Book Title: Tilakmanjari Me Kavya Saundarya
Author(s): Vijay Garg
Publisher: Bharatiya Vidya Prakashan2017
View full book text
________________
238
5. ऋषभपंचाशिकाः
6. औचित्यविचारचर्चा
7. कादम्बरी
8. काव्यप्रकाश
तिलकमञ्जरी में काव्य सौन्दर्य - धनपाल, (सं.) हीरालाल
रसिक दास वीरस्तुतिद्वयरूप कृतिक्लापः कापड़िया, श्रेष्ठि देवचन्द्र लालभाई जैन
पुस्तकोद्धार संस्था,सूरत,1933 - क्षा मन्द्र (व्या . ) श्रीनारायणमिश्र, चौखम्बा ओरियन्टालिया, वाराणसी, 1982 - बाणभट्ट, महालक्ष्मी प्रकाशन , आगरा , 1991-1992 मम्मट , ( व्या . ) अ. विश्वेश्वर ,ज्ञान म ण्ड ल
लिमिटेड, वाराणसी, 1998 - दण्डी, (व्या.) धर्मेन्द्रकुमार
गुप्त, मेहरचन्द लछमनदास, दिल्ली,1973 हेमचन्द्र, श्रीमहावीर जैन विद्यालय, बम्बई, 1938 - भामह (व्या.) रमण कुमार
शर्मा, विद्यानिधि प्रकाशन, दिल्ली, 1994 - रुद्रट, (व्या.), डॉ. सत्यदेव
चौधरी, वासुदेव प्रकाशन, दिल्ली, 1965 - उद् भाट, भण्डार कर
ओरियन्टल रिसर्च इंस्टीट्यूट, पूना, 1952
9. काव्यादर्श
10. काव्यानुशासन
11. काव्यालङ्कार
12. काव्यालङ्कार
13. काव्यालङ्कारसारसंग्रह

Page Navigation
1 ... 260 261 262 263 264 265 266 267 268 269 270 271 272