Book Title: Tattvarthadhigam Sutraam Tasyopari Subodhika Tika Tatha Hindi Vivechanamrut Part 09 10
Author(s): Vijaysushilsuri
Publisher: Sushil Sahitya Prakashan Samiti

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Page 113
________________ ९८ ] प्रश्न उत्तर प्रश्न उत्तर प्रश्न उत्तर प्रश्न उत्तर प्रश्न उत्तर प्रश्न उत्तर - प्रश्न उत्तर - - - - - - - - - - - प्रश्न गृहिलिङ्ग सिद्ध किसे कहते हैं? उत्तर - श्रीतत्त्वार्थाधिगमसूत्रे - स्त्रीलिङ्ग सिद्ध किसे कहते हैं? जो स्त्रीशरीर से सिद्ध हुए है, उन्हें स्त्रीलिङ्ग सिद्ध कहते हैं। जैसे- चन्दनवाला। पुरुष लिङ्ग सिद्ध किसे कहते हैं? जो पुरुष शरीर से सिद्ध हुए हैं, उन्हें पुरुषलिङ्ग सिद्ध कहते हैं । जैसे- गणधर आदि । [ १०।१ नपुंसकलिङ्ग सिद्ध किसे कहतें है ? जो नपुंसक शरीर से सिद्ध हुए हैं, उन्हें नपुंसक लिङ्ग सिद्ध कहते हैं। जैसे- गाङ्गेय अनगार आदि । स्वलिङ्ग सिद्ध किसे कहते हैं ? जो मुनिवेष (रजोहरणादि धारक) से सिद्ध हुए है उन्हें स्वलिङ्ग सिद्ध कहते हैं। जैसेआदिनाथ भगवान् के साथ दस हजार मुनि सिद्ध हुए । अन्य लिङ्ग सिद्ध किसे कहते हैं? जो अन्यमत (संन्यासी आदि) के लिंग से सिद्ध हुए है उन्हें अन्यलिङ्ग सिद्ध कहते हैं। जैसे- शिवराज ऋषि । जो गृहस्थ के लिङ्ग से सिद्ध हुए हैं, उन्हें गृहिलिङ्ग सिद्ध कहते हैं । जैस - सुमति के छोटे भाई नागल आदि । एक सिद्ध किसे कहते है ? जो एक समय में अकेले सिद्ध हुए हों, उन्हें एक सिद्ध कहते हैं । जैसे - महावीर स्वामी । अनेक सिद्ध किसे कहते है ? जो एक समय में दो यावत् १०८ तक सिद्ध हुए हैं, उन्हें अनेक सिद्ध कहते हैं। जैसेऋषभदेव भगवान्। 卐

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