Book Title: Yashstilak ka Sanskrutik Adhyayana
Author(s): Gokulchandra Jain
Publisher: Parshwanath Shodhpith Varanasi

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Page 15
________________ विषय-सूची परिचय ... ... १-२७ अध्याय एक : यशस्तिलक के परिशोलन को पृष्ठभूमि परिच्छेद १ : यशस्तिलक और सोमदेव सूरि ... २७-४१ यशस्तिलक का बाह्य स्वरूप, यशस्तिलक का रचनाकाल, कृष्णराज तृतीय का दानपत्र, दक्षिण के महाप्रतापी राष्ट्रकूट, यशस्तिलक का साहित्यिक स्वरूप, चम्पू की परिभाषा, यशस्तिलक काव्य की एक स्वतन्त्र विधा, यशस्तिलक का सांस्कृतिक स्वरूप, श्रीदेवकृत यशस्तिलक पंजिका में उल्लिखित सत्ताईस विषय, श्रीदेव की सूची में और विषय जोड़ने की आवश्यकता, यशस्तिलक का प्रसार, यशस्तिलक के संस्करण तथा यशस्तिलक पर अब तक हुआ कार्य, निर्णयसागर प्रेस के संस्करण, प्रो० जे० एन० क्षीरसागर द्वारा सम्पादित प्रथम आश्वास, प्रो० के० के० हन्दिकी का यशस्तिलक एण्ड इंडियन कल्चर, पं० सुन्दरलाल शास्त्री द्वारा सम्पादित-अनुवादित-प्रकाशित यशस्तिलक पूर्वार्ध, पं० कैलाशचन्द्र शास्त्री द्वारा सम्पादित-अनुवादित उपासकाध्ययन, विभिन्न पत्र-पत्रिकाओंमें प्रकाशित शोध-निबंध, सोमदेव का व्यक्तिगत जीवन, सोमदेव और चालुक्य सामन्त, अरिकेसरिन् तृतीय का दानपत्र, सोमदेव के उपलब्ध ग्रन्थ, अनुपलब्ध ग्रन्थ षण्णवतिप्रकरण, महेन्द्रमातलिसंजल्प, युक्तिचिन्तामणिस्तव, स्याद्वादोपनिषत, सोमदेव और कन्नौज से गुर्जर प्रतिहार नरेश, महेन्द्रमातलिसंजल्प का संकेत, सोमदेव और महेन्द्रदेव के संबन्धों का ऐतिहासिक मूल्यांकन, महेन्द्रपालदेव प्रथम, महेन्द्र पालदेव द्वितीय, इन्द्र तृतीय, नीतिवाक्यामृत का रचनाकाल, देवसंघ या गौड़संघ, यशस्तिलक राष्ट्रकूट संस्कृति का दर्पण । परिच्छेद २ : यशस्तिलक को कथावस्तु और उसकी सांस्कृतिक पृष्ठभूमि ४२-४९ यशस्तिलक को संक्षिप्त कथा, कथा के माध्यम मे नीति के उपदेश की प्राचीन परम्परा, मम्मट का काव्य प्रयोजन, सौन्दरनन्द और बुद्धचरित Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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