Book Title: Trishashti Shalaka Purush Charitra Parv 1 2
Author(s): Krushnalal Varma
Publisher: Godiji Jain Temple Mumbai

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Page 862
________________ ४.] त्रिषष्ठि शलाका पुरुष-चरित्र . x . ४६८ ::१६. सिद्धाथा : . सिद्धार्थी ५०३ ११.. साथ साथ लेकर , साथ लेकर ५०६ .८... स्त्रण ककड़ा स्वर्ण कंकड़ो : स्वर्ण कंकणों ५०८ .१५.. विश्वपर विश्व पर . ५०६१ आचार्य x x x ५१७, १८ पीनेमें ... पीने ५२३ .. .. अधकूपमें अंधकूपमें . ५२४ १६ वैसे ही ५२७ ११.. वस्तुओंका वस्तुओंको ५२७.. .. २२ जिसको निससे ५२८ १२ . चे-सोचे वेसोचे ५३१ ३... जली चली ५४२ . .१६ .. आचार्य xx ५५४ .११.. तरक तरह ५६४८ : बठा था बैठा था ५६५ अपना अपने साँथियोंसे साथियोंसे . ५६६ ॐजाई ऊँचाई ५६२ ..:२० सक्ष्मीने लक्ष्मीने ५६३१८. श्राचार्य xxx ५६४ ३ प्रमुकी प्रभुका ६०८ . . ससारसमुद्र संसार समुद्र ६२७ पाए पाएको नरकावासा नरक्रावास ६४५ १६ गातरति गीतरति ५६८ ६४३

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