Book Title: Tirthankar Vandana
Author(s): Ratnatrayvijay
Publisher: Ranjanvijayji Jain Pustakalay

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Page 67
________________ तवाव नगर के उपकारी गुरुदेव तवाव संघ का पुण्योदय जाग उठा पूज्य गुरुदेव का चातुर्मास हेतु पदार्पण हुआ। तवाव नगर की आन-बान-शान बढाने हेतु एतिहासिक चातुर्मास, उपधान तप, छ री पालीतसंघ, उद्यापन, अनेक अट्ठाई महोत्सव, विशाल धर्मशाला, उपाश्रय एवं देलवाडा तीर्थ की प्रतिकृति समान सुंदर पाषाण से अलंकृत भव्य जिनालय निर्माण करवाने का श्री संघ द्वारा निर्णय हुआ। प्रेरणा आपकी सहकार संघ का मिला उसी कारण तवाव नगरमें राणकपुर एवं जैसलमेर याद करावे ऐसा गगनचुंबी जिनालय का निर्माण हो रहा है। पूज्य उपकारी गुरुदेव श्री रत्नाकर सूरीश्वरजी म.सा. के चरणो में - कोटि - कोटि वंदन साकरीया परिवार - तवाव

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