणमवि विप्पओगं सहित्तए, तं अच्छाहि ताव जाया ! जाव ताव अम्हे जीवामो, तओ पच्छा अम्हेहिं कालगएहिं समाणेहिं परिणयवये, वड्ढियकुलवंस- तंतुकज्जम्मि णिरवयक्खे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइहिसि । तए णं धण्णे कुमारे अम्मयं एवं वयासी- तहेव णं तं अम्मयाओ ! जं णं तुब्भे ममं एवं वयह- तुमं सि णं जाया ! अम्हं इढे कंते जाव पव्वइहिसि । एवं खलु अम्मयाओ ! माणुस्सए भवे अणेगजाइ-जरा- मरण-रोग सारीरमाणस पकामदुक्ख-वेयण-वसणसओवद्दवाभिभूए, अधुवे, अणिइए, असासए संज्झब्भ- रागसरिसे, जलबुब्बुयसमाणे, कुसग्गजलबिंदुसण्णिभे, सुविणगदंसणोवमे, विज्जु- लयाचंचले, अणिच्चे, सडणपडणविद्धंसणधम्मे, पुव्विं वा पच्छा वा अवस्स विप्प- जहियव्वे भविस्सइ, से केस णं जाणइ अम्मयाओ ! के पुव्विं गमणयाए, के पच्छा गमणयाए ? तं इच्छामि णं अम्मयाओ ! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतियं मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइत्तए |
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१३ तए णं तं धण्णं कुमारं भद्दा सत्थवाही जाहे णो संचाएइ जाव जियसत्तुं आपुच्छइ ।
इच्छामि णं देवाणुप्पिया ! धण्णस्स दारयस्स णिक्खममाणस्स छत्त-मउड-चामराओ य विदिण्णाओ। तए णं जियसत्तू राया भई सत्यवाहिं एवं वयासी- अच्छाहि णं तुमं देवाणुप्पिए ! सुणिवुत्तवीसत्था, अहण्णं सयमेव धण्णस्स दारयस्स णिक्खमणसक्कारं करिस्सामि | सयमेव जियसत्तू णिक्खमणं करेइ, जहा थावच्चापुत्तस्स कण्हो । तए णं धण्णे दारए सयमेव पंचमुट्ठियं लोयं करेइ जाव पव्वइए | तए णं धण्णे दारए अणगारे जाए ईरियासमिए जाव गुत्तबंभयारी | तए णं से धण्णे अणगारे जं चेव दिवसे मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइए, तं चेव दिवसं समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते ! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए समाणे जावज्जीवाए छटुं छटेणं अणिक्खित्तेणं आयंबिलपरिग्गहिएणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावेमाणे विह- रित्तए । छहस्स वि य णं पारणयंसि कप्पड़ मे आयंबिलं पडिगाहेत्तए णो चेव णं अणायंबिलं । तं पि य संसटुं णो चेव णं असंसटुं । तं पि य णं उज्झियधम्मियं णो चेव णं णज्झिय धम्मियं । तं पि य जं अण्णे बहवे समण माहण अतिहि- किवण वणीमगा णावखंति | अहासुहं देवाणुप्पिया ! मा पडिबंधं करेह । तए णं से धण्णे अणगारे समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणुण्णाए समाणे हट्ठ-तुढे जावज्जीवाए छटुं छटेणं अणिक्खित्तेणं तवोकम्मेणं अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तए णं से धण्णे अणगारे पढमछट्ठखमणपारणयंसि पढमाए पोरिसीए सज्झायं करेइ । बीयाए पोरिसीए झाणं झियायइ, तइयाए पोरिसीए अतुरियमचवलमसंभंते मुहपोत्तियं पडिलेहेइ, पडिलेहित्ता भायणाई वत्थाइं पडिलेहेइ पडिलेहित्ता, भायणाई पमज्जड़ पमज्जित्ता, भायणाइं उग्गहेइ उग्गहित्ता, जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी- इच्छामि णं भंते! तुब्भेहिं अब्भणुण्णाए छट्ठक्खमण-पारणगंसि काकंदीए णयरीए उच्च-णीय- मज्झिमाइं कुलाइं घरसमुदाणस्स भिक्खायरियाए अडित्तए |
