Book Title: Vikram Journal 1974 05 11
Author(s): Rammurti Tripathi
Publisher: Vikram University Ujjain

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Page 191
________________ १८२ विक्रम लेखक श्री लालचन्द जैन, विश्वविद्यालय सन् आगरा श्री मुकुटबिहारीलाल प्रागरा जयदेवी जैन आगरा आगरा .. श्रीमती स्नेहलता कासलीवाल इन्दौर श्री अक्षयकुसार जैन, इन्दौर सुश्री मेइशी कपूर इन्दौर श्री धन्नालाल जैन इन्दौर सुश्री स्वप्ना बनर्जी इलाहाबाद शोध विषय ८२. रीतिकालीन कवियों के हिन्दी प्रबन्ध काव्य ८३. गणित और ज्योतिष के विकास में जैन कवियों का योगदान ८४. चन्द्रप्रभचरित महाकाव्य : एक अध्ययन ८५. अपभ्रंश चरित काव्यों में शृङ्गार भावना ८६. जैन साहित्य में रामकथा८७. पुष्पदन्त का कृष्ण और रामकाव्य । ८८. श्रीकरकण्डुचरिउ-सन्दर्भ शिल्प और भाषा : एक अध्ययन ८६. धर्मशर्माभ्युदय महाकाव्य का तुलनात्मक और समालोचनात्मक मध्ययन ६०. जैन मिस्टिसिज्म ६१. क्रिटिकल स्टडी ऑव तिलकमंजरी ऑव धनपाल ६२. कन्सेप्ट ऑव सरस्वती इन वैदिक एण्ड पास्ट वैदिक पीरियड ६३. कालिदास के नाटकों की प्राकृत भाषाओं का अध्ययन ६४. अर्द्धमागधी उपांग साहित्य का आलोचनात्मक अध्ययन ६५. जैन संस्कृत महाकाव्यों (८०० से १४०८ ई०) में रस विवेचन ६६. श्रवणबेलगोल एण्ड इट्स मोनुमेण्ट्स ६.. अहिहोल, इट्स हिस्ट्री एण्ड . मोनुमेण्ट्स सुश्री शान्ति जैन श्री एस. के. शर्मा उदयपुर कुरुक्षेत्र श्री पार. एन. अरी कुक्षेत्ररु कु. एस. के. वर्मा कुरुक्षेत्र श्री रमेशचन्द्र जैन जबलपुर सुश्री पुष्पा अग्रवाल दिल्ली स. शेट्टर धारवाड़ स. राजशेखर धारवाड़ Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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