Book Title: Yavanraj Vanshavali
Author(s): Deviprasad Kayastha
Publisher: Indian Press Prayag

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Page 38
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir [ २९ ] २७ हुसेनशाह गाजी शाह का भाई ... ९७२ १६२१ २८ अली शाह हुसेन शाह का भाई २९ यूसुफ़ शाह अली शाह का भतीजा ... ९८५ १६३४ ३० याकूबशाह यूसुफ़ शाह का बेटा - सन् ९९५ (१६४३-४४) में अकबर बादशाह की फ़ौज ने कश्मीर का मुल्क या कूबशाह से फतह कर लिया जो कभी किसी दिल्ली के बादशाह के हाथ नहीं आया था। बङ्गाल के बादशाह जब शहाबुद्दीन गोरी ने दिल्ली फ़तह की थी तब बिहार से आगे नदिया में लखमणसेन राजा का बेटा लखमणा ८० वर्ष से राज करता था । उस पर शहाबुद्दीन के नौकर मलिक बखतियार खिलजी ने जो कंपिलापटियाली का जागीरदार था, बिहार की तरफ़ से चढ़ाई की। लखमणे से ब्राह्मणों ने कह दिया था कि इस देश में मुसलमानों का राज हो जावेगा; इसलिए बखतियार खिलजी की खबर सुनतेही राजा राजधानी को छोड़ कर भाग गया और बखतियार खिलजी का लड़े भिड़े बगैरही नदिया में अमल हो गया। फिर उसने अपनी अमलदारीबंगाले से कामरूप तक बढ़ाली और सन् ६०२ (१२६२) में मरगया। उसके पीछे सुलतान तुगलक के वक्त तक दिल्ली के बादशाहों के हाकिम बंगाले में हुकूमत करते रहे । फिर सन् ७३९ ( सं० १३९५ ) में बंगाले के हाकिम क़दरखा के मरने पर उसका नौकर मलिक फखरुद्दीन बादशाह बन बैठा । For Private and Personal Use Only

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