Book Title: Trishasti Shalaka Purusa Caritra Part 2
Author(s): Hemchandracharya, Helen M Johnson
Publisher: Oriental Research Institute Vadodra

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Page 395
________________ 370 For Read 2.4.338. 2. 4. 357. __ भी धू °षद दर्द 'नौधू स वंसं रई तकाम् तुकाम् लम्ब* 6. 23. हदि ः रादितः भुणा रौर 2. 6. 45. 45. 102. 2.6. 126. 2.6. 132. 2. 6. 162. 6. 179. गुणौ रौरि पुनः __°मा नू' सानू नुस्तं वं °पतिः 6. 187. ग० वं पता* 'ग 'यंप्रताः 'ज्योत्स्नो °यमस्ताः ज्योत्स्नौ ग्व ग्वधू 2. 6. I9I. 2. 6. 201. 2.6.228. 2.6. 260. 292. 300. 302. 2.6. 308. 2.6. 319. 6. 320. 2. 6. 360. 2. 6. 367. 2.6. 396. ܩ ܩ ܩ ܩ G चनेने वा 'यणेने भायां पृ. भाया पष्ट वा सं. देग्धि भोधि चासं दिग्धे सम् भौभि. शम् चामासा 2. 6. 410. नवा. विस् 2.6.481. 2. 6. 498. 2. 6. 510. 2. 6.526. 2. 6.538. चामा सा खया विस यषौदं लोप लाच वर्ति प्रा. न्यषौदं लोत लाच. बर्तिमा * Conjecture. Jain Education International For Private & Personal Use Only www.jainelibrary.org

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