Book Title: Tao Upnishad Part 02 Author(s): Osho Rajnish Publisher: Rebel Publishing House Puna View full book textPage 412
________________ पच्चीस सौ साल तक लाओत्से की जान बीज की तरह पड़ी रही कि ठीक ,क्त आए, तो उसमें अंकल ना जाएं। वह वक्त गया है। अब हम लाओस की बात समझ सकते हैं। ओशो 1250. AR LOOK ISBN 81-7261-035-1Page Navigation
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