________________ Postal Department : NUR 08 R.N.I.No.28340/75 बुराई करने वाला अवश्य ही बुरा होता है पर बहुत अच्छा तो वह भी नहीं जो बुराई के भार से दब जाएं। बुराई को पैरों से रौंदकर चलने वाला ही अपने मन को मजबूती से पकड़ सकता है। With Best Compliments From : Sampatmal Ashok Kumar Sancheti RISHABH FOUNDATION Sancheti Charitable Trust * GUWAHATI DELHI MAMASAR प्रकाशक - सम्पादक - डॉ. मुमुक्षु शान्ता जैन द्वारा जैन विश्वभारती संस्थान, लाडनूं के लिए प्रकाशित एवं जयपुर प्रिण्टर्स, जयपुर द्वारा मुद्रित Payaluatiorary.org REA