अहासुहं देवाणुप्पिया मा पडिबंधं करेह । १६ तए णं धण्णे अणगारे समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणण्णाए समाणे समणस्स
भगवओ महावीरस्स अंतियाओ सहसंबवणाओ उज्जाणाओ पडिणिक्खमइ, पडिणिक्खमित्ता अतुरियमचवलमसंभंते जुगंतरपलोयणाए दिट्ठीए पुरओ रियं सोहमाणे सोहमाणे जेणेव काकंदी णगरी तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता काकंदीए णयरीए उच्च णीय-मज्झिमाई कुलाइं घरसमुदाणस्स भिक्खायरियं अडमाणे आयंबिलं, पडिगाहेइ णो अणायंबिलं जाव णावकंखंति । तए णं से धण्णे अणगारे ताए अब्भणुणाए पययाए पयत्ताए पग्गहियाए एसणाए एसमाणे जइ भत्तं लभइ, तो पाणं ण लभइ, अह पाणं लभइ तो भत्तं ण लभइ ।
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अणुत्तरोववाइ सुत्त
तए णं से धण्णे अणगारे अदीणे अविमणे अकलुसे अविसादी अपरितंतजोगी जयणघडणजोगचरित्ते अहापज्जत्तं समुदाणं पडिगाहेइ । पडिगाहित्ता काकंदीओ णयरीओ पडिणिक्खमइ पडिणिक्खमित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ, उवागच्छित्ता समणस्स भगवओ महावीरस्स अदूरसामंते गमणागमणाए पडिक्कमइ एसणमणेसणं आलोएड, आलोएत्ता भत्तपाणं पडिदंसेइ । तए णं से धण्णे अणगारे समणेणं भगवया महावीरेणं अब्भणुण्णाए समाणे अमुच्छिए अगिद्धे अगढिए अणज्झोववण्णे बिलमिव पण्णगभूएणं अप्पाणेणं आहारं आहारेइ आहारित्ता संजमेण तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तए णं समणे भगवं महावीरे अण्णया कयाइ काकंदीओ णगरीओ सहसंबवणाओ उज्जाणाओ पडिणिक्खमइ । पडिणिक्खमित्ता बहिया जणवय विहारं विहरइ । तए णं से धण्णे अणगारे समणस्स भगवओ महारीरस्स तहारूवाणं थेराणं अंतिए सामाइयमाइयाई एक्कारस अंगाई अहिज्जइ । अहिज्जित्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तए णं से धण्णे अणगारे तेणं उरालेणं विउलेण पयत्तेणं पग्गहिएणं कल्लाणेणं सिवेणं धण्णेणं मंगल्लेणंसस्सिरीएणं उदग्गेणं उदत्तेणं उत्तमेणं उदारेणं महाणुभागेणं तवोकम्मेणं सुक्के लुक्खे णिम्मसे अद्विचम्मावणद्धे किडिकिडियाभूए किसे धमणिसंतए जाए यावि होत्था, जीवंजीवेणं गच्छड़, जीवंजीवेण चिट्ठइ, भासं भासित्ता वि गिलाइ, भासं भासमाणे गिलाइ, भासिस्सामीति गिलायइ । से जहाणामए कट्ठसगडिया इ वा पत्तसगडिया इवा पत्त तिल भंडग सगडिया इ वा एरंडकट्ठसगडिया इ वा इंगालसगडिया इ वा उण्हे दिण्णा सुक्का समाणी ससदं गच्छइ, ससई चिट्ठइ, एवामेव धण्णे वि अणगारे ससई गच्छइ, ससई चिट्ठइ, उवचिए तवेणं, अवचिए मंस-सोणिएणं, हुयासणे विव भासरासि पडिच्छण्णे, तवेणं, तेएणं, तव-तेयसिरीए अईव अईव उवसोभेमाणे उवसोभेमाणे चिट्ठइ । धण्णस्स णं अणगारस्स पायाणं अयमेयारूवे तवरूवलावण्णे होत्था- से जहाणामए सक्कछल्ली इ वा कद्वपाउया इ वा जरग्ग ओवाहणा इवा, एवामेव धण्णस्स अणगारस्स पाया सुक्का लुक्खा णिम्मंसा अद्विचम्मछिरत्ताए पण्णायंति, णो चेव णं मंससोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स पायंगुलियाणं अयमेयारूवे तवरूवलावण्णे होत्था- से जहाणामए कलसंगलिया इ वा मग्गसंगलिया इ वा माससंगलिया इ वा, तरुणिया छिण्णा, उण्हे दिण्णा, सक्का समाणी मिलायमाणी चिट्ठइ, एवामेव धण्णस्स पायंगलियाओ सक्काओ लुक्खाओ णिम्मंसाओ अट्ठिचम्मछिरत्ताए पण्णायंति, णो चेव णं मंस सोणियत्ताए | धण्णस्स णं अणगारस्स जंघाणं अयमेयारूवे तवरूवलावण्णे होत्था-से जहानामए काकजंघा इ वा, कंक जंघा इ वा, ढेणियालियाजंघा इ वा एवामेव धण्णस्स अणगारस्स जंघाओ सुक्काओ लुक्खाओ णिम्मंसाओ अट्ठिचम्मछिरत्ताए पण्णायंति, णो चेव णं मंस सोणियत्ताए ।
