Book Title: Vaidyak Shabda Kosh
Author(s): Vishweshwar Dayalu Vaidyaraj
Publisher: Vishweshwar Dayalu Vaidyaraj

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Page 28
________________ शुक्रनारस: पु० शुकं नपु० शुक्रवम् शुकपुष्पं शुकच्छदं शुक्लकन्दा शुक्लं शुक्ल पलं शुकाम् शुण्ठी शुभा शु शूकशिम्बी शूनमध्य शेफाली शैलूष शैलेयं शफकत शोभाञ्जन शोषणः शोण्डी "" बइपन्या او , स्त्री० नपु० " स्त्री० ". 37 " पु० "" 영 ब्रा० स्त्री० 93 / २७ । 99 सोनापाठा ग्रंथभेद षडूषणं शोणपुष्पकः शोणिताभिध नपु० शोथध्नः पु० लाल पुनर्नवा शोथधनी स्त्री० श्वेत पुनर्नवा त्रि० संकोचं "" अतीस सदापुष्प लाल आक कैवर्ती मोथा बंशलोचन सभंतदुग्धा नरकुल | समुद्रफेन पु० निगुडी समुद्रान्ता स्त्री० पु० वेल नपु० भूर छरीला पलासी, कांजी नपु० सोंठ, मिर्च, पीपर पीपरामूर, चव चीता समभाग स "" कोंच बीज चूक स्पृक्का स्फोटां स्फोटः सोंठ सगा स्त्री० भिलावा सेंजना सोनापाठा पीपर लोबान सर्जरस कचनार सर्पाङ्गी सर्पाक्षी सर्वरस सर्वानुभूत सरणी सरलश्राव: सरल: नपु० स्रु क स्र पु० सरस्वती व, गंध | सोहिता समगंधिकं नपुं० उशीर वीरणमूल समस्तका स्त्री० अजमोद पिण्डशाक 9.9 स्त्री. श्वेतसारिव। पु० ور 37 39 कु कुम श्वेत आक " रक्त आक लजवती मजीठ पु० शर स्त्री० नाइ रास्नाभेद खरहरी ܕܙ स्त्री० समुद्रफेन जवासा, कपास सेहुँड़ा पिंडशाक पु० राल स्त्री० श्वेत निशोत स्त्री० गंध प्रसारिणी सरला गोंद पु० पु० स्निग्ध देवदारु श्वेत निशांत ब्राह्मी सेंजन के वीज

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