Book Title: Vinay Sutra And Auto Comentary On Same
Author(s): P V Bapat, V V Gokhale
Publisher: Kashi Prasad Jayaswal Research Institute

View full book text
Previous | Next

Page 115
________________ विनयसूत्रवृत्त्यभिधानस्वव्याख्यानम् २५ ६९ ५८१ २७ आलयनक ३२४, ३२६, ३२८, ३३० आचय-भूत ५८५ आशय १०४ आचार्या °परिशुद्धि १०४ आजीविक २३८ विपत्ति १०४ आट-सन्धि ७२ °सभाग्यम् १०४ आत ३९८ बासक्तआऽन्त प्रादुर्भाव-पण्डक १३२ आन्तरायिक ४, ५, ४८, ९६ आ-समुदाचारिका त्रयः प्रश्नाः ५८६, ५९९ °परिप्रश्न ४८ २०२, २०३ आनन्तरिक ६४० इम्हिास आन्तरिक-धर्म इदं-प्रव्रज्या आत्मनेपद ६, ८, १३ इष्टक मादीपन इष्टका २१६. आपत्कृत-पण्डक १३२,१३३ बद्धगर्त. २३० मापत्ति ९८,५६५ °स्तार आपराजित आप्य २८८ ईष्या-पण्डक १३२ आपृष्ट्वा (Pali model) १६३ ई-पथ आबहण-अथिनि ७६ ईपिथच्छिन्न ६३५ बाबृहत् ७४, ७६ भाम्नाय २८८ उक्ति आमुक्तक भारण्यक १५७ १४८ आरम्भ-भूत ७२ उच्चार ४२५, ४४३ आरा ३२५ उच्छकर २१. आरागण उच्छवास माराधित-चित्त १३३ १०४, १०५ उच्छवास-कल्प आरोचक ८, ९, १११, १२६ उत्कीर्तन आरोचन उपाध्याय आवर्त १५८ आवाहनता ५९१ पर २९-३० आवृत्ति शिक्षा . तिस्रः (त्रयः) २८ उत्कुटक २, २०८ आर्ष-ग्रन्थ उत्कुटुकिका आलप्तक ५०० उत्क्षिप्तक २५० अदर्शन १४८ मृषा १३४ तृत्तीय २८

Loading...

Page Navigation
1 ... 113 114 115 116 117 118 119 120 121 122 123 124 125 126 127 128 129 130 131 132 133 134