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अणुत्तरोववाइ सुत्त
धण्णस्स णं अणगारस्स जाणूणं अयमेयारुवे तवरूवलावण्णे होत्था से जहाणामए कालिपोरे इ वा मयूरपोरे इ वा ढेणियालियापोरे इ वा एवामेव धण्णस्स अणगारस्स जाणू सुक्का लुक्खा णिम्मंसा अडिचम्मछिरत्ताए पण्णायंति, णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारसस ऊरुस्स अयमेयारुवे तवरुवलावण्णे होत्था से जहाणामए सामकरिल्ले इ वा बोरकरिल्ले इ वा सल्लइकरिल्ले इ वा सामलिकरिल्ले इ वा तरुणिए उहे दिणे, सुक्के समाणे मिलायमाणे चिट्ठइ, एवामेव धण्णस्स अणगारस्स ऊरू सुक्का लक्खा णिम्मंसा अट्ठिचम्मछिरत्ताए पण्णायंति, णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स कडिपत्तस्स इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहाणाम उट्टपादे इ वा जरग्गवपाए इ वा, महिसपाए इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए ।
से
धण्णस्स णं अणगारस्स उयरभायणस्स इमेयारूवे तव रूव लावण्णे होत्थाजहाणामए सुक्क दिए (दीविए) इ वा भज्जणय कभल्ले इ वा कट्ठकोलंबए इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए |
धण्णस्स णं अणगारस्स पासुलिय कड्याणं इमेयारूवे तवरुव लावण्णे होत्था से जहाणामए थासयावली इवा, पाणावली इवा, मुंडावली इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए ।
धण्णस्स णं अणगारस्स पिट्ठि-करंडयाणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहा णामए कण्णावली इ वा गोलावली इ वा वट्टयावली इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ता |
धण्णस्स णं अणगारस्स उरकडयस्स इमेयारुवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहा णामए चित्तकट्टरे इ वा वीयणपत्ते इ वा तालियंटपत्ते इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ता |
धण्णस्स णं अणगारस्स बाहाणं इमेयारुवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहाणामए समिसंगलिया इ वा बाहायासंगलिया इ वा, अगत्थियसंगलिया इ वा, एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए ।
धण्णस्स णं अणगारस्स हत्थाणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहाणामए सुक्कगणिया इ वा वडपत्ते इ वा पलासपत्ते इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए ।
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धण्णस्स णं अणगारस्स हत्थंगुलियाणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था- से जहाणामए कलसंगलिया इवा, मुग्गसंगलिया इ वा माससंगलिया इ वा तरुणिया छिण्णा आयवे दिण्णा सुक्का समाणी मिलायमाणी चिट्ठति एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । २२ धण्णस्स णं अणगारस्स गीवाए इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था से जहाणामए करगगीवा इवा, कुंडियागीवा इ वा उच्चट्ठवणए इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए ।
