Book Title: Vairagya Shatakadi Granth Panchakam
Author(s): Kesharmuni
Publisher: Devchand Lalbhai Pustakoddhar Fund

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Page 171
________________ Jain Education द्वादशकुलकानि ( सटीकानि ) षट्स्थानप्रकरणम् (सटीकं ) भक्तामर स्तोत्रम् (सटीकं ) कल्याणमन्दिरस्तोत्रम् (सटीकं ) सामाचारीशतकम् गाथासहस्त्री विधिमार्गप्रपा श्रीपालचरित्रम् (श्लोकबद्धम् ) 33 आत्मप्रबोधः श्रावक मोहनयिथे श्रीजिनदत्तसूरि- ज्ञानभाण्डागारे लभ्यग्रन्थाः नवपदादितपविधिसंग्रहः पंचप्रतिक्रमणादिसूत्रम् (मूलमात्रं शास्त्री ) गुजराती) (प्राकृतं, हिन्द्यनुवादयुतं ) साधुपंचप्रतिक्रमणसूत्रम् ( हिन्दी - शब्दार्थयुक्तम्) ,,) (", 33 33 युगप्रधान जिनचन्द्रसूरि (हिन्दी) ऐतिहासिक काव्यसंग्रहः (प्राचीनरास ) १-०-० ०-८-० ०-८-० ०-८-० भेट २-०-० भेट ०-०-३ " १-८-० 33 22 33 पंचप्रतिक्रमणसूत्रम् (गुर्जरशब्दार्थ भावार्थयुक्तम्) राइदेवसी प्रतिक्रमणसूत्रम् (मूलं शास्त्री ) ((, गुजराती ) दादासाहेब की पूजा (शास्त्री) जिनदत्तसूरिजी जीवनचरित्र (गुजराती) जिनकुशलजीवनप्रभा (गुजराती) जिनचंद्र जीवनचंद्रिका (गुजराती) सप्तस्मरणादिस्तोत्रसंग्रहः 91010 १-०-० अभय ग्रन्थमाला - बीकानेर प्रकाशितानि पुस्तकानि - 22 दादा श्रीजिनकुशलसूरि (हिन्दी) मणिधारी श्रीजिनचन्द्रसूरि (हिन्दी) सूचना - उपायनलभ्यानामपि ग्रन्थानां पोष्टव्ययनं दातव्यमेव भविष्यति ग्राहकैरिति । For Private & Personal Use Only ०-१०-९ 019000 ⠀***** 61810 भेट ०-२-० भेट भेट भेट भेट 01810 ०-२-० प्राप्तिस्थलं — श्रीजिनदत्तसूरि-ज्ञानभण्डार - महावीरस्वामी जैन मन्दिर, पायधुनी, मुंबई ३ ainelibrary.org

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