Book Title: Syadwad Manjari
Author(s): Motilal Ladhaji
Publisher: Motilal Ladhaji

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Page 315
________________ शुद्धम् . पृष्ठे पवतो खण्डनम् विद्वद्वशंवदः धर्मिणि कारण वार्तिके संशितं शुद्धिपत्रकम् । अशुद्धम् (प्रस्तावनायाम् ) खण्डनम विद्वद्वशवंदः धाणि कारणा वार्तिके संज्जितं १० १३ मत्वात् मत्त्वात् २३,२४,२५ भेद सङ्ख्येयम् , भेदो * * * * * * * * * * * * * * * * * * * स्याद्वाद सङ्ख्येम् स्याद्वाद कृतकां. स्तथा। कोचत्तु कृतका स्तथा केचित् . मुपलभ्य बलवत लङ्घयामि भूतो मुलमन्य बलवत् लझ्यामि . नातिशय रूसउ सर्व नातितशय रूसऊ सर्व पर्यात्मक प्रतीयमा * * * * * पर्यायात्मक प्रतीयमान

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