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धण्णस्स णं अणगारस्स हणुयाए इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था- से जहाणामए लाउयफले इ वा, हकुवफले इ वा, अंबगट्ठिया इ वा, आयवे दिण्णा सुक्का समाणी मिलायमाणी चिटुंति, एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स उट्ठाणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था-से जहाणामए सुक्कजलोया इ वा, सिलेसगुलिया इ वा, अलत्तगुलिया इ वा, एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स जिब्भाए इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था- से जहाणामए वडपत्ते इ वा, पलासपत्ते इ वा, सागपत्ते इ वा, एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स णासाए इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था- से जहाणामए अंबपेसिया इ वा, अंबाडगपेसिया इ वा, माउलिंगपेसिया इ वा तरुणिया छिण्णा, सुक्का समाणी मिलायमाणी चिटुंति, एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स अच्छीणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था- से जहाणामए वीणाछिद्दे इ वा, वद्धीसगछिद्दे इ वा, पभाइयतारिगा इ वा एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स कण्णाणं इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था- से जहाणामए मूलाछल्लिया इ वा, वालुंकछल्लिया इ वा कारेल्लयछल्लिया इ वा, एवामेव जाव णो चेव णं मंस सोणियत्ताए । धण्णस्स णं अणगारस्स सीसस्स इमेयारूवे तवरूव लावण्णे होत्था- से जहाणामए तरुणगलाउए इ वा, तरुणगएलालए इ वा, सिण्हालए इ वा तरुणए छिण्णे, आयवे दिण्णे, सुक्के समाणे मिलायमाणे चिट्ठइ, एवामेव धण्णस्स अणगारस्स सीसं सुक्कं लुक्खं णिम्मंसं अट्ठि-चम्म-छिरत्ताए पण्णायइ, णो चेव णं मंसं-सोणियत्ताए । एवं सव्वत्थ णवरं उयर-भायण-कण्ण-जीहा-उट्ठा एएसिं अट्ठी ण भण्णइ, चम्म-छिरत्ताए पण्णायइ ति भण्णइ । धण्णे णं अणगारे सुक्केणं भुक्खेणं लुक्खेणं पायजंघोरुणा, विगयतडि- करालेणं कडिकडाहेणं, पिहिमवस्सिएणं उदरभायणेणं जोइज्जमाणेहिं पासुलिकडएहिं, अक्खसुत्तमाला इव गणेज्जमाणेहिं पिढिकरंडगसंधीहिं, गंगातरंगभूएणं उरकडगदेसभाएणं, सुक्कसप्पसमाणाहिं बाहाहिं, सिढिलकडाली विव लंबतेहि य अग्गहत्थेहिं, कंपणवाइओ वेवमाणीए विव सीसघडीए, पम्माणवयणकमले, उब्भडघडमुहेव उच्छुड्डणयणकोसे जीवंजीवेणं गच्छइ, जीवंजीवेणं चिट्ठइ, भासं भासित्ता गिलाइ, भासं भासमाणे गिलाइ, भासं भासिस्सामि त्ति गिलाइ | से जहाणामए इंगालसगडिया इ वा एवं जहा खंदओ तहा जाव हयासणे इव भासरासिपलिच्छण्णे तवेणं तेएणं तवतेयसिरीए अईव अईव उवसोभेमाणे उवसोभेमाणे चिट्ठइ ।
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२५ तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे, गुणसिलए चेइए, सेणिए राया | तेणं कालेणं
