Book Title: Thanang Sutra
Author(s): 
Publisher: ZZZ Unknown

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Page 171
________________ गणगस्त गर्व एगम हजवामीची जावपमिवेनिस मणे स गवया । महावीरणे प्रणादीत । एवदया दी दम देवान रेत से पत्र८५ सारकंता रविला जसं समय लगवाए महादिप का रिजावपडिबु। तएवं समस्त गवती महावीरस्ते एमसह ताजा समुपम जस यामुरेला ए| जराल वारा मंदारपत्र साशमशिगाता गुवाद पतिश्राहारसन्ना निरंतरजावादमा राया सोगाजरे विस्मृतिनिवा जाचप्रय जा तरोववातियदिसाना श्रायारदिसा पहावागरणदिसा जाबे धदिमादागिविदिमादीह देने के विय दिसा साउ कंम्म विवादस्मा। दस प्रश्रयणा । मिया छात्रा गुनासा मेगाइतिश्रावा महापण नदिमले या सोरिएयः बरेस दिदा श्रामलए। कुमाराला तथा जवानगदमा दस या पतीदिकामादाव यजावपडिबु महावीरामदेव मं विख जस्समत्तगवंमहा लग (मपयाखरा परि जापडातुन समा सम्म साता निस घावा जाववर्द मामल इंगमेविचार रियो साखवधम्म दिसा • ससन्त ह संस्मा लिय संस्मा निरईयाएं समाज एवं हसन्नाधाजावली अणुश दमालेविहरति तास) याउसि चासोक प दस विहावयणंय न यारणतिनिया संतिधम्मधिकाया जायवाय जिल कामं ते करिसाईनचानि करिस्म ईश्याणिचैव जनार्दन धारा रहा कम्मविदाग दिसावास ग दिसा तगड दिसा सच रकाएं करिशद न्य

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