Book Title: Yashovijayji ka Adhyatmavada
Author(s): Preetidarshanashreeji
Publisher: Rajendrasuri Jain Granthmala

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Page 457
________________ उपाध्याय यशोविजयजी का अध्यात्मवाद/४५१ ५१. मिला प्रकाश, खिला बसन्त आ. जयंतसेनसूरि श्री राज राजेन्द्र प्रकाशन ट्रस्ट, अहमदाबाद मैं जानता हूँ आ. जयंतसेनसूरि डॉ. सागरमल जैन अभिनन्दन ग्रंथ डॉ. सागरमल जैन पार्श्वनाथ विद्याश्रम, वाराणसी आचार्य महाप्रज्ञ लोकतन्त्र नया व्यक्ति नया समाज जैन विश्वभारती लाडनूं आचार्य महाप्रज्ञ अमूर्त चिन्तन समस्या को देखना सीखें आचार्य महाप्रज्ञ जैन विश्वभारती लाडनूं जैन विश्वभारती लाडनूं जैन विश्वभारती लाडनूं नया मानव, नया विश्व तीसरा नेत्र आचार्य महाप्रज्ञ ५८. मोक्षमार्ग प्रकाशक आ. श्री पं. टोडरमल साहित्य प्रकाशन एवं प्रचार विभाग, जयपुर ५६. श्री अष्ट पाहुड़ पं. मोतीलाल गौतमचन्द्र कोठारी बालचन्द्र देवचन्द्र शाह ध्यानदीपिका केशरसूरि म. अध्यात्मबिंदु उ. हर्षवर्धन आ. अमृतचन्द्र प्रवचनसार की तत्त्वप्रदीपिका टीका ६२. उवासगदसाओ युवाचार्य टागम प्रकाशन समिति, ब्यावरा (राज.) श्री मधुकर मुनि -००० Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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