Book Title: Vrat Katha kosha
Author(s): Kunthusagar Maharaj
Publisher: Digambar Jain Kunthu Vijay Granthamala Samiti

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Page 808
________________ भगवान महावीर कैसे बने CAS EVENT Serving JinShasan 180852 [email protected] O सिंह को हरिण का शिकार करते देख भगवान श्रीधर केवली की वाणि का स्मरण कर चारण ऋद्धिधारी दो मुनिराज आकाश मार्ग से उतरकर सिह को सम्बोधित कर रहे है। मुनिराजों द्वारा सम्बोधन पाकर भगवान महावीर का दशभव पूर्व का जीव सिंह मासाहार का त्याग कर सल्लेखना धारण कर लेता है, तब भेड़िया, बिच्छू, चिवटी, कौवे आदि पशु-पक्षी उसे मरा हआ समझकर त्राश दे रहे हैं। सिह वीरता धीरता से उपसर्ग को सहन कर एक माह के बाद मरकर देव हो गया, और दशवे भव मे जगत वंदनीय भगवान महावीर हो गया।

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