तेणं समएणं समणे भगवं महावीरे समोसढे । परिसा णिग्गया | धम्मकहा । परिसा पडिगया | तए णं से सेणिए राया समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए धम्म सोच्चा णिसम्म समणं भगवं महावीरं वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासी-। इमासिं णं भंते ! इंदभूइ पामोक्खाणं चोद्दसण्हं समणसाहस्सीणं कयरे अणगारे महादुक्करकारए चेव महाणिज्जरतराए चेव ? एवं खलु सेणिया ! इमासिं इंदभूइ पामोक्खाणं चोद्दसण्हं समणसाहस्सीणं धण्णे अणगारे महादुक्करकारए चेव महाणिज्जरतराए चेव । से केणटेणं भंते ! एवं वुच्चइ- इमासिं इंदभूइ पामोक्खाणं चोद्दसण्हं समणसाहस्सीणं धण्णे अणगारे महादुक्करकारए चेव महाणिज्जरतराए चेव ? एवं खलु सेणिया ! तेणं कालेणं तेणं समएणं काकंदी णाम णयरी जाव से धण्णे अणगारे उप्पिं पासायवरगए जाव पच्चणुभवमाणे विहरइ । तए णं अहं अण्णया कयाई पुव्वाणुपुव्वीए चरमाणे गामाणुगामं दूइज्जमाणे जेणेव काकंदी णयरी जेणेव सहसंबवणे उज्जाणे तेणेव उवागए । उवागमित्ता अहापडिरूवं उग्गहं उग्गिण्हामि संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरामि | परिसा णिग्गया, तहेव जाव पव्वइए जाव बिलमिव पण्णग भएणं अप्पाणेणं आहारं आहारेड । धण्णस्स णं अणगारस्स पादाणं आढत्तं सरीरवण्णओ सव्वो उच्चारेयव्वो जाव तव तेय सिरीए अईव अईव उवसोभेमाणे उवसोभेमाणे चिट्ठइ । से तेणटेणं सेणिया ! एवं वुच्चइ इमासिं चउद्दसण्हं समणसाहस्सीणं धण्णे अणगारे
महादुक्करकारए महाणिज्जरतराए चेव । २७ तए णं से सेणिए राया समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए एयमढे सोच्चा णिसम्म
हट्ठ तुढे समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ, करित्ता, वंदइ णमंसइ वंदित्ता गंमसित्ता जेणेव धण्णे अणगारे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता धण्णं अणगारं तिक्खुत्तो आयाहिणं पायाहिणं करेइ करित्ता वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता एवं वयासीधण्णे सि णं तुम देवाणुप्पिया ! सुपुण्णे सि णं तुमं देवाणुप्पिया, सुकयत्थे सि णं तुम देवाणुप्पिया, कयलक्खणे सि णं तुमं देवाणुप्पिया, सुलद्धे णं देवाणुप्पिया तव माणुस्सए जम्मजीवियफले त्ति कट्ट वंदइ णमंसइ, वंदित्ता णमंसित्ता जेणेव समणे भगवं महावीरे तेणेव उवागच्छइ उवागच्छित्ता समणं भगवं महावीरं तिक्खुत्तो आयाहिणं पयाहिणं करेइ करेत्ता वंदइ णमंसइ वंदित्ता णमंसित्ता जामेव दिसं पाउब्भूए, तामेव
दिसं पडिगए । २८ तए णं तस्स धण्णस्स अणगारस्स अण्णया कयाइ पुव्वरत्तावरत्तकालसमयंसि
धम्मजागरियं जागरमाणस्स इमेयारूवे अज्झत्थिए जाव समुप्पज्जित्था
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अणुत्तरोववाइ सुत्त
एवं
खलु अहं इमेणं उरालेणं तवोकम्मेण किसे धमणिसंतए जाए एवं जहा खंदओ तहेव चिंता । आपुच्छणं । थेरेहिं सद्धिं विउलं पव्वयं दुरूहइ । मासिया संलेहणा । णवमासा परियाओ जाव कालेमासे कालं किच्चा उड्ढं चंदिम सूर-गहगण - णक्खत्त-तारारूवाणं जाव णवगेवेज्जे विमाण पत्थडे उड्ढं दूरं वीईवइत्ता सव्वट्ठसिद्धे विमाणे देवत्ताए उववण्णे । थेरा तहेव ओयरंति जाव इमे से आयारभंड |
भंते ! त्ति भगवं गोयमे तहेव आपुच्छइ जहा खंदयस्स । भगवं वागरेइ जाव सव्वट्ठसिद्धे विमाणे उववण्णे |
धणस्स णं भंते! देवस्स केवइयं कालं ठिई पण्णत्ता ?
गोयमा ! तेत्तीस सागरोवमाइं ठिई पण्णत्ता ।
से णं भंते! ताओ देवलोगाओ कहिं गच्छिहिइ ? कहिं उववज्जिहिइ ?
गोयमा ! महाविदेहे वासे सिज्झिहिइ ।
॥ पढमं अज्झयणं समत्तं ॥
तइओ वग्गो २-१० अज्झयणाणि
सुक्खादि
उक्खेवओ बिइयस्स ।
एवं खलु जंबू ! तेणं कालेणं तेणं समएणं काकंदी णयरी । जियसत्तू राया । तत्थणं काकंदीए णयरीए भद्दा णामं सत्थवाही परिवसइ, अड्ढा जाव अपरिभूया । तीसे णं भद्दा सत्थवाहीए पुत्ते सुणक्खत्ते णामं दारए होत्था अहीण पंचिंदिय जाव सुरूवे । पंचधाइपरिक्खित्ते, जहा धण्णो तहा जाव उप्पिं पासायवरगए जाव पच्चणुभवमाणा विहरइ |
ते काणं तेणं समएणं समणस्स भगवओ महावीरस्स समोसरणं । जहा धण्णो तहा सुणक्खत्तो वि णिग्गओ । जहा थावच्चापुत्तस्स तहा सुणक्खत्तस्स णिक्खमणं जाव अणगारे जाए ईरियासमिए जाव बंभयारी ।
तए णं से सुणक्खत्ते अणगारे जं चेव दिवस समणस्स भगवओ महावीरस्स अंतिए मुंडे भवित्ता अगाराओ अणगारियं पव्वइए तं चेव दिवसं, एवं जहेव धण्णो तहेव अभिग्गहं अभिगिण्हइ जाव बिलमिवपण्णग भूएणं अप्पाणेणं आहारं आहारेइ, आहारेत्ता संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । सामी बहिया जणवय - विहारं विहरइ । एक्कारस अंगाई अहिज्जइ जाव संजमेणं तवसा अप्पाणं भावेमाणे विहरइ । तए णं से सुणक्खत्ते अणगारे तेणं उरालेणं जाव जहा खंदओ ।
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अणुत्तरोववाइ सुत्त
तेणं कालेणं तेणं समएणं रायगिहे णयरे । गुणसिलए चेइए । सेणिए राया । सामी समोसढे । परिसा णिग्गया । राया णिग्गओ । धम्मकहा । राया पडिगओ । परिसा पडिगया ।
तणं तस्स सुणक्खत्तस्स अणगारस्स अण्णया कयाइ पुव्वरत्तावरत्त- कालसमयंसि धम्म-जागरियं सेसं जहा खंदयस्स णवरं बहु वासा परियाओ जाव सव्वट्ठसिद्धे विमाणे देवत्ताए उववण्णे । तेत्तीस सागरोवमाइं ठिई जाव महाविदेहे सिज्झिहिइ । P एवं सुणक्खत्त गमेणं सेसा वि अट्ठ अज्झयणा भाणियव्वा । णवरं आणुपुव्वीए दोण्णि रायगिहे, दोण्णि साकेए, दोण्णि वाणियग्गामे । णवमो हत्थिणा पुरे । दसमो रायगिहे । णवहं भद्दाओ जणणीओ, णवण्हं वि बत्तीसओ दाओ । णवण्हं णिक्खमणं थावच्चापुत्तस्स सरिसं । वेहल्लस्स (णिक्खमणं) पिया करेइ । छम्मासा वेहल्लए । णव धणे । साणं बहू वासा । मासं संलेहणा । सव्वट्ठसिद्धे सव्वे । महाविदेहे सिज्झिस्संति। एवं दस अज्झयणाणि ।
२ एवं खलु जंबू ! समणेणं भगवया महावीरेणं आइगरेणं जाव सिद्धिगइणामधेयं ठाणं संपत्तेणं अणुत्तरोववाइयदसाणं तच्चस्स वग्गस्स अयमट्ठे पण्णत्ते । अणुत्तरोववाइयदसाणं एगो सुक्खंधो । विग । तिसु चेव दिवसेसु उद्दिसिज्जंति। तत्थ पढमे वग्गे दस उद्देसगा । बिइए वग्गे तेरस उद्देसगा । तइए वग्गे दस उद्देसगा । तओ सुयखंधो समुद्दिस्सइ, तओ अणुण्णविज्जइ, दोसु दिवसेसु । ॥ तइओ वग्गो समत्तो ॥
॥ अणुत्तरोववाइयदसाओ सुत्तं समत्तं ॥
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