________________
भारतीय ज्ञानपीठ काशीके सुरुचिपूर्ण प्रकाशन
[प्राकृत, संस्कृत ग्रंथ
१. महाबन्ध [महाधवल सिद्धान्त शास्त्र]-प्रथम भाग, हिन्दी अनुवाद महित २.करलकवण सामुद्रिक शास्त्र]-हस्तरेखा विज्ञानका नवीन ग्रन्थ स्टिाक समाप्त ३. मदनपराजय-भाषानुवाद तथा ७८ पृष्ठकी विस्तृत प्रस्तावना ४. कन्नड प्रन्तीय ताडपत्रीय ग्रन्थसूची५. न्यायविनिश्चय विवरण [प्रथम भाग] ६. तत्त्वार्थवृत्ति-श्रुतसागर सूरिचित टीका | हिन्दी सार सहित ७. आदिपुराण भाग [१]-भगवान् ऋपभदेवका पुण्य चरित्र ८. आदिपुराण भाग [२]-भगवान् ऋपभदेवका पुण्य चरित्र ९. नाममाला सभाज्य१०. केवलज्ञानप्रश्नचूडामणि-ज्योतिष ग्रन्थ ११. सभाष्यरत्नमंजूषा-छन्दशास्त्र १२. वसुनन्दि-श्रावकाचार १३. समयसार-[अंग्रेजी] १४. कुरलकाव्य-तामिल भापाका पञ्चमवेद [ तामिल लिपि ।
[हिन्दी ग्रन्थ १५. मुक्तिदूत [उपन्यास]-अञ्जना-पवनञ्जयकी पुण्यगाथा १६. पथचिह्न-[स्वर्गीय बहिनके पवित्र संस्मरण और युगविश्लेषण १७. दो हजार वर्ष पुरानी कहानियाँ१८. पाश्चात्य तर्कशास्त्र [अप्राप्य] १९. शेरो-शायरी [ उर्दू के सर्वोत्तम १५०० शेर और १६० नज्म 7 २०. मिलनयामिनी [गीत ]
२१. वैदिक साहित्य-वेदोंपर हिन्दीमें साधिकार मौलिक विवेचन '२२. मेरे बापू-महात्मा गाँधीके प्रति श्रद्धाञ्जलि २३. पंच प्रदीप [गीत २४. भारतीय विचारधारा२५. ज्ञानगंगा-[संमारके महान् साधकोंकी सूक्तियोंका अक्षय भण्डार २६. गहरे पानी पैठ-सूक्तिरूपम ११८ मर्मस्पर्शी कहानियाँ २७. वर्द्धमान [ महाकाव्य] २८. शेर-श्री सुखन २९. जैन-जागरणके अग्रदूत ३०. हमारे आराध्य ३१. भारतीय ज्योतिष ३२. रजतरश्मि ३३. अाधुनिक जैन कवि ३४. जैनशासन-जैनधर्मका परिचय तथा विवेचन करनेवाली मुन्दर रचना। ३५. कुन्दकुन्दाचार्यके तीन रत्न३६. हिन्दी जैन साहित्यका संक्षिप्त इतिहास
Easte
भारतीय ज्ञानपीठ काशी, दुर्गाकुण्ड रोड, बनारस ४