Book Title: Uttaradhyayan Sutram Part 05
Author(s): Sudharmaswami, Lakshmivallabh Gani
Publisher: Shravak Hiralal Hansraj
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उपराज्यनत्रय ॥१३५४॥
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थाजो. 'सत्पुरुषो पर' एनो अध्याहार करबो, ए हुं कहुं हुं, एम श्रीसुधर्मास्वामी श्रीजंबूस्वामीने कछु ॥ ८९ ॥ इति केशिगौतमाध्ध्ययनं संपूर्ण. इति श्रीमदुत्तराध्ययन सूत्रार्थदीपिकायामुपाध्यायश्रीलक्ष्मीकीर्तिगणिशिष्यलक्ष्मीवल्लभमणिविरचितायां केशीगौतमीयमध्ध्ययनं त्रयोविंशतितमं संपूर्ण ॥ २३ ॥
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इति केशी गौतमीय नामनुं जेवीसचं अध्ययन पूर्ण थयुं. ।। २३ ।। इति श्रीलक्ष्मीकी तिंगणि शिष्य लक्ष्मीवल्लभमणिविरचित श्रीउत्तराध्ययनत्रनी अर्थदीपिका नामनी टीकामा वीस केशीगौतमीय नामनुं त्रेवीसनुं अध्ययन परिपूर्ण थयुं.
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भाषांतर
अध्य०१३ ॥१३५४॥

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