Book Title: Vaishakh Mahatmya Author(s): Publisher: View full book textPage 7
________________ Shri Mahavir Jain Aradhana Kendra www.kobatirth.org Acharya Shri Kailassagarsuri Gyanmandir // वैशाखमाहात्म्य अध्याय 1 // स्तुकुर्यात्संकल्पमात्रकं // 20 // सोऽपिक्रतुशतंपुण्यंलभतेनात्रसंशयः॥योगशच्छेदनुरायामस्नातुंमेषगतेरवौ // 21 // सर्वबंधविनिर्मुक्तोविष्णोःसायुज्यसमाप्नुयात् // त्रैलोक्येयानितीर्थानिब्रह्मांडांतर्गतानिच // 22 // तानिसर्वाAणिराजेंद्रसंतिबाह्येऽल्पकेजले // तावल्लिखितपापानिगर्जेतियमशासने॥२३॥ श यावन्नकुरुतेजंतुर्वैशाखेस्नानमंभसि // तीर्थाधिदेवताःसर्वावैशाखेमासिभूमि प // 24 // बहिर्जलंसमाश्रित्यसदासन्निहितानृप॥ सूर्योदयंसमारभ्यपश्चाआ षड्घटिकावधि // 25 // तिष्ठतिचाज्ञयाविष्णोर्नराणांहितकाम्यया // ताव- // नागच्छतांपुंसांशापंदत्वासुदारुणं / स्वस्थानंयांतिराजेंद्रतस्मात्स्नानसमाशचरेत् // 26 // इतिश्रीस्कंदपुराणेवैशाखमाहात्म्येनारदांबरीषसंवादेस्नानप्रशं-18 TowereeneryTricuTETTE For Private and Personal Use OnlyPage Navigation
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