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Research - Study - Compilation
First Published in 1980 by Shree Mahaveer Jain Kalyan Sangh 96, Vepery High Road, Chennai - 600 007.
Copyright's Registered
Second Publication & Future Reprints (As authorised by Shree Mahaveer Jain Kalyan Sangh)
By Shree Jain Prarthana Mandir Trust (Regd.) 96, Vepery High Road, Chennai - 600007.
Year 2002.
आवश्यक आवेदन
अंजनशलाकायुक्त प्रतिष्ठित प्रभु प्रतिमाओं के फोटु प्रभु स्वरुप हैं, जिनमें दैविक परमाणुओं की उर्जा अवश्य रहती है । आजकल इन प्रभु प्रतिमाओं के फोटु के लेन्डर, पोस्टर, पत्रिकाओं आदि में छापे जा रहे हैं, क्या इन्हें संभालकर सही स्थान में रखना संभव है ? कब तक? आशातना से बचने हेतु इसके अंत परिणाम व अंत विसर्जन पर थोडा
अवश्य सोचें व उचित निर्णय लें।
कृपया इसमें छपे फोटु ओं आदि की किसी भी प्रकार कापी न करें । आवश्यकता पर संपर्क करें । अवश्य सहयोग दिया जायेगा ।
-प्रकाशक
Printed at: "Srinivas Fine arts Ltd", Sivakasi - 626123.
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