Book Title: Tulsi Prajna 1992 01
Author(s): Parmeshwar Solanki
Publisher: Jain Vishva Bharati

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Page 108
________________ १.२६ ओ-पुस्तक समीक्षा पुस्तक का नाम १. इतिहास के दर्पण में जम्मड़ भवन २. वाक्य रचना बोध ३. अस्तित्व और अहिंसा ४. जयोदय महाकाव्यम् ५. अंतस्तास ६. मरुधरा का वैभव : डीडवाणा ७. समयसार ८. नवतत्त्व ६. चित्त और मन १०. मेह सूं पेल्यां ११. चमगूंगो १२. जैन योग परिभाषिक शब्दकोश १३. मूकमाटी महाकाव्य १४. आखरी शर्त १५. अब किसकी बारी है १६. ज्ञान किरण १७. भाग्यचक्र १८. मूल्य मुस्कान का १६. मुनि - मनोरञ्जनाशीतिः २०. प्राच्य भारती प्रकाशन-कहाणय अगं, सेतुबन्ध, लीलावई कहा २१. प्रवचन पाथेय भाग-८ २२. पुरुषार्थं की गाथा २३. आगे की सुधि लेइ २४. दो काव्य कृतियां — गीतों का गुलदस्ता और उलझे तार २५. छन्द राउजइतसीरउ २६. प्राकृत वाक्य रचना बोध २७. दिगम्बरत्व एवं दिगम्बर मुनि २८. सचित्र तीर्थंकर चरितावली २६. 'साहित्य स्रष्टा श्री विद्याधर शास्त्री' 30. Vacaka Simad Umasvati's ww Pras'amarati-Prakarana 31. 'छत्रमुनि के संस्कृत काव्य' Jain Education International समीक्षक - डॉ० परमेश्वर सोलंकी (१/५५) - भंवरलाल दइया ( १ / ५६ ) - आनंदप्रकाश त्रिपाठी ( १ / ५७ ) - अमृतलाल शास्त्री (१/५७-५८ ) — डॉ० परमेश्वर सोलंकी (१ / ५८ ) (२ / ६६-१००) - अमृतलाल शास्त्री (२/१००-१०१) "" तुलसी प्रज्ञा (२/१०१) - आनंदप्रकाश त्रिपाठी (२ / १०२ ) " - रामस्वरूप सोनी (२/१०३) - परमेश्वर सोलंकी ( २ / १०३ ) - - डॉ० आनंदमंगल वाजपेयी (२ / १०४-५) - डॉ. परमेश्वर सोलंकी (३/१६५-१६८) - डॉ० रामप्रसाद मिश्र ( ३ / १६८ - १६९ ) - डॉ० परमेश्वर सोलंकी (३ / १६९-७० ) - नेमीचंद जैन ( ३ / १७०-७१ ) - लाखनसिंह शर्मा (३/१७१-२) - सीताराम दाधीच (३/१७२) — अमृतलाल शास्त्री (३/१७३) — परमेश्वर सोलंकी (३/१७३) (३/१७४) 13 — डॉ० गिरिजाशंकर शर्मा ( ४ / २२९ - ३० ) - प्रो० विश्वनाथ मिश्र (४ / २३० ) For Private & Personal Use Only - परमेश्वर सोलंकी (४/२३१) (४/२३२-३) " - अमृतलाल शास्त्री (४/२३४-५) -- रामस्वरूप सोनी (४/२३६) 17 (४/२३७) - Ram Swaroop soni (1 / 14-15 ) --- -G.V. Tagare (1/15) -Ram Swaroop Soni (2/4-8) www.jainelibrary